उत्तर प्रदेश: आइपीएस बताकर ज्वैलर्स से हड़पे तीन करोड़ रुपये के ज्वेलरी, एसटीएफ ने लखनऊ से दबोचा
उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने मोहन श्याम कल्याणदास ज्वैलर्स से लगभग तीन करोड़ रुपये के जवेलरी हड़पने वाले फरजी आईपीएस राजीव सिंह को अलीगंज से धर दबोचा है। आरोपित के पास से 5.743 किलो सोने के ज्वेलरी बरामद किये गये हैं।
- खुद को महाराष्ट्र कैडर का आइपीएस बताता था राजीव सिंह
लखनऊ। उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने मोहन श्याम कल्याणदास ज्वैलर्स से लगभग तीन करोड़ रुपये के जवेलरी हड़पने वाले फरजी आईपीएस राजीव सिंह को अलीगंज से धर दबोचा है। आरोपित के पास से 5.743 किलो सोने के ज्वेलरी बरामद किये गये हैं।
रिटायर्ड डीएशपी का बेटा है आरोपी
एसटीएफ के एएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि डी 62 सेक्टर पी अलीगंज निवासी राजीव सिंह खुद को आइपीएस अफसर बताकर एक युवक ने गोल मार्केट स्थित मोहन श्याम कल्याणदास ज्वैलर्स के प्रोपराइटर नितेश रस्तोगी को झांसे में लेकर लगभग तीन करोड़ रुपये के ज्वेलरी हड़प लिये। आरोपित ने सर्राफ को पोस्ट डेटेड सात चेक भी दिए थे। सर्राफ जब चेक को बैंक में लगाने से पहले आरोपित को फोन करते तो वह किसी तरह का बहाना बनाकर टाल देता। राजीव सिंह खुद को महाराष्ट्र कैडर का आइपीएस बताता था। राजीव के पिता बिजेंद्र पाल सिंह सीतापुर से वर्ष 2014 में डिप्टी एसपी के पद से रिटायर हुए हैं। राजीव ने मोहन श्याम कल्याणदास ज्वैलर्स के मालिक नितेश रस्तोगी को अपने झांसे में लिया था।
ज्वेलरी खरीद दे दिया चेक
जांच में पता चला कि राजीव की मां वर्ष 2003 में अपनी सहेली के साथ ज्वेलर्स नितेश रस्तोगी के यहां खरीदारी करने आती थीं। ज्वेलर्स प्रोपराइटर और राजीव के घरवालों में अच्छे संबंध हो गये। वर्ष 2005 से राजीव भी दुकानदार के यहां आने लगा। कुछ वर्ष बाद राजीव ने नितेश को बताया कि महाराष्ट्र कैडर में उसका चयन आइपीएस में हुआ है। इसके बाद से नितेश और राजीव और करीब आ गये। राजीव ने जुलाई 2020 में 67 लाख और दिसंबर माह में एक करोड़ 95 लाख के ज्वेलरी खरीदे, लेकिन पेमेंट नहीं किया। राजीव ने नितेश को सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के तीन करोड़ 17 लाख रुपये के सात चेक दिये।लेकिन चेक न लगने का बहाना करता रहा। इस कारण चेक की टाइम लिमिट खत्म हो गई।
आईपीएस अफसर होने का रौब दिखाया
द दुकान के मालिक ने कई बार फोन पर बात करने का प्रयास किया तो आरोपी ने अपने आईपीएस अफसर होने का रौब दिखाते हुए पैसा देने से मना कर दिया।राजीव ने नितेश को ज्वेलरी लौटाने या फिर रुपये देने से भी मना कर दिया। नितेश ने महानगर कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई। इसके बाद एसटीएफ ने जांच के दौरान राजीव को दबोच लिया। आरोपित के पास से डीसीपी क्राइम ब्रांच मुंबई का पहचान पत्र, 96 स्वर्ण आभूषण, दो मोबाइल फोन और ढ़ाई हजार रुपये बरामद किये गये हैं।