बिहारः निर्दोष को बना दिया रेप का आरोपित, जांच में लापरवाही बरतने पर DSP निसार अहमद डिमोट, बनाये गये इंस्पेक्टर
म डिपार्टमेंट ने सस्पेंड चल रहे डीएसपी निसार अहमद को जांच में लापरवाही का दोषी पाये जाने पर स्थायी रूप से इंस्पेक्टर पोस्ट पर डिमोशन कर दिया है। डिमोट किये गये पोस्ट के आधार पर ही इन्हें वित्तीय लाभ और वेतनवृद्धि का लाभ मिलेगा।
- जांच में लापरवाही का दोषी पाये जाने पर होम डिपार्टमेंट ने स्थायी रूप से इंस्पेक्टर पोस्ट पर डिमोशन
पटना। होम डिपार्टमेंट ने सस्पेंड चल रहे डीएसपी निसार अहमद को जांच में लापरवाही का दोषी पाये जाने पर स्थायी रूप से इंस्पेक्टर पोस्ट पर डिमोशन कर दिया है। डिमोट किये गये पोस्ट के आधार पर ही इन्हें वित्तीय लाभ और वेतनवृद्धि का लाभ मिलेगा।
होम डिपार्टमेंट ने डीएसपी को इंस्पेक्टर बनाये जाने संबंधी नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसके साथ ही रेप जैसे जघन्य अपराध के मामले में आरोपित बनाये गये बेकसूर युवक को न्याय मिल गया है। बिहार पुलिस महकमे में डीएसपी का डिमोशन चर्चा का विषय बना हुआ है।
नरकटियागंज SDPO थे निसार अहमद, मामले में की गड़बड़ी
मामला वर्ष 2018 का है। जब निसार अहमद नरकटियागंज के SDPO थे। इसी दौरान शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाने और शादी करने से इनकार करने का एक केस हुआ था। रोप है कि इस कांड की जांच करते हुए उन्होंने लापरवाही बरती। पीड़ित युवती की मेडिकल जांच तक नहीं कराई। निसार अहमद ने निजी लाभ एवं स्वार्थ के लिए अत्यधिक जल्दबाजी करते हुए एवीडेंस की रिव्यू किये बिना ही निर्णय लिया। बेकसूर को आरोपित बना दिया।
तीन महीने जेल में था बेकसूर युवक
बताया जाता है कि एक युवती ने पुलिस कंपलेन में कहा था कि शादी का झांसा देकर युवक ने उसके साथ रेप किया। बाद में शादी करने से इनकार कर दिया। मामले की जांच में पुलिस ने युवक को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था। एसीडीपओ की ओर से पीड़ित युवती की मेडिकल जांच तक नहीं कराई। वहीं आरोपित युवक को तीन महीने तक जेल में रहना पड़ा था। मामले की जांच शुरू हुई तो आरोपित बनाया गया युवक निर्दोष निकला। डीएसपी निसार अहमद को जांच में लापरवाही का दोषी पाया गया। इसके बाद डीएसपी को स्थायी रूप से इंस्पेक्टर पद पर डिमोशन दे दिया गया है।