आरजेडी छोड़कर दो साल पहले बीजेपी में शामिल अन्नपूर्णा देवी बनीं शिक्षा राज्य मंत्री, पार्टी व सरकार में बढ़ा कद
झारखंड के कोडरमा से एमपी अन्नपूर्णा देवी को केंद्र की नरेंद्र मोदी की गवर्नमेंट में शिक्षा राज्य मंत्री बनाई गई हैं। अन्नपूर्णा देवी बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं।
- सिटिंग एमपी का टिकट काटकर कोडरमा से उतारा गया
- पहले बीजेपी की स्टेट कमेटी फिर नेशनल कमेटी में बनायी गयी उपाध्यक्ष
- बीजेपी के एक एक बड़े नेता का मिल रहा है समर्थन
रांची। झारखंड के कोडरमा से एमपी अन्नपूर्णा देवी को केंद्र की नरेंद्र मोदी की गवर्नमेंट में शिक्षा राज्य मंत्री बनाई गई हैं। अन्नपूर्णा देवी बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं।
अन्नपूर्णा देवी लोकसभा चुनाव-2019 से पहले आरजेडी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुईं थी। बीजेपी ने अपने एक्स स्टेट प्रसिडेंट व कोडरमा से सीटिंग एमपी रवींद्र राय का टिकट काटकर अन्नपूर्णा मैदान में उतारा। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्हें पहले झारखंड प्रदेश का उपाध्यक्ष बनाया गया। उसके बाद उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और हरियाणा का सह प्रभारी भी बनाया गया।
बताया जाता है कि एक समय लालू प्रसाद यादव के काफी करीब रही अन्नपूर्णा देवी को केंद्र में यादव कोटे से मंत्री बनाया गया है। अन्नपूर्णा देवी (51) ने रमेश प्रसाद यादव से विवाह किया था। वर्ष 1998 में अपने पति एकीकृत बिहार में मंत्री रहे रमेश प्रसाद यादव के निधन के बाद वर्ष 1999 में विधानसभा का उप चुनाव लड़कर पहली बार विधायक बनीं।एक वर्ष बाद ही वह विधानसभा के चुनाव में पुनः दूसरी बार जीतकर बिहार सरकार में खान एवं भूतत्व राज्य मंत्री बनीं। 15 नवंबर 2000 को झारखंड अलग राज्य बनने के बाद सूबे में भाजपा की सरकार बनने के बाद अन्नपूर्णा देवी सत्ता से अलग होकर केवल विधायक बन कर रह गईं। इसके बाद 2005 एवं 2009 का विधानसभा चुनाव जीती। वर्ष 2013 में सूबे की हेमंत सोरेन सरकार में जल संसाधन मंत्री बनीं। फिर 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
पांच वर्ष तक सत्ता से अलग रहने के बाद 2019 में वह आरजेडी की प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई। बीजेपी ने उन्हें कोडरमा लोकसभा से कैंडिडेट बनाया और लगभग 4.5 लाख वोटों के अंतर से जेवीएम कैंडिडेट बाबूलाल मरांडी को हराकर वह एमपी बनी। गत वर्ष भाजपा ने उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया। वहीं अब उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। कभी लालू की करीबी थी अन्नपूर्णा देवी अब बीजेपी एक बड़े स्वाजातीय लीडर की करीबी बताया जा रही है।
अप्रैल 2019 में भाजपा में शामिल होने के बाद से ही अन्नपूर्णा देवी का कद पार्टी में लगातार बढ़ रहा है। पार्टी ने दो वर्ष के भीतर ही उन्हें न केवल दल का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया, बल्कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में भी शामिल कर उनके कद को बढ़ाने का काम किया है।
झारखंड-बिहार के यादवों को दिया बड़ा राजनीतिक संदेश
बीजेपी ने अन्नपूर्णा देवी को केंद्र में मंत्री बनाकर मास्टर स्ट्रोक खेला है। इससे स्थानीय राजनीति ( कोडरमा और गिरिडीह) में यादव मतदाताओं को भाजपा की पकड़ मजबूत होगी। कभी राजद सुप्रीमो लालू प्रयाद यादव की नजदीकी रही अन्नपूर्णा को बीजेपी ने मंत्री बनाकर झारखंड के साथ-साथ बिहार के यादव मतदाताओं को बड़ा राजनीतिक संदेश दिया है।
बीजेपी का यादवों को यह संदेश है-हम आपके हैं। हमारे साथ ही आपका भला है।आरजेडी का वोट बैंक बनकर आपका भला नहीं हो सकता है। इससे बीजेपी विरोधी यूपीए का माय समीकरण बिखर जायेगा। वहीं कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में अपनी जमीन वापसी का सपना देख रही वामपंथी पार्टी भाकपा माले का सपना भी सपना रह जायेगा।अन्नपूर्णा के आरजेडी छोड़कर बीजेपी से लोकसभा चुनाव लड़ने के साथ ही उनके स्वजातीय यादव वोटर यूपीए व माले का अनदेखी कर बीजेपी भाजपा के साथ आ गये थे। 2019 के लोकसभा चुनाव के ठीक पहले राजद के प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी छोड़कर अन्नपूर्णा देवी बीजेपी में शामिल हुई थीं। बीजेपी ने उन्हें यूपीए प्रत्याशी बाबूलाल मरांडी के सामने उतारा था। अन्नपूर्णा देवी ने बाबूलाल जैसे दिग्गज नेता को चार लाख 56 हजार 377 वोटों के बड़े अंतर से पराजित किया था।
माले लीडर राजकुमार यादव कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी के विकल्प के रूप में उभरे थे। राजकुमार 2014 के लोकसभा चुनाव में दो लाख 65 हजार वोट लाकर बीजेपी के निकटतम प्रतिद्वंद्वी बने थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में माले कोडरमा सीट पर कब्जा करने का सपना देख रही थी। बीजेपी ने सीटिंग एमपी डॉ. रविंद्र कुमार राय का टिकट काटकर अन्नपूर्णा देवी को उतारकर एक-तीर से दो शिकार कर दी। बाबूलाल तो हारे ही राजकुमार यादव दो लाख 65 हजार से घटकर 60 हजार वोटों में सिमट गये। भाजपा ने अन्नपूर्णा को मंत्री बनाकर यूपीए के साथ-साथ माले की भी जमीन खिसका दी है।
अन्नपूर्णा देवी ने कम समय में हासिल किया बड़ा राजमीतिक मुकाम
बीजेपी ने कोडरमा एमपी अन्नपूर्णा देवी को केंद्र में मंत्री पद देकर एक तीर से कई निशाना साधने की कोशिश की है। सेंट्रल मिनिस्टर बनने के बाद झारखंड में उनकी गतिविधियां बढ़ेगी, साथ ही चुनौतियां भी सिर पर होगी। यहसंदेश पड़ोसी बिहार तक जायेगा, जहां यादवों का झुकाव बीजेपी के मुकाबले आरजेडी की तरफ ज्यादा है। अन्नपूर्णा देवी ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत अविभाजित बिहार से बतौर खान एवं भूतत्व मंत्री की थी।