देश का पहला सेंट्रलाइज्ड एसी रेलवे टर्मिनल बना बेंगलुरु, एयरपोर्ट को देता है टक्कर

इंडिया में देश का पहला सेंट्रलाइज एसी रेलवे टर्मिनल बेंगलुरु बन कर तैयार हो गया है। सेंट्रल रेल मिनिस्टर  पीयूष गोयल ने अपने ट्विटर पर बेंगलुरु के सेट्रलाइज रेलवे स्टेशन की फोटो शेयर की है। रेल मिनिस्टर से पहले इंडियन रेलवे भी इसकी फोटो  शेयर कर किया था।

देश का पहला सेंट्रलाइज्ड एसी रेलवे टर्मिनल बना बेंगलुरु, एयरपोर्ट को देता है टक्कर
  • डिजिटल रियल टाइम पैसेंजर इंफॉर्मेसन सिस्टम से लैस
  • बाहर से देखने के बाद एयरपोर्ट जैसा दिखता है यह टर्मिनल

बेंगलुरु। इंडिया में देश का पहला सेंट्रलाइज एसी रेलवे टर्मिनल बेंगलुरु बन कर तैयार हो गया है। सेंट्रल रेल मिनिस्टर  पीयूष गोयल ने अपने ट्विटर पर बेंगलुरु के सेट्रलाइज रेलवे स्टेशन की फोटो शेयर की है। रेल मिनिस्टर से पहले इंडियन रेलवे भी इसकी फोटो  शेयर कर किया था।

डिजिटल रियल टाइम पैसेंजर इंफॉर्मेसन सिस्टम से लैस
 फोटो देखकर विश्वास नहीं हो रहा है कि ये रेलवे टर्मिनल है या फिर एयरपोर्ट टर्मिनल। एसी रेलवे टर्मिनल बेंगलुरु को उद्घाटनका इंतजार है। बेंगलुरु के रेलवे स्टेशन की खास बात ये है कि देश का पहला ऐसा रेलवे स्टेशन है, जो पूरी तरह से एसी सेंट्रालाइज्ड है। पूरे स्टेशन में एसी लगी हुई है। इस स्टेशन की खास बात ये है कि यहां पर एयरपोर्ट की तरह पैसेंजर्स के लिए वीआईपी लॉन्ज भी बनाया गया है। इस लग्जरी टच दिया गया है। स्टेशन पर डिजिटल रियल टाइम पैसेंजर इंफॉर्मेसन सिस्टम भी लगा हुआ है।

पैसेंजर्स के लिए एस्केलेटर और लिफ्ट की भी सुविधा
लगभग 314 करोड़ रुपये की लागत से एसी रेलवे टर्मिनल बेंगलुरु तैयार की जा रही है। यह 4200 वर्गमीटर में फैला हुआ है। टर्मिनल पर दो सबवे के साथ एक फुट ओवर ब्रिज बना हुआ जो कि सभी प्लेटफॉर्मों को जोड़ेगा। टर्मिनल में आठ स्टेबल लाइनों और तीन पिट लाइनों के अलावा सात प्लेटफॉर्म हैं। रेलवे का दावा है कि इस टर्मिनल से 50 ट्रेनों का संचालन किया जा सकता है। पैसेंजर्स की सुविधा के लिए एस्केलेटर और लिफ्ट लगाये हैं। ये सात प्लेटफॉर्मों को जोड़ते हैं।

बेंगलुरु हवाई अड्डे के तर्ज पर डिजाइन
एसी रेलवे टर्मिनल बेंगलुरुको  सर एम विश्वेश्वरय्या टर्मिनल को बेंगलुरु एयरपोर्ट के तर्ज पर डिजाइन किया गया है। इसमें उपर में पैसेंजर्स वेटिंग हॉल के साथ-साथ वीआईपी लाउंज और भोजन करने की व्यवस्था है। चार लाख लीटर क्षमता का अपना वाटर रीसाइक्लिंग प्लांट भी है। 

250 कारों व 900 टू व्हीलर की पार्किंग 
वाटर रीसाइक्लिंग प्लांट की मदद से पानी की बर्बादी को रोका जायेगा। टर्मिनल पर पार्किंग की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है। यहां पर 250 कारों के साथ-साथ 900 टू व्हलीर, 50 ऑटोरिक्शा, पांच बीएमटी बसें और 20 टैक्सी के खड़ी करने की व्यवस्था है।