बिहार: CM नीतीश कुमार ने कहा- वे PM कैंडिडेट नहीं, RCP सिंह ने पार्टी में बहुत गड़बड़ कर दिया
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि वे विपक्षी दलों को एकजुट करेंगे। देशभर में विपक्षियों को एक मंच पर लाने का प्रयास करेंगे। नीतीश ने कहा कि वह पीएम कैंडिडेट नहीं है। उनकी इच्छा पीएम बनने की नहीं है।
- विपक्षी दलों को एकजुट करने का प्रयास करेंगे
पटना। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि वे विपक्षी दलों को एकजुट करेंगे। देशभर में विपक्षियों को एक मंच पर लाने का प्रयास करेंगे। नीतीश ने कहा कि वह पीएम कैंडिडेट नहीं है। उनकी इच्छा पीएम बनने की नहीं है।
शराब बुरी चीज है, लोग नहीं पिएं
सीएम ने कहा कि वे समाज सुधार के लिए लगातार अभियान चला रहे हैं। लोगों को बता रहे हैं कि शराब बुरी चीज है। पीयोगे तो मरोगे। शराब पीने से तरह-तरह की बीमारी होती है। WHO की रिपोर्ट भी आ गई है। बापू भी शराब के खिलाफ थे। लोग नहीं पिएं। यह उनके ही नहीं, सबके हित में है। शराब छोड़ने वालोंं के घरों में कितना बदलाव आया है। सब्जियों की बिक्री कितनी बढ़ गई है। हमने 2018 में सर्वे कराया था तब यह बात सामने आई कि एक करोड़ 64 लाख लोगों ने शराब छोड़ दी है। एक बार फिर इस तरह का सर्वे करायेंगे।
हमने नहीं बीजेपी वालों ने दिया धोखा
बीजेपी द्वारा धोखा दिए जाने के आरोपों से संबंधित सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि हम क्यों धोखा देंगे, धोखा तो वो लोग दिए। 2020 के विधानसभा चुनाव में हमारी सीटें कम हुई तो हम सीएम नहीं बनना चाहते थे। लेकिन बीजेपी की बात मानी। बाद में ऐसी स्थिति आती गई कि एनडीए छोड़ना पड़ा। हमारी पार्टी के लोग चाहते थे कि जो स्थिति है, उसमें हमें एनडीए से बाहर हो जाना चाहिए। डेढ़-दो महीने से इन लोगों से बात भी नहीं कर रहे थे। विधानसभा चुनाव लड़े और हमलोगों के लोगों ने सपोर्ट किया उनका और उनका टोटल हमलोगों के खिलाफ। हारने वाले सबलोगों ने कहा कि बीजेपी वालों ने सपोर्ट नहीं किया। हम बर्दाश्त किए हुए थे।
आरसीपी ने बहुत गड़बड़ किया
आरसीपी सिंह के संबंध पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि उन्होंने बहुत गड़बड़ किया। उनको हम अपनी जगह अध्यक्ष बना दिए। कौन जानता था उनको। हम क्या से क्या बना दिए। अधिकार दिया, सम्मान दिया। आज हमारे ही खिलाफ बोल रहे हैं। सेंट्रल में आरसीपी के मंत्री बनने की बात पर सीएम ने कहा कि हम क्यों कहते मिनिस्टर बनने के लिए। 2019 में जब रिजल्ट आया, तब हमने चार मंत्रालय की मांग की थी। लेकिन अध्यक्ष बना दिए तब अपने मन से सेंट्रल में मिनिस्टर बन गये। आकर कहा कि मिनिस्टर बनगये तो कहे कि अब अध्यक्ष का पद छोड़ दीजिए।
महागठबंधन में बहुत बेहतर ढंग से काम होगा।
तेजस्वी को जेड प्लस सिक्युरिटी देने पर सुशील मोदी की नाराजगी की बाबत पूछने पर उन्होंने कहा कि सुशील मोदी ने जो कहा, वह उन्हें मिला। जब 2020 में सरकार बनी तो लगा कि वे हमारे साथ होंगे। लेकिन उन्हें राज्यसभा भेज दिया। लगा कि वहां भी कुछ मिलेगा, लेकिन कुछ नहीं मिला। अब हमारे खिलाफ बोलेंगे तो शायद पार्टी उनके लिए कुछ सोचे। उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन में बहुत बेहतर ढंग से काम होगा।