बिहार: जंगलराज वालों को चिंता है, कैसे बिहार में लालटेन जले: पीएम मोदी

हार विधानसभा चुनाव के सेकेंड फेज में एनडीए कैंडिडेट के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को छपरा, समस्तीपुर, पूर्वी चंपारण और बगहा में  चुनावी सभाओं को संबोधित किया। पीएम ने बिहार के लोग को एक बार फिर से जंगलराज और लकड़सूंघवा की याद दिलाई है।

बिहार: जंगलराज वालों को चिंता है, कैसे बिहार में लालटेन जले: पीएम मोदी
  • मोदी ने एनडीए के  कैंडिंडेट के लिए छपरा, समस्तीपुर, पूर्वी चंपारण और बगहा में की रैली
  • दिलाई लकड़सूंघवा की याद, बोले-बिहार में भी हारेंगे डबल युवराज

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के सेकेंड फेज में एनडीए कैंडिडेट के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को छपरा, समस्तीपुर, पूर्वी चंपारण और बगहा में  चुनावी सभाओं को संबोधित किया। पीएम ने बिहार के लोग को एक बार फिर से जंगलराज और लकड़सूंघवा की याद दिलाई है। उन्होंने तेजस्वी यादव और कांग्रेस अध्यऔक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए  कहा कि एक बार फिर डबल-डबल युवराज के हारने की बारी आ गई है। जो हाल उत्तर प्रदेश में डबल युवराज का हुआ, अब यही हाल बिहार में होने जा रहा है। पीएम के साथ मंच पर सीएम नीतिश कुमार,सेंट्रल मिनिस्टर गिरिराज सिह समेत अन्य लीडर थे। 

पीएंम ने कहा कि जंगलराज के युवराज से सावधान रहना है। इन्हें न पहले आपकी चिंता थी, न आज है। इन्हें चिंता थी कि अपनी बेनाम संपति कैसे छुपाए। एनडीए की चिंता है कि कैसे आपके लिये पक्का घर बनाएं। बिहार के किसानों को, बुजुर्गों को कैसे सीधे पैसे पहुंचाएं। जंगलराज वालों की चिंता है, लालटेन कैसे जले। हमारी चिंता है एलईडी बल्ब कैसे घरों तक पहुंचे। जंगलराज में चंपारण में जो उद्योग-धंधे थे, बंद हो ग/s। अब जंगलराज के साथ नक्सलराज है। अगर इन्हें सत्ता मिल गई तो बिहार फिर अपराध, हिंसा अपहरण के दौर में पहुंच जाएगा। बिहार को जंगलराज वालों से अलर्ट रहना है।मोदी ने जंगलराज के दिनों को याद करते हुए कहा कि पहले फिरौती का कारोबार होता था। बिहार के नौजवान आज याद करें कि बचपन में उनकी मां क्याथ कहा करती थी। मैं आज आग्रह कर रहा हूं कि उन दिनों को याद करें और सही फैसला लें। जिस राज्य में हर मां पहले कहती थी कि घर के भीतर ही रहो, बाहर मत निकलो, बाहर लकड़सूंघवा घूम रहा है। ऐसे में बिहार के लोग उनसे क्या, उम्मीूद कर सकते हैं। ये लोग जंगलराज की पहचान हैं। उन्हेंग लालटेन की रोशनी नहीं दिखनी चाहिए। वे अंधेरे के इंतजार में हैं। रघुवंश बाबू को जिस तरह  अपमानित किया गया, उसे सबने देखा। ये जब उनके जैसे कर्मयोगी के साथ इस तरह का बर्ताव कर सकते हैं, तो सामान्य युवा के साथ क्यास करेंगे। 

आप सब जानते हैं सुशासन और जंगलराज का फर्क

पीएम ने कहा कि दूरदर्शी नेता बिहार के लिए सोचता है। कर्पूरी ठाकुर ने एक बार कहा था, सत्ता के आसपास अवसरवादियों को शरण, या तरजीह नहीं मिलनी चाहिए। वरना वे या मेरे बेटे को भ्रष्ट कर देंगे। बिहार की जनता ने इसे सच होते देखा। जंगलराज वालों ने इसे समझा होता तो यह हालत नहीं होती। बिहार के पहले सीएम श्री बाबू ने यहां कई काम किए। लेकिन, जंगल राज और नक्सल विचार वालों ने बरौनी कारखानों को बंद कराया।आज आपके आशीर्वाद से वह चालू हुआ। और भी उद्योग चालू हो रहे।

इनको चुनाव में ही याद आते हैं गरीब

पीएम ने कहा कि विपक्षी हर बात का विरोध करते हैं। आज देश की जनता को विश्वास है कि एनडीए की सरकार में उसे कितना लाभ मिला है। लेकिन इन लोगों ने डेग-डेग पर विरोध किया, मजाक उड़ाया। इन लोगों को गरीबों की मदद से कोई लेना देना नही। इन्हें गरीब चुनावों में ही याद आते है। चुनाव में गरीब की माला जपते हैं। कोरोना के समय ये लोग कहां थे। इन्हें आपके विकास से नहीं, अपने  परिवार के विश्वास से मतलब है। यही इनकी ट्रेनिंग है। ये लोग न बिहार की अपेक्षा को समझते न ही आकांक्षाओं को। बिहार का सर्वांगीण विकास तब होगा, निवेश तब होगा, जब उचित माहौल होगा। क्या जंगलराज्य के युवराज उचित माहौल का आश्ववासन दे सकते।  उद्योग लगाने देंगे।

बिहार अब जंगलराज को पीछे छोड़ चुका है

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना की बंदिशों के बीच इतनी बड़ी संख्या में लोगों का आना यहां बता रहा है कि 10 नवंबर को नतीजे क्या होने वाले हैं। जहां भी मेरी नजर पहुंच रही है, मुझे लोग ही लोग दिख रहे हैं। इन सबमें बिहार के उज्जवल भविष्य का संकल्प मैं देख रहा हूं। पहले चरण के चुनाव में पॉलिटिकल पंडितों ने मतदान कम होने की आशंका जाहिर की थी, जिसे बिहार के वोटरों ने गलत सिद्ध कर दिया। आप सब बधाई के पात्र हैं। हर तरफ से यही रिपोर्ट आ रही है कि पहले चरण में एनडीए ने बाजी मार ली है।उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को जंगलराज के युवराज से सतर्क रहना है। उन्होंाने कहा कि जंगलराज वालों को गरीब की चिंता होती तो बिहार 15 साल पहले ही खुशहाल हो जाता। एनडीए सरकार की उपलब्धियां गिराते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बिहार अब जंगलराज को पीछे छोड़ चुका है। अब नई रोशनी में डबल इंजन की ताकत के साथ विकास का लाभ हमें बिहार के हर व्यक्ति तक पहुंचाना है। जंगलराज वालों को चिंता है कि लालटेन कैसे जले। हमारा प्रयास है कि हर घर में चमकदार एलईडी बल्ब कैसे पहुंचे। बिहार की महिलाएं, माताएं-बहनें खुले में शौच में जाने के लिए मजबूर थीं, उनकी सुरक्षा पर खतरा रहता था, लेकिन जंगलराज वाले, जंगल जैसे हालात बनाये रखना चाहते थे। एनडीए की सरकार ने बिहार की माताओं-बहनों के लिए लाखों शौचालय बनाकर उनकी परेशानी कम करने का प्रयास किया है। एनडीए का प्रयास है कि हम बिहार के अपने गरीब भाइयों बहनों को ज्यादा से ज्यादा पक्के घर कैसे दे सकें। जंगलराज वालों को चिंता है कि अपनी तिजोरी कैसे भरें। 
उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि बिहार के किसानों को, श्रमिकों को, बुजुर्गों को पैसे सीधे उनके बैंक खाते में डाल सकें। देश में मछलीपालन को बढ़ावा देने के लिए बहुत बड़ी योजना बिहार से ही लॉन्च की गई है। मत्स्य संपदा योजना के तहत हजारों करोड़ रुपये का निवेश मछली व्यवसाय से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। खेती हो, पशुपालन हो, मछलीपालन हो, इससे जुड़े उद्योग और उद्यम आत्मनिर्भर चंपारण, आत्मनिर्भर बिहार का अहम हिस्सा हैं। पूर्वी चंपारण में ही कृषि अनुसंधान केंद्र बन चुका है। यहां डेयरी प्लांट भी लग चुका है, जिससे पशुपालकों को लाभ होता है।आत्मनिर्भर बिहार, यहां के हर युवा की आकांक्षाओं को पूरा करने का रोडमैप है। आत्मनिर्भर बिहार, यहां के गांव-गांव के सामर्थ्य को पहचान दिलाने का मार्ग है। आत्मनिर्भर बिहार, गांवों में उद्यम के, रोज़गार के अवसर तैयार करने का अभियान है।
आप छठ पूजा की तैयारी करो, दिल्लीह में आपका बेटा बैठा है

पीएम ने लोगों से जुड़ते हुए कहा कि आप छठ पूजा की तैयारी करो, दिल्लीर में आपका बेटा बैठा है। आपके राशन से लेकर आर्थिक मदद की चिंता हम कर रहे हैं। अब आप सबकी जिम्मेंवारी है कि बिहार को फिर से बीमार होने से जरूर बचाएं। एक बार फिर नीतीश कुमार की सरकार बनाएं।उन्होंने कहा कि अभी हाल में ही बिहार की मिट्टी के सपूत, गोपालगंज से रिश्तां रखने वाले राम खेलावन जी को सेसल्स का राष्ट्रहपति चुना गया है। आप सबने हमेशा अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। यहां से खाड़ी देशों में जाने वाले लोगों को हमने तमाम सहूलियतें दी हैं। अब पटना जाने के बजाय आपके शहर में ही पासपोर्ट केंद्र खोला गया है।मोदी ने कहा कि आज की भीड़ बता रही है कि नीतीश बाबू की अगुआई में फिर से एनडीए की सरकार बन रही है। पहले चरण में उत्सारह से वोट करने वालों का हृदय से अभिनंदन करता हूं। आपके हौसले से ही आज यह सुखद नजारा नजर आ रहा है। पीएम ने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों का जोश और हुंकार जनादेश का इशारा दे रहा है। आपने जीत की बिगुल बजा दी है। बिहार के लोगों को भ्रम में डालने की कुछ लोगों की कोशिश को आप सबने बेकार कर दिया है।भाजपा और एनडीए के प्रति आपका यह प्रेम कुछ लोगों को अच्छाा नहीं लग रहा। उनकी रात की नींद उड़ गई है। उनकी हताशा, निराशा, बौखलाहट बिहार की जनता बराबर देख रही है। उनके चेहरे से हंसी गायब हो गई है। वे इतने बौखला गये हैं कि अब उन्होंुने मोदी को भी गाली देने लगे हैं। ठीक है मुझे गाली दे दीजिए, जो मन आये बोलिए, लेकिन अपना गुस्सार बिहार के लोगों पर मत उतारिए। बिहार के लोगों और उनकी भावनाओं को वे कभी समझ नहीं सकते। वे सिर्फ अपने परिवार के लिए पैदा हुए हैं। उन्हेंा यहां की युवा पीढ़ी से कोई लेना-देना नहीं है। उनकी नजर सिर्फ पैसे पर है, उन्हेंब गरीबों की तकलीफ दिखाई नहीं देती। जबकि हमारी सरकार लोगों की मुश्किलें कम करने में जुटी है। अब लोगों को उनका हक आसानी से मिल रहा है।

पीएम ने कहा कि आज बिहार में सैकड़ों लोगों को रोजगार मिल रहा। विकास के ये काम इसलिए हो रहे क्योंकि एनडीए की सरकार ने इसे गैस पाइपलाइन से जोड़ दिया। एनडीए और जंगलराज में यही अंतर है। बिहार को फिर बीमार नहीं होने देंगे। जनता से जुड़ते हुए पीएम ने कहा कि आज कोई बिहार को बीमार देखना चाहता है क्या, तो बीमारी लाने वाले को क्यों लाएं? जंगलराजवालों ने बिहार को बीमार बना दिया। मोदी ने  कहा किजिनकी नीयत खराब हो, जिनकी नीति सिर्फ गरीबों का धन लूटने की हो, जो निर्णय सिर्फ अपने स्वार्थ को ध्यान में रखते हुए लेते हों, वो ऐसे हर प्रयास का विरोध ही करेंगे। आज देश में कृषि क्षेत्र हो या देश की सुरक्षा से जुड़े काम, ये हर बात का विरोध कर रहे हैं। याद रखिए, जब कोरोना का संकट सबसे ज्यादा था, जब पूरा बिहार कोरोना से लड़ रहा था, तब ये लोग कहां थे? इन्हें आपके विकास से नहीं, सिर्फ अपने विकास से लेना-देना है। यही इनकी सच्चाई है, यही इनका तौर-तरीका है, यही इनकी ट्रेनिंग है। चुनाव आते ही विपक्षी पार्टिंयां, गरीब-गरीब की माला जपने लगती हैं। वास्तव में इन्हेंक जनता के विकास, सुख-दु:ख से कोई लेना-देना नहीं है। इन्हें सिर्फ अपने और अपने परिवार से ही मतलब है। ये लोग न बिहार की अपेक्षाओं को समझते हैं, न बिहार को। नए बिहार के लिए आधुनिकीकरण जरूरी है। यह तब होगा जब बिहार में निवेश के लिए उचित माहौल होगा। जंगलराज की विरासत और जंगलराज के युवराज क्याल बिहार में उचित माहौल बना सकते हैं। जो वामपंथी नक्सयलवाद को बढ़ावा देते हैं, फैक्टररियों को बंद कराना जिनका इतिहास रहा है क्या‍ वे बिहार में निवेश ला सकते हैं। पीएम मोदी ने कर्पूरी ठाकुर को याद करते हुए कहा कि जंगलराज वालों ने उनकी बात सुनी होती तो बिहार के ये हालात नहीं होते।