बिहार: नालंदा शराब कांड में मरने वालों की संख्या 13 पहुंची, झारखंड की स्प्रिट से बनी थी जहरीली शराब , रेड
बिहार के नालंदा जिले में सोहसराय पुलिस स्टेशन एरिया के छोटी पहाड़ी- श्रृंगारहाट पहाड़ तल्ली मोहल्ला में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। शनिवार को आठ, रविवार को तीन व सोमवार दो व्यक्ति के मौत की पुष्टि प्रशासन ने की है। मानपुर में दो लोग रामरूप चौहान व शिवजी चौहान की मौत की चर्चा भी शराब पीने से है, लेकिन प्रशासन ने पुष्टि नहीं की है।
नालंदा। बिहार के नालंदा जिले में सोहसराय पुलिस स्टेशन एरिया के छोटी पहाड़ी- श्रृंगारहाट पहाड़ तल्ली मोहल्ला में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। शनिवार को आठ, रविवार को तीन व सोमवार दो व्यक्ति के मौत की पुष्टि प्रशासन ने की है। मानपुर में दो लोग रामरूप चौहान व शिवजी चौहान की मौत की चर्चा भी शराब पीने से है, लेकिन प्रशासन ने पुष्टि नहीं की है।
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झारखंड की स्प्रिट से बनी जहरीली शराब से हुई मौत
नालंदा में जिस जहरीली शराब पीने से 12 लोगों की मौत हुई वह झारखंड के रास्ते आई स्प्रिट से बनाई गई थी। बिहारशरीफ की पहाड़ियों पर ही जहरीली शराब बनाई गई थी। मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है। विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक, उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने सोमवार को नालंदा का दौरा किया और डीएम-एसपी के साथ स्थल का निरीक्षण किया। पुलिस-प्रशासन को विशेष टीम इस मामले की जांच के लिए झारखंड जाकर मामले की जांच करेगी।पटना लौटने पर उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि स्थानीय पुलिस-प्रशासन के साथ डॉक्टरों व पीडि़त स्वजनों ने भी जहरीली शराब पीने की जानकारी दी है। ऐसे में मौत की वजह जहरीली शराब ही लग रही है। इस मामले में थानेदार पहले ही सस्पेंड कियेजा चुके हैं। उत्पाद विभाग के भी जो अधिकारी दोषी होंगे, उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जायेगी।
शराब कारोबार के खिलाफ एक सप्ताह में कार्रवाई
15 हजार से अधिक छापेमारी
1919 अभियोग के मामले दर्ज
2,361 अभियुक्तों की गिरफ्तारी
70 हजार लीटर शराब जब्त
311 होम डिलीवरी में गिरफ्तार
शराब पीने वालों पर भी दर्ज होगा मामला
उत्पाद आयुक्त ने बताया कि जहरीली शराब पीने से बीमार हुए चार-पांच व्यक्तियों का अब भी इलाज चल रहा है। उन्होंने भी शराब पीने की बात स्वीकारी है। फिलहाल पहली प्राथमिकता उनकी जान बचाने की है। इसके बाद शराब पीने वाले व्यक्तियों की पहचान कर उनपर मद्य निषेध अधिनियम के तहत कार्रवाई भी की जायेगी। कुछ अवैध शराब कारोबारियों की भी पहचान की गई है, जिनके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। इनमें से कई पहले भी शराब के मामले में जेल जा चुके हैं।
15 दिनों में पांच हजार गिरफ्तार, डेढ़ लाख लीटर शराब जब्त
शराब के खिलाफ अभियान में सिर्फ जनवरी माह के पहले 15 दिनों में पांच हजार लोग गिरफ्तार किए गए हैं। एक से 15 जनवरी के बीच पुलिस और उत्पाद विभाग की कार्रवाई में करीब डेढ़ लाख लीटर अवैध शराब जब्त की गई है। इस दौरान 598 वाहनों को जब्त किया गया है। पिछले एक सप्ताह में पुलिस ने 11 हजार जबकि उत्पाद विभाग ने चार हजार से अधिक छापेमारी की है। इसमें 311 लोगों को शराब की होम डिलीवरी मामले में गिरफ्तार किया गया है।
64 घरों पर चस्पा नोटिस
छोटी पहाड़ी में दो दिनों तक लगातार चले काम्बिंग आपरेशन के बाद 64 घरों को चिन्हित कर प्रशासन ने नोटिस चस्पा दिया। सीओ धर्मेन्द्र पंडित ने बताया कि अतिक्रमण कर रहे 64 घरों को चिन्हित कर नोटिस चस्पाया गया है। 15 दिनों के अंदर अगर घर को खाली नहीं किया तो घरों को तोड़ दिया जायेगा। इसमें अधिकांश घर वैसे हैं जो शराब के धंधे में लिप्त रहे हैं।
10 बोरा शराब बरामद
पुलिस ने सोमवार को छोटी पहाड़ी से लगभग 10 बोरा देसी शराब, व्हाइटनर व स्पिरिट बरामद किया गया है। डीएसपी डा. शिब्ली नोमानी ने बताया कि अभी गिनती नहीं की गई है। लोकल लोगों की सूचना पर बरामदगी की गई है। अभी और भी शराब मिलने की संभावना है।
दो मकानों को किया गया सील
जहरीली शराब से कई लोगों की मौत के बाद लगातार चल रहे अभियान के तहत रविवार की शाम छोटी पहाड़ी निवासी पिंटू चौधरी व सुनील कुमार के घर को प्रशासन ने सील कर दिया है। इन दोनों घरों से शराब मिली थी। डीएम ने बताया कि वैसे तमाम घरों को सील किया जायेगा जहां शराब मिली है।
केके पाठक ने खुद लिया जायजा
मद्य निषेध एवं निबंधन विभाग के अपर प्रधान सचिव केके पाठक सोमवार को छोटी पहाड़ी मोहल्ले में हुए शराब कांड का जायजा लेने पहुंचे। उनके साथ अपर प्रधान सचिव के साथ उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह और पटना रेंज के आइजी राजीव राठी भी थे।मौके पर केके पाठक ने अधिकारियों को कई निर्देश दिये। उन्होंने उत्पाद विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि किसी भी हाल में शराब की बिक्री नहीं हो और लगातार छापेमारी करते रहे।इस कांड में उत्पाद विभाग की कार्यशैली पर भी नजर रखी जा रही है। विभाग के कुछ अधिकारियों और कई कर्मियों से शोकॉज भी किया गया है।