बिहार: पंचायत चुनाव के पांचवें चरण में कई एमएलए के परिजन हारे, गांव की सरकार में भारी उलटफेर
बिहार में पंचायत और ग्राम कचहरियों के लिए 24 अक्टूबर को हुए पांचवें चरण का चुनाव का रिजल्ट मंगलवार को आ गया। पिछले चार चरणों की तरह पांचवें चरण में भी कई एमएलए के परिजन चुनाव हार गये हैं। पराजित होने वाले में कई निवर्तमान पंचायत-प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
पटना। बिहार में पंचायत और ग्राम कचहरियों के लिए 24 अक्टूबर को हुए पांचवें चरण का चुनाव का रिजल्ट मंगलवार को आ गया। पिछले चार चरणों की तरह पांचवें चरण में भी कई एमएलए के परिजन चुनाव हार गये हैं। पराजित होने वाले में कई निवर्तमान पंचायत-प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
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राजधानी पटना में जिला परिषद की अध्यक्ष अंजू देवी चुनाव हार गई हैं। भ्रष्टाचार और अनुशासन से संबंधित मामले में सरकार ने पहले ही उन्हें बर्खास्त कर दिया था। गोपालगंज में जेडीयू एमएलए पप्पू पांडेय के भतीजे मुकेश पांडेय जिला परिषद का चुनाव हार गये हैं। मुकेश जिला परिषद के अध्यक्ष थे। हथुआ में चैनपुर पंचायत में बीजेपी के दिवंगत लीडर कृष्णा शाही की बहन बबीता शाही ने अपनी भाभी शांता शाही को पटकनी दे दी है। कृष्णा शाही की पत्नी चुनाव हार गईं।
बेगुसराय में एमएलए अपने भाई को नहीं जीता पाये
बेगूसराय जिला में बखरी ब्लॉककी घाघड़ा पंचायत से सीपीआइ एमएलए सूर्यकांत पासवान के भाई रविकांत पासवान चुनाव हार गये हैं। रविकांत को मुखिया पद के लिए तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। भोजपुर जिला में माले एमएलए मनोज मंजिल की पत्नी शिला देवी जिला परिषद का चुनाव हार गईं। सारण जिला में तरैया एमएलए जनक सिंह के भतीजे पप्पू सिंह रामपुर अटौली पंचायत के मुखिया का चुनाव हार गये हैं। गया जिला में एक्स मिनिस्टर कृष्णनंदन वर्मा की समधन मंजू देवी जिला परिषद का चुनाव हार गईं हैं।
वैशाली: हसबैंड सरपंच और वाइफ बनी मुखिया
वैशाली जिला में बिदुपुर ब्लॉक की सैदपुर गणेश पंचायत जनता ने पति और पत्नी दोनों के हाथों में क्रमश: ग्राम कचहरी और ग्राम पंचायत की नुमाइंदगी सौंप दी है। पति को सरपंच और पत्नी को मुखिया की कमान मिल गई है।
गोपालगंज: पति, ससुर और सास के मर्डर के आरोपी को दी करारी मात
गोपालगंज जिले के हथुआ प्रखंड के जिला परिषद क्षेत्र संख्या 18 से जिला परिषद के अध्यक्ष व कुचायकोट के जेडीयू एमएलए अमरेन्द्र पाण्डेय उर्फ पप्पू पांडेय के भतीजे मुकेश पांडेय को करारी हार हुई है। उन्हें माधुरी यादव ने 904 वोटों से पराजित कर दिया। माधुरी जय प्रकाश यादव की भाभी हैं। उल्लेखनीय है किमाधुरी के पति शांतनु यादव, ससुर महेश यादव व सास संकेसिया देवी की वर्ष 2019 की 24 मई को बाइक सवार क्रिमिनलों ने रूपनचक स्थित उनके गांव में दरवाजे पर धावा बोल गोली मार कर मर्डर कर दी थी। गोलीबारी में जय प्रकाश यादव जख्मी हो गये थे। उनके बयान पर मामले में जेडीयू एमएलए अमरेन्द्र पाण्डेय उर्फ पप्पू पांडेय, तत्कालीन जिप अध्यक्ष मुकेश पांडेय, उनके पिता सतीश पांडेय व एमएलए के करीबी बटेश्वर पांडेय को नेम्ड किया गया था। इस मामले में मुकेश पांडेय सहित सभी आरोपित फिलहाल जेल में बंद हैं। मुकेश पांडेय की हार को अमरेन्द्र पांडेय व उर्फ पप्पू पांडेय के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
