बिहार: रणक्षेत्र बना पटना का राजीव नगर, पुलिस पर हमला, सिटी एसपी समेत कई पुलिसकर्मी जख्मी, हवाई फायरिंग
बिहार की राजधानी पटना में आवास बोर्ड की जमीन पर बने अतिक्रमण के खिलाफ बड़ा अभियान शुरु किया गया है। प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ पटना के राजीवनगर,नेपाली नगर, दीघा इलाके में रविवार की सुबह शुरू किया गया है। नेपाली नगर में अवैध निर्माण तोड़ने पहुंची पुलिस पर लोकल लोगों ने हमला कर किया जिसमें सिटी एसपी समेत कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गये हैं।
- धवस्त किये जा रहे 70 घर
- दर्जनों बुलडोजर और दो हजार पुलिस फोर्स लगी है अभियान
पटना। बिहार की राजधानी पटना में आवास बोर्ड की जमीन पर बने अतिक्रमण के खिलाफ बड़ा अभियान शुरु किया गया है। प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ पटना के राजीवनगर,नेपाली नगर, दीघा इलाके में रविवार की सुबह शुरू किया गया है। नेपाली नगर में अवैध निर्माण तोड़ने पहुंची पुलिस पर लोकल लोगों ने हमला कर किया जिसमें सिटी एसपी समेत कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गये हैं।
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आवास बोर्ड की जमीन पर अतिक्रमण कर बनाये गये 70 घरों को मजिस्ट्रेट व पुलिस की मौजूदगी में को तोड़ा जा रहा है। प्रशासन की टीम ढेर सारे बुलडोजर और लगभग दो हजार पुलिस फोर्स के साथ 20 एकड़ में बने 70 मकानों को तोड़ रहा जा है।पुलिस व प्रशासन के बड़े अफसरों की देखरेखरे में मकानों को तोड़ने का अभियान शुरू हुआ तो भारी विरोध भी झेलना पड़ रहा है। सिटी एसपी अंबरीश राहुल, महिला पुलिसकर्मी प्रिया कुमारी चौधरी सहित कई पुलिसकर्मियों और आम लोगों के घायल होने के बाद पुलिस ने हवाई फायरिंग शुरू की। इससे पहले आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को कंट्रोल करने की कोशिश की गई थी।आक्रोशित लोगों ने प्रशासन को रोकने के लिए और भी कई चीजों को आग लगा दी गई। प्रशासन हालात पर नजर बनाये हुए है।
डीएम और एसएसपी के मौके पर पहुंचने के बाद प्रशासन दोबारा एक्टिव हुआ। पुलिस ने हंगामा दर्जन भर लोगों को अरेस्ट किया गया। घरों की तलाशी ली गयी। इसके बाद अतिक्रमण करने वाले घरों की तलाशी लेने के साथ ही बुलडोजर को फिर से एक्टिव कर दिया गया।लोगों के आक्रोश को देखते हुए राजीव नगर पुलिस स्टेशन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।आक्रोशित लोग एलपीजी सिलेंडर में आग लगा कर धमाके की कोशिश कर रहे थे। हालात बेकाबू होने की सूचना मिलते ही पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो राजीव नगर पुलिस स्टेशन पहुंचे। इसके बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई दोबारा शुरू की गई। आक्रोशित लोगों ने पुलिस और प्रशासन के अलावा मीडिया को भी निशाना बनाया है। कई वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया गया है। इनमें मीडियाकर्मियों के वाहन भी शामिल हैं। अतिक्रमण हटाओ अभियान के विरोध में लोगों के घरों में आज चुल्हे नहीं जले हैं। राजीव नगर पहुंचे डीएम और एसपी को स्थानीय लोगों का आक्रोश झेलना पड़ा। लोगों ने डीएम और एसपी को मौके से खदेड़ कर भागा दिया। किसी तरह की आगजनी को रोकने के लिए मौके पर दमकल की गाड़ियों को भी बुलाया गया है।
नेपाली नगर के आसपास धारा 144 लागू, राजीव नगर में 40 एकड़ पर निर्माण
बिहार राज्य आवास बोर्ड के लिए अर्जित भूमि में 40 एकड़ पर रविवार को प्रशासन ने अतिक्रमण हटा दिया। 75 निर्माणाधीन संरचनाओं को तोड़ दिया गया है। नेपाली नगर के आसपास के इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। 20 संरचनाओं को आंशिक रूप से तोड़कर 24 घंटे में खाली करने का समय दिया गया है। डीएम चंद्रशेखर सिंह ने यह जानकारी दी है।डीएम ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के दौरान पांच सौ पुलिस बल प्रतिनियुक्त किया गया था। कोई अप