पश्चिम बंगाल: सौरव गांगुली को बर्थ डे पर घर जाकर सीएम ममता बनर्जी ने दी बधाई
बीसीसीआइ चीफ व टीम इंडिया के एक्स कैप्टन सौरव गांगुली गुरुवार को 49 साल के हो गये हैं। सीएम ममता बनर्जी सौरव गांगुली को उनके बर्थ डे की बधाई देने उनके घर पहुंची थीं। उन्होंने हाथों से फूल का गुलदस्ता गांगुली को दिया। सौरव गांगुली बड़ी विनम्रता के साथ ममता बनर्जी का अभिवादन स्वीकार किया।
- 'दादा' और 'दीदी' की मुलाकात के लगने लगे सियासी मायने
कोलकाता। बीसीसीआइ चीफ व टीम इंडिया के एक्स कैप्टन सौरव गांगुली गुरुवार को 49 साल के हो गये हैं। सीएम ममता बनर्जी
सौरव गांगुली को उनके बर्थ डे की बधाई देने उनके घर पहुंची थीं। उन्होंने हाथों से फूल का गुलदस्ता गांगुली को दिया।सौरव गांगुली बड़ी विनम्रता के साथ ममता बनर्जी का अभिवादन स्वीकार किया।
बताया जाता है कि ममता बनर्जी और सौरव गांगुली के बीच लगभग एक घंटे तक यह मुलाकात चली।'दादा' और 'दीदी' की मुलाकात के सियासी मायने लगाये जा रहे है।बीसीसीआई चीफ सौरव गांगुली के जन्मदिन उनके कई प्रशंसकों ने उन्हें जन्मदिम की बधाई दी। कई राजनीतिक और अन्य क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियों ने भी सौरव गांगुली को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं। लेकिन सीएम ममता बनर्जी दादा को बधाई देने उनके घर पहुंची तो कई राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव से पहले सौरव गांगुली के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें भी चली थीं। पिछलेमार्च के महीने में जब एक न्यूज चैनल ने सौरव गांगुली से राजनीति ज्वायन करने के विषय पर सवाल पूछा था तब सौरव ने बांग्ला में जवाब दिया था कि 'सोबई सोब किछुर जोन्यो होय ना।' इसका मतलब कि हर कोई, हर एक रोल के लिए नहीं बना होता है।उनके इस बयान के बाद से राजनीतिक जानकार कयास लगा रहे थे कि इशारों-इशारों में सौरव ने बीजेपी को 'ना' कह दिया है। चुनाव से पहले जब बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने अपनी जीत का दंभ भरते हुए कहा था कि बंगाल में सीएम कोई बंगाली ही होगा बाहरी नहीं तब उस वक्त यह कयास लगाये जा रहे थे कि पार्टी सौरव गांगुली को सीएम पद का कैंडिडेट बना सकती है। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में दीदी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार की राज्य में वापसी हुई है।