यूपी: बदायूं में महिला से गैंगरेप व मर्डर का मुख्य आरोपी महंत अरेस्ट, गांव में ही छिपा मिला
बदायूं में मंदिर गई महिला से गैंगरेप व हैवानियत के बाद मर्डर करने वाला महंत सतनारायण गुरुवार की रात अरेस्ट हो गया।50 हजार का इनामी महंत गांव में ही छिपा हुआ था। वह गांव से भागने की तैयारी में लगा था। इसी दौरान ग्रामीणों ने उसे दबोच पुलिस को सौंप दिया।
लखनऊ। बदायूं में मंदिर गई महिला से गैंगरेप व हैवानियत के बाद मर्डर करने वाला महंत सतनारायण गुरुवार की रात अरेस्ट हो गया।50 हजार का इनामी महंत गांव में ही छिपा हुआ था। वह गांव से भागने की तैयारी में लगा था। इसी दौरान ग्रामीणों ने उसे दबोच पुलिस को सौंप दिया। महंत सत्यनारायण की तलाश में पुलिस की चार टीमें लगी हुई थी। पुलिस की टीमें में सत्यनारायण की गिरफ्तारी को लेकर जगह-जगह दबिश दे रही थी।
इंस्पेक्टर के खिलाफ भी एफआइआर
जांच में पता चला कि पुलिस ने पहले मामले को गंभीरता से नहीं लिया। पुलिस मामले को हादसा बताती रही। आईजी के निर्देश पर इस पूरे मामले में लापरवाह इंस्पेक्टर उघैती रहे राघवेंद्र प्रताप सिंह के गुरुवार को रा 166 ए के तहत एफआइआर दर्ज किया गया था। इंस्पेक्टर के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरु की गयी है।
क्या है मामला
बदायूं के उघैती पुलिस स्टशन एरिया तीन जनवरी की रात 50 वर्षीय आंगनबाड़ी सहायिका की गैंगरेप के बाद मर्डर कर दी गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला के साथ निर्भया जैसी दरिंदगी का सबूत मिला था। गुप्तांग में रॉड जैसी कोई चीज डालने का मामला सामने आया था। उसकी बाईं पसली, बायां पैर और बायां फेफड़ा भी वजनदार प्रहार से क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। महिला के प्राइवेट पार्ट में गंभीर घाव थे। काफी खून भी निकल गया था।रिपोर्ट में कोई लोहे की रॉड या सब्बल गुप्तांग में ठूंसे जाने की बात भी सामने आई। उघैती पुलिस ने धर्मस्थल के महंत सत्यनारायण दास, उसके सहयोगी वेदराम व यशपाल के खिलाफ रेप व मर्डर का केस दर्ज किया था। पुलिस वेदराम व यशपाल को अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया था। महंत सत्यनारायण दास फरार हो गया था। महंथ पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था।