झारखंड: जैसे मेडिकल स्टूडेंट के बंधे थे हाथ-पैर, वैसे ही गोड्डा MLA ने खुद को बांध लिया, पूजा भारती मौत की CBI जांच की मांग
बीजेपी के गोड्डा एमएलए अमित मंडल ने हजारीबाग मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस स्टूडेंट गोड्डा निवासी पूजा भारती के पतरातू डैम में बॉडी मिलने की सीबीआइ जांच की मांग की। अमित मंडल ने सोमवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सरकार इसकी घोषणा करे।
- सदन की कार्यवाही शुरू होने से मांग को लेकर विधानसभा द्वार पर बैठे एमएलए अमित मंडल
- एमएलए ने कहा कि पुलिस इसे मर्डर को बता रही है सुसाइड
रांची। बीजेपी के गोड्डा एमएलए अमित मंडल ने हजारीबाग मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस स्टूडेंट गोड्डा निवासी पूजा भारती के पतरातू डैम में बॉडी मिलने की सीबीआइ जांच की मांग की। अमित मंडल ने सोमवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सरकार इसकी घोषणा करे।
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले इस मांग को लेकर विधानसभा द्वार पर बैठे एमएलए ने कहा कि पुलिस इसे सुसाइड बता रही है, जबकि यह मर्डर का मामला है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब स्टूडेट को सुसाइड ही करनी थी, जो हजारीबाग से पतरातू क्यों गई। एमएलए अपनी मांग को लेकर हाथ में तख्ती लिए थे। उनके हाथ व पैर पतली रस्सी से बंधे थे।
मेडिकल स्टूडेंट की संदिग्ध मौत मामले की जांच सीबीआइ से कराने का आग्रह
इससे पूर्व हजारीबाग एमएलए मनीष जायसवाल ने गुरुवार को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज की स्टूडेंट पूजा भारती की संदिग्ध स्थिति में मौत का मामला विधानसभा में उठाया था। उन्होंने सदन को बताया कि पूजा भारती मामले में पुलिस की छानबीन में पूरा मामला सुसाइड का सामने आया है। कोई हजारीबाग छोड़कर पतरातू डैम में सुसाइड करने क्यों जायेगा। एक लड़की अपने ही पैर व हाथ बांधकर डैम में सुसाइड करने कैसे जायेगी। पूरा मामला संदेहास्पद है, इसलिए इसकी जांच सीबीआइ से कराई जाए। उनके आग्रह पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले पर विचार-विमर्श किया जायेगा।
फ्लैश बैक
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज की स्टूडेंट् पूजा भारती की बॉडी 12 जनवरी की सुबह पतरातू डैम से बरामद किया गया था। उसके हाथ और पैर रस्सी से बंधे हुए थे। वह गोड्डा की रहने वाली थी। उसके भाई ने बताया कि वह घर से हजारीबाग एग्जाम देने के लिए गई थी। परीक्षा वाले दिन ही वह हजारीबाग बस स्टैंड से रांची के लिए निकली थी। लगभग दस दिनों की जांच के बाद डीआइजी एवी होमकर ने बताया कि पूजा ने सुसाइड की थी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि आगे की जांच जारी है।
पुलिस की कहानी किसी को भी नहीं हुई हजम हुई
यह हजारीबाग और रामगढ़ पुलिस की संयुक्त जांच का प्रारंभिक निष्कर्ष है कि शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज हजारीबाग की छात्र पूजा भारती ने सुसाइड की थी। लेकिन पूजा भारती के स्वजन इससे सहमत नहीं हैं। परिजन की नहीं किसी को भी पुलिस की कहानी हजम नहीं हो रही है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि पूजा के हाथ-पैर बंधे थे। आखिर हाथ-पैर बांधने के बाद सुसाइड के लिए डैम में कोई छलांग कैसे लगायेगा। ऐसे में पुलिस की कहानी को खारिज कर पूरे मामले की सीबीआइ जांच की मांग की जा रही है। गोड्डा के एक्स एमएल प्रशांत मंडल ने सीबीआइ जांच की मांग की थी। उन्होंने कहा है कि सीबीआइ जांच से ही सच सामने आयेगा।
डीआइजी ने पीसी कर पूजा के सुसाइड का किया दावा
हजारीबाग में डीआइजी एवी होमकर ने प्रेस कांफ्रेस कर कहा था किशेख भिखारी मेडिकल कालेज हजारीबाग की स्टूडेंट्स पूजा भारती ने सुसाइड की थी। अब तक कि जांच में पुलिस फिलहाल इसी निष्कर्ष पर पहुंची है। पूजा भारती की बॉडी 12 जनवरी की सुबह पतरातू डैम से बरामद किया गया था। उसके हाथ-पैर बंधे थे, जिसे देख छात्रा की हत्या की आशंका जताई गई थी। डीआइजी ने प्रेस वार्ता में बताया कि घटना की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया गया है। रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार व हजारीबाग एसपी कार्तिक एस के नेतृत्व में एसआइटी काम कर रही है। घटना के एक-एक पहलू की जांच की गई। गहराई से अध्ययन और जांच के बाद एसआइटी ने पाया कि छात्रा के साथ किसी तरह की कोई जोर-जबरदस्ती नहीं की गई थी। शरीर पर चोट के निशान भी नहीं मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबकर दम घुटने से मौत का कारण बताया गया है।अब तक की जांच में छात्रा की मौत सुसाइड प्रतीत हो रही है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबकर दम घुटने से मौत का कारण
घटना के एक-एक पहलू की जांच की गई।गहराई से अध्ययन और जांच के बाद एसआइटी ने पाया कि छात्रा के साथ किसी तरह की कोई जोर-जबरदस्ती नहीं की गई थी। शरीर पर चोट के निशान भी नहीं मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबकर दम घुटने से मौत का कारण बताया गया है। अब तक की जांच में छात्रा की मौत सुसाइड प्रतीत हो रही है। उन्होंने बताया कि बरामद कागजात बता रहे हैं कि छात्रा संभवत: डिप्रेसन में थी। बरामद कुछ नोट्स में छात्रा ने मरने की इच्छा व्यक्त की थी। हालांकि जांच अभी भी जारी है। कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। हजारीबाग, रांची, रामगढ़ और गोड्डा में अनुसंधान किया जा रहा है। कई इनपुट पर भी काम किया जा रहा है।
छात्रा के हाथ-पैर में बंधी रस्सी और उसके कमरे से बरामद रस्सी एक समान
हाथ-पैर बंधे होने के सवाल पर डीआइजी ने बताया था कि जांच में यह बात सामने आई है कि छात्रा के कमरे से बरामद प्लास्टिक की रस्सी और हाथ-पैर में बंधी रस्सी एक समान है। इसके अलावा जांच में पाया गया कि हाथ-पैर में अलग-अलग रस्सी बांधकर बीच में उसे जोड़ा गया था। लेकिन, इस सबके बावजूद अभी और कई तथ्य हैं जिसके बारे में पुलिस जांच कर रही है।
पूजा ने कर दिया था गूगल अकाउंट डिलीट, डैम की जानकारी सर्च की थी
पूजा 11 जनवरी की सुबह 10.05 बजे मेडिकल के हॉस्टल से निकली थी। ई-रिक्शा से बस स्टैंड पहुंची और फिर रांची जाने के लिए बस में सवार हुई। डीआइजी ने बताया कि ई-रिक्शा ड्राइवरप व लोगों से पूछताछ में छात्रा के अकेले जाने की पुष्टि हुई है। घटना से पूर्व पूजा ने गूगल में डैम की जानकारी सर्च की थी। पतरातू डैम जाने के रास्ते व गहराई की भी जानकारी जुटाई थी। हालांकि, इसके बाद स्टूडेंट ने रांची पहुंचने से पूर्व ही गूगल अकाउंट को स्थायी तौर पर डिलिट कर दिया था। इसे लेकर पुलिस अब भी जांच कर रही है।
पुलिस इन्विस्टिगेशन में मिले तथ्य
पूजा एप्रन पहनकर हॉस्टल से निकली और उसे पास की झाड़ियों में फेंक दिया।
हजारीबाग से रांची के लिए बस में अकेले सवार हुई।
बस में बैठने के कुछ देर बाद उसने अपने मोबाइल को स्वीच ऑफ कर दिया। यह मोबाइल घटनास्थल से 50 मीटर की दूरी पर बरामद हुआ।
बरामद कागजात बता रहे हैं कि वह डिप्रेसन अवसाद में थी।
कुछ कागजात में पूजा ने मरने की इच्छा जाहिर की है।
इन सवालों के जवाब की तलाश
अगर पूजा ने सुसाइड का मन बनाया तो गूगल अकाउंट स्थायी तौर पर डिलिट क्यों किया।
छात्रा रांची से पतरातू कैसे पहुंची, इस सवाल का जवाब अब तक पुलिस तलाश नहीं पाई है। इस पर जांच जारी है।
अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि छात्रा तैरना नहीं जानती थी। ऐसे में वह हाथ-पैर बांध कर क्यों कूदी।
हजारीबाग में झील समेत कई डैम हैं, फिर स्टूडेंट ने सुसाइड के लिए इतनी दूर पतरातू डैम को क्यों चुना।
पुलिस जांच रिपोर्ट से पीड़ित फैमिली भी असंतुष्ट
पूजा भारती के परिजन पुलिस की कहानी से संतुष्ट नहीं हैं। पुलिस की कहानी आक्रोश जताते हुए पूजा के चचेरे भाई विद्या प्रसाद ने कहा है था कि मैं इस तरह की रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हूं। घटना के 13 दिन बाद पुलिस द्वारा सुसाइड की कहानी लेकर सामने आना समझ से परे है। झारखंड सरकार से सीबीआइ जांच की मांग करता हूं।
कॉलेज मैनेजमेंट को बचाने के लिए रची जा रही सुसाइड की कहानी
पोड़ैयाहाट के एक्स एमएलए सह बीजेपी लीडर प्रशांत मंडल ने कहा है कि हजारीबाग मेडिकल कॉलेज मैनेजमेंट को बचाने में पूजा मर्डर केस को सुसाइड करार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा था कि राज्य पुलिस शुरू से ही इस जघन्य हत्याकांड को सुसाइड के मोड पर लाकर जांच पड़ताल कर रही थी। इस हत्याकांड का उद्भेदन सीबीआइ ही कर सकती है। राज्य सरकार अविलंब इसकी सीबीआइ जांच की सिफारिश करे। तभी इस मर्डर केस का खुलासा हो पायेगा।