Amravati Murder Case: उमेश कोल्हे मर्डर का मास्टरमाइंड शेख इरफान सात जुलाई तक पुलिस कस्टडी में

महाराष्ट्र के अमरावती में हुए उमेश कोल्हे मर्डर केस में लोकल कोर्ट ने मास्टरमाइंड शेख इरफान शेख रहीम को सात जुलाई तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। वहीं एनआईए ने यूएपीए समेत तमाम अन्य धाराओं में आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है। पुलिस इस मर्डर केस में मास्टर माइंड में सात लोगों को अरेस्ट कर चुकी है। 

Amravati Murder Case: उमेश कोल्हे मर्डर का  मास्टरमाइंड शेख इरफान सात जुलाई तक पुलिस कस्टडी में
  • पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुला उमेश कोल्हे की मौत का राज
  • 15 साल की दोस्ती भुला युसुफ ने वायरल किया उमेश कोल्हे की नूपुर शर्मा वाली पोस्ट का स्क्रीनशॉट

मुंबई। महाराष्ट्र के अमरावती में हुए उमेश कोल्हे मर्डर केस में लोकल कोर्ट ने मास्टरमाइंड शेख इरफान शेख रहीम को सात जुलाई तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। वहीं एनआईए ने यूएपीए समेत तमाम अन्य धाराओं में आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है। पुलिस इस मर्डर केस में मास्टर माइंड में सात लोगों को अरेस्ट कर चुकी है।

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चाकू के वार से उमेश के दिमाग और आंख की नसें डैमेज हुईं, गले पर था 5 इंच गहरा जख्म
उमेश कोल्हे की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार उनके गले पर पांच इंच चौड़ा, सात इंच लंबा और पांच इंच गहरा जख्म मिला है। चाकू के वार से दिमाग की नस को नुकसान पहुंचा था। सांस लेने वाली नली, खाना खाने वाली नली और आंख की नसें भी डैमेज हो गई थी। चाकू के हमले के चलते उमेश के दिमाग की नस कट गई थी। यही उमेश की मौत की वजह भी बनी। पुलिस ने बताया कि उमेश के गले पर पांच इंच चौड़ा, सात इंच लंबा और पांच इंच गहरा घाव था। 
15 साल की दोस्ती भुला युसुफ ने वायरल किया उमेश कोल्हे की नूपुर शर्मा वाली पोस्ट का स्क्रीनशॉट
अमरावती में मारे गये उमेश कोल्हे के भाई महेश ने बताया कि यूसुफ खान और उनके भाई उमेश के अच्छे संबंध थे। दोनों एक दूसरे को 2006 से जानते थे। दोनों में दोस्ती थी। वॉट्सऐप पर की गई उमेश कोल्हे की पोस्ट को युसुफ खान ने वायरल किया था। युसुफ उमेश का अच्छा दोस्त था। उमेश कोल्हे ने जिस वॉट्सऐप ग्रुप में नूपुर शर्मा से संबंधित पोस्ट किए थे, उसमें आरोपी डॉ. यूसुफ खान बहादुर खान भी था। उमेश ने नूपुर शर्मा की यह पोस्ट खुद नहीं लिखी थी बल्कि उनके समर्थन में आई पोस्ट को ग्रुप में फारवर्ड किया था। युसुफ की इस पोस्ट का युसुफ ने स्क्रीन शॉट निकाला और उसे अपने मुस्लिम सदस्यों वाले ग्रुपों में पोस्ट किया।युसुफ के स्क्रीन शॉट वाली पोस्ट कई ग्रुपों में फॉरवर्ड हुईं और यह वायरल हो गई। इसके बाद उमेश की मर्डर की साजिश रची गई। युसुफ पेशे से पशु चिकित्सक है। अगर वह इस तरह से उमेश की पोस्ट का स्क्रीन शॉट लेकर वायरल नहीं करता तो शायद युसुफ की हत्या न होती।

उमेश की मर्डर एक वर्ग को डराने की कोशिश
NIA की FIR में आरोपियों पर इल्जाम लगाया गया है कि उमेश की मर्डर एक वर्ग को डराने की कोशिश है। जांच में यह भी सामने आया है कि इरफान रायबर हेल्पलाइन नाम की एक NGO चलाता है। इससे लगभग 21 लोग जुड़े हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक, हत्याकांड में शामिल अन्य आरोपी भी इसी NGO से जुड़े हुए हैं। NIA ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
CCTV फुटेज में मर्डर की पूरी कहानी
उमेश 21 जून को हुई इस घटना का एक सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है। यह रात साढ़े 10 बजे प्रभात चौक पर स्थित महिला कॉलेज के बाहर लगे कैमरे में कैद हुआ था। इसमें दो आरोपियों को उमेश कोल्हे के पीछे जाते हुए देखा गया। फिर वारदात के बाद वे भागते हुए भी ये दिखे।मृतक उमेश की अमित मेडिकल के नाम से दुकान थी। उनके बेटे संकेत का दावा है कि आरोपी उनका सिर धड़ से अलग करना चाहते थे, लेकिन वह पहुंचा तो भाग गये।