रांची के पूर्व DC राय महिमापत रे खिलाफ ACB ने दर्ज की PE, वित्तीय अनियमितता के मामले में बढ़ेगी मुश्किलें

झारखंड में एसीबी ने रांची के पूर्व डीसी राय महिमापत रे के खिलाफ वित्तीय अनियमितता के मामले में प्रारंभिक जांच दर्ज की है। फिलहाल वे वर्ल्ड बैंक में सीनियर पद पर हैं।

रांची के पूर्व DC राय महिमापत रे खिलाफ ACB ने दर्ज की PE,  वित्तीय अनियमितता के मामले में बढ़ेगी मुश्किलें
राय महिमापत रे (फाइल फोटो)।

रांची। झारखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी (ACB) की कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है। हजारीबाग लैंड स्कैम, शराब घोटाला और कई अन्य हाई-प्रोफाइल मामलों में कार्रवाई के बाद अब एसीबी ने रांची के पूर्व उपायुक्त (DC) राय महिमापत रे के खिलाफ भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एसीबी ने उनके खिलाफ प्रारंभिक जांच (PE - Preliminary Enquiry) दर्ज की है।

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सूत्रों के अनुसार, एसीबी ने पीई दर्ज करने से पहले राज्य सरकार से अनुमति मांगी थी। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद अब एसीबी ने अपनी जांच शुरू कर दी है। यह जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, वैसे-वैसे नये खुलासे होने की उम्मीद जतायी जा रही है।

मामला क्या है?

राय महिमापत रे के खिलाफ वित्तीय अनियमितता से जुड़ा मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि जब वे रांची के डीसी (2018 फरवरी से जुलाई 2020) के पद पर कार्यरत थे, उस दौरान कुछ वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप लगे थे। इन्हीं आरोपों के आधार पर एसीबी ने प्रारंभिक जांच शुरू की है।

 ACB खंगाल रही चल-अचल संपत्ति

 राय महिमापत रे पर रांची में पदस्थापन के दौरान आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। एसीबी उनकी और उनके परिवार के सदस्यों की चल-अचल संपत्ति की जानकारी जुटा रही है।आरोप है कि उन्होंने रांची में पदस्थापन के दौरान आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है। पीई जांच के लिए डीएसपी संतोष कुमार को अनुसंधान पदाधिकारी बनाया गया है। उन्होंने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग से पत्राचार कर पीई की जानकारी साझा करते हुए रांची में पदस्थापन काल के दौरान राय महिमापत रे के माध्यम से अर्जित चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा मांगा है।

अनुसंधानकर्ता ने तत्कालीन उपायुक्त व उनके पारिवारिक सदस्यों के नाम पर निबंधित भूमि की भी जानकारी मांगी है, ताकि रांची में पदस्थापन अवधि के दौरान उनकी अर्जित संपत्ति का आकलन किया जा सके।एसीबी के अनुसंधानकर्ता ने परिवहन विभाग से भी पत्राचार किया है और तत्कालीन डीसी राय महिमापत रे व उनके पारिवारिक सदस्यों के नाम पर निबंधित वाहनों की जानकारी मांगी है।एसीबी ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग व परिवहन विभाग से जिनके बारे में ब्यौरा मांगा है, उनमें आईएएस अधिकारी राय महिमापत रे के अलावा उनकी पत्नी हेम बोरकर, मां कुमकुर रे व दो बच्चों के नाम शामिल हैं। एसीबी इन सभी के नाम पर निबंधित चल-अचल संपत्तियों की जानकारी ले रही है।

 कौन हैं राय महिमापत रे?

राय महिमापत रे 2011 बैच के झारखंड कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। रांची डीसी रहते हुए उन्होंने कई प्रशासनिक फैसले लिए जो चर्चा में रहे। फिलहाल वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर वर्ल्ड बैंक में सीनियर डिजिटल डेवलपमेंट स्पेशलिस्ट के रूप में तैनात हैं।

ACB की अब तक की कार्रवाई

एसीबी इस साल अब तक तीन आईएएस अधिकारियों को भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, जिनमें राज्य के वरीय आईएएस विनय चौबे भी शामिल हैं। ऐसे में राय महिमापत रे के खिलाफ एसीबी की इस नई जांच ने प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है।

आगे क्या?

जांच के दायरे में आने वाले दस्तावेज़ों और वित्तीय लेन-देन की समीक्षा के बाद एसीबी आगे की कार्रवाई कर सकती है। अगर जांच में आरोप साबित होते हैं तो यह झारखंड में आईएएस बिरादरी के लिए एक और बड़ा झटका साबित हो सकता है।