धनबाद में 22 दिन बाद फिर मिले एक कोरोना वायरस संक्रमित पेसेंट
कोयला राजधानी धनबाद में लगभग 22 दिन के बाद एक बार फिर से मंगलवार को कोरोना संक्रमण का एक नया मामला सामने आया है। हालांकि मरीज में संक्रमण की पुष्टि के लिए उसकी आरटी पीसीआर जांच भी कराई जायेगी। उल्लेखनीय है इससे पहले सभी कोरोना पेसेंट के स्वस्थ होने के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट धनबाद को ऑफिसियल रूप से कोरोना मुक्त घोषित करने की तैयारी में था।
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद में लगभग 22 दिन के बाद एक बार फिर से मंगलवार को कोरोना संक्रमण का एक नया मामला सामने आया है। हालांकि मरीज में संक्रमण की पुष्टि के लिए उसकी आरटी पीसीआर जांच भी कराई जायेगी। उल्लेखनीय है इससे पहले सभी कोरोना पेसेंट के ठीक होने के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट धनबाद को ऑफिसियल रूप से कोरोना मुक्त घोषित करने की तैयारी में था।
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सर्दी-खांसी से पीडि़त है पेसेंट
जिले में कोरोना के नये पेसेंट मिलने के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट व जिला प्रशासन के साथ-साथ आम लोगों की भी चिंता बढ़ा दी है। बताया जाता है कि जामाडोबा में रहने वाले 66 वर्षीय वृद्ध बुखार और सर्दी खांसी से पीड़ित हैं। टाटा जामाडोबा की ओर से ट्रूनेट से उनकी जांच कराई गई। जांच में उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। इसकी सूचना टाटा जामाडोबा ने स्वास्थ्य विभाग को दी।स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के आधार पर वृद्ध व्यक्ति की निगरानी की जा रही है। पेसेंट के ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी ली जा रही है। इसके अलावा उनके घर में रहने वाले लोगों की भी कोरोना जांच करायी गयी है।
धनबाद में कोरोना का नया मामला सामने आने के बाद लोगों को फोर्थ वेव का खतरा सताने लगा है। इससे पहले कोरोना वायरस की तीसरी लहर में धनबाद में 13 लोगों की मौत हुई थी। वहीं जिले में कोरोना से अबतक हुई कुल मौतों की संख्या 400 से अधिक है।
हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम संक्रमित वृद्ध व्यक्ति के घर जाकर पूछताछ की है। बताया जाता है कि टाटा से ही वृद्ध व्यक्ति रिटायर हुए हैं। कहीं बाहर से आने की भी बात पता चली है।जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग के पदाधिकारी डॉक्टर राजकुमार सिंह ने बताया कि फिलहाल मरीज को भर्ती करके इलाज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वृद्ध की आरटी पीसीआर जांच भी कराई जायेगी।
28 मार्च को मिला था संक्रमित
इससे पहले धनबाद में कोरोना संक्रमण के अंतिम पेसेंट 28 मार्च 2022 को मिला था। लगातार 22 दिन तक एक भी संक्रमित पेसेंट नहीं मिला। लग रहा था जिले में कोरोना वायरस पूरी तरह से खत्म हो गया है। लेकिन दोबारा संक्रमण सामने आने के बाद एक बार फिर से विभाग हरकत में आ गया है।