Bihar:बालू के इलिगल माइनिंग मामले में ईडी का बड़ा एक्शन, एसजी इंफ्रा के डायरेक्टर अजय सिंह अरेस्ट
ईडी ने बालू के इलिगल बालू माइनिंग मामले से जुड़े अजय सिंह उर्फ पिंटू सिंह को शनिवार को अरेस्ट कर लिया। अजय सिंह धनबाद के दिवंगत कांग्रेस लीडर व कोल बिजनसमैन सुरेश सिंह के बड़े पुत्र हैं।
- धनबाद के दिवंगत कांग्रेस लीडर सुरेश सिंह के बड़े बेटे हैं अजय सिंह
पटना। ईडी ने बालू के इलिगल बालू माइनिंग मामले से जुड़े अजय सिंह उर्फ पिंटू सिंह को शनिवार को अरेस्ट कर लिया। अजय सिंह धनबाद के दिवंगत कांग्रेस लीडर व कोल बिजनसमैन सुरेश सिंह के बड़े पुत्र हैं। अजय सिंह को गिरफ्तार करने के बाद ईडी की टीम ने उसे पटना के जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह ईडी के विशेष न्यायाधीश रूपेश देव की अदालत में पेश किया। कोर्ट ने आरोपित को सात अक्टूबर तक ज्यूडिशियल कस्टडी में आदर्श केंद्रीय कारा बेउर भेज दिया है।
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बालू घोटाला मामले में ईडी ने आरोपितों के खिलाफ आइपीसी की विभिन्न धाराओं और प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत विशेष वाद संख्या 9/2023 दर्ज किया है।ईडी के पटना ऑफिस में पूछताछ के लिए अजय सिंह को दो-तीन दिन से बुलाया जा रहा था। बालूके इलिगल सिंडिकेट में संलिप्तता और राजस्व चोरी से संबंधित सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं देनेपर ईडी ने उन्हें अरेस्ट कर लिया। अजय सिंह कोलकाता की एसजी इंफ्रा नामक कंपनी के डायरेक्टर हैं। उनकी कंपनी धनबाद में बालू घाटों का कंट्रेक्ट लेती थी।
अजय सिंह की कंपनी एसजी इंफ्रा बिहार में बालू सिंडिकेट में शामिल प्रमुख कंपनी आदित्य मल्टीकॉम प्राइवेट लिमिटेड से सीधे तौर पर जुड़ी हुई है। आरोप है कि अजय सिंह आदित्य मल्टीकॉम कंपनी के साथ मिलकर बालू के इलिगल माइनिंग व ब्लैक बिजनस में संलिप्त रहे हैं।आदित्य मल्टीकॉम कंपनी मुख्य रूप से औरंगाबाद, रोहतास समेत आसपास के जिलों में बालू का सिंडिकेट चलाती थी। इसके खिलाफ बिहार के खान एवं भूतत्व विभाग ने 25 एफआईआर दर्ज करा रखी है। ये सभी एफआईआर औरंगाबाद और रोहतास के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में दर्ज हैं। इसमें 2015 से 2021-22 के दौरान 250 करोड़ रुपये की राजस्व चोरी का आरोप पूरे सिंडिकेट पर लगाया गया है।
ईडी की जांच में आदित्य मल्टीकॉम कंपनी की 12 करोड़ की संपत्ति जब्त हो चुकी है। लगभग दो वर्ष पहले कंपनी के ठिकानों पर हुई रेड के दौरान निदेशकों के बैंक खातों समेत अन्य माध्यमों से लगभग नौ करोड़ रुपये जब्त किये गये थे। इस तरह कंपनी की लगभग 21 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। सिंडिकेट के आरोपियों में जेडीयू एमएलएसी राधाचरण सेठ उनके पुत्र कन्हैया प्रसाद, आरजेडी लीडर सुभाष यादव के अलावा अशोक कुमार, धनबाद सतीश सिंह, जग नारायण सिंह, सुरेंद्र जिंदल, मिथिलेश सिंह और पुंज सिंह के अलावा अजय सिंह पर भी मनी लांड्रिंग एक्ट में मामला दर्ज किया है।
सिंडिकेट पर 250 करोड़ रुपये की राजस्व चोरी का आरोप, 10 गिरफ्तार
बालू सिंडिकेट में अबतक अजय सिंह की 10वीं गिरफ्तारी है। इसी मामले में एमएलसी राधा चरण सेठ, उनके बेटे कन्हैया प्रसाद, आरजेडी लीडर सुभाष यादव, धनबाद के मिथिलेश सिंह,जगनारायण सिंह, सतीश सिंह व सुरेंद्र जिंदल समेत छह लोगों के खिलाफ ईडी चार्जशीट तक दायर कर चुकी है। सितंबर में पुंज सिंह व अजय सिंह की गिरफ्तारी हुई है। इन सभी पर आरोप है कि ये बिना ई-चालान के बालू का अवैध खनन, परिवहन एवं बिक्री किया करते थे। इससे सरकार को करोड़ों रुपये की राजस्व की क्षति हुई है। बिहार के खान एवं भूतत्व विभाग ने 25 एफआईआर दर्ज करा रखी है। ये सभी एफआईआर औरंगाबाद और रोहतास के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में दर्ज हैं। इसमें 2015 से 2021-22 के दौरान 250 करोड़ रुपये की राजस्व चोरी का आरोप पूरे सिंडिकेट पर लगाया गया है।दो बड़ी कंपनियां ब्राडसन सन्स और आदित्य मल्टीकाम मिलकर बालू का सबसे ज्यादा बिजनस करती थी। इन दो कंपनियों पर आरोप है कि इन्होंने बिहार में बालू के अवैध कारोबार को बढ़ावा दिया जिसके लिए बाकायदा बालू का सिंडिकेट बना लिया था। इस सिंडिकेट की वजह से सरकार के राजस्व की बड़ी चोरी की जा रही थी।