Uttar Pradesh: साधु का फोन बजा तो वरुण गांधी ने कसा तंज, कहा-'पता नहीं महाराज जी कब मुख्यमंत्री बन जाएं', 

बीजेपी एमपी वरुण गांधी एक बार फिर अपने ब्यान को लेकर चर्चे में हैं। वह सोमवार कोअपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान मंच पर उनके साथ खड़े एक साधु का फोन बजने लगा। साधु ने फोन उठाते ही काट दिया, एमपी के सहयोगियों ने साधु को टोक दिया। इस पर वरुण गांधी ने मजाकिया लहजे में कहा कि भाई इनको मत रोको, पता नहीं महाराज जी कब मुख्यमंत्री बन जाएं। वरुण का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। 

Uttar Pradesh: साधु का फोन बजा तो वरुण गांधी ने कसा तंज, कहा-'पता नहीं महाराज जी कब मुख्यमंत्री बन जाएं', 
वरुण गांधी का सीएम योगी पर तंज।

नई दिल्ली। बीजेपी एमपी वरुण गांधी एक बार फिर अपने ब्यान को लेकर चर्चे में हैं। वह सोमवार कोअपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान मंच पर उनके साथ खड़े एक साधु का फोन बजने लगा। साधु ने फोन उठाते ही काट दिया, एमपी के सहयोगियों ने साधु को टोक दिया। इस पर वरुण गांधी ने मजाकिया लहजे में कहा कि भाई इनको मत रोको, पता नहीं महाराज जी कब मुख्यमंत्री बन जाएं। वरुण का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। 

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वरुण गांधी ने मजाकिया अंदाज में कहा कि अगर महाराज जी कल मुख्यमंत्री बन जायेंगे तो हमारा क्या होगा। उन्होंने अपने साथी को नसीहत देते हुए कहा कि समय की गति को समझा करो, इसके बाद उन्होंने महाराज को अपने पास बुलाकर कहा कि मुझे लगता है कि अब समय अच्छा आ रहा है। वरुण ने  जनता को यह भी संदेश दिया कि भेड़चाल में वोट न दें, ऐसा न हो कि कोई आए, भारत माता की जय बोले और आप उसको वोट दे दें।

उन्होंने बेरोजगारी का मुद्दा उठाते सवाल किया कि कब तक हमारे बच्चे पलायन कर ईंट भट्ठों पर काम करेंगे। सरकार को इस पर सोचना चाहिए। बड़े-बड़े शहरों में रोजगार हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा कुछ नहीं है। सरकार को उद्योगपतियों से निवेदन करना चाहिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में कारखाने लगाए ताकि यहां के लोगों को काम मिले, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।
वरुण ने  ने कहा कि आप लोग किसी को भी वोट दें, लेकिन भेड़ चाल जैसा काम न करें। अपना दिमाग लगायें। कोई आए और नारे बोल दे और आप उसे वोट दे दें, ऐसा न करें। उन्होंने  कहा कि अगर वह गलती कर रहे हैं तो हां में हां न मिलाएं, मुझसे भी सवाल करें। उन्होंने ने दोहराया कि पीलीभीत लोकसभा का उनसे रिश्ता एक पवित्र संगम की तरह है। हम जहां भी जाते हैं, तो लोग हमसे पूछते हैं कि पीलीभीत कैसा है। पीलीभीत के लोग कैसे हैं। यह पहचान दिलाने के लिए यहां जितने भी लोग बैठे हैं, सबका योगदान है। मुझे और मेरे परिवार को खड़ा करने के लिए आप सभी का काफी योगदान है। वरुण गांधी एक पौधारोपण अभियान में पहुंचे थे। यहां उन्होंने कुछ पौधेरोपित किये। इसके बाद जनसभा को भी संबोधित किया।