जेडीयू के जिलाध्यक्ष हारे
जेडीयू के जिलाध्यक्ष संजय चौहान को जिला परिषद क्षेत्र संख्या 16 से पराजय हाथ लगी है। वे मुख्य लड़ाई में भी नहीं आ सके। इस क्षेत्र से रामदर्शन प्रसाद उर्फ मुन्ना किन्नर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रमोद कुमार को 6775 वोटों के अंतर से हरा दिया। जदयू के जिलाध्यक्ष तीसरे नंबर रहे। बक्सर में 0 सालों से मुखिया रहे एमएलए मुन्ना तिवारी के दामाद विभोर द्विवेदी हार गये हैं। उन्हें ने 243 मतों से मनोज सिंह ने हराया। भोजपुर में माले विधायक की पत्नी शीला देवी जिला परिषद क्षेत्र संख्या-10 से हार गईं। जिला परिषद की अध्यक्ष आरती देवी ने शीला देवी को 4716 मत से हराया।
पति सरपंच और पत्नी बनी मुखिया
वैशाली जिला में बिदुपुर प्रखंड की सैदपुर गणेश पंचायत में एक दंपती को उल्लेखनीय सफलता मिली है। जनता ने पति और पत्नी दोनों के हाथों में क्रमश: ग्राम कचहरी और ग्राम पंचायत की नुमाइंदगी सौंप दी है। इस तरह पति को सरपंच और पत्नी को मुखिया की कमान मिल गई है।
पूर्वी चंपारण:एक्स एमएलए अवनीश सिंह सिंह के भाई हारे
पूर्वी चंपारण के जिहुली पंचायत चुनाव में बीजेपी के एक्स एमएलए अवनीश कुमार सिंह के बड़े भाई अजय सिंह को विकास कुमार उर्फ नीकू सिंह नामक युवक ने हरा दिया। युवक ने अजय सिंह को 870 मतों के अंतर से हराया है। नीकू सिंह भी जिहुली गांव का ही निवासी है। वह पहली बार 2016 में भी पंचायत चुनाव लड़ा था। जिसमें उसे बहुत कम अंतर से पराजय का मुंह देखना पड़ा था। लेकिन दूसरी बार यानी 2021 पंचायत चुनाव में उसने बाजी मार ली।
शिवहर में श्रीनारायण सिंह की भाभी बनी मुखिया
श्रीनारायण सिंह की पिछले विधानसभा चुनाव में शिवहर जिले के पुरनहिया प्रखंड के हथसार में गोली मारकर मर्डर कर दी गई थी। जबकि चार माह पूर्व मुजफ्फरपुर में उनके बड़े भाई नवल सिंह की मर्डर के बाद यह परिवार मर्माहत था। यही वजह हैं कि उनकी मां इस बार चुनावी मैदान में नहीं उतरी।जिला परिषद क्षेत्र संख्या एक से जिला पार्षद रहे भतीजे नवनीत सिंह ने भी चुनाव नहीं लड़ा। हालांकि, नवल सिंह की पत्नी साधना देवी ने नयागांव पश्चिमी सीट से चुनाव लड़ा। इलाके की जनता ने उन्हें जीत का माला पहनाया है। साधना देवी ने 1751 मत प्राप्त कर निकटतम प्रतिद्वंदी शत्रुध्न साह को 936 मत से शिकस्त दिया। शत्रुध्न सहनी को महज 851 मत मिले।
पति ने चोरी के पैसों से बनवाई सा गांव की रोड, वाइफ जीती जिला परिषद चुनाव
चोरी के आरोप में गाजियाबाद के जेल में बंद बिहार के सीतामढ़ी जिले के मो. इरफान उर्फ उजाले की पत्नी गुलशन परवीन ने पंचायत चुनाव में जीत हासिल की है। गुलशन परवीन पुपरी के जिला परिषद क्षेत्र संख्या 34 से जीती है। इरफान को गाजियाबाद पुलिस ने कुछ दिनों पहले गिरफ्तार किया था। पंचायत चुनाव में पत्नी को जीत दिलाने के लिए इरफान ने दोनों हाथों से रुपया खर्च किया। उसने एक करोड़ रुपये तो सात गांवों की गलियों में सड़क निर्माण पर ही खर्च कर दिये हैं।
उल्लेखनीय है कि पंचायच चुनाव में डिप्टी सीएम रेणेउ देवी की भाई, मिनिस्टर रामसूरत राय के भाई समेत अन्य कैंडिडेट भी पहले पराजित हो चुके हैं। बिहार की जनता पर गांव की सरकार में सत्ता का धौंस काम नहीं आ रहा है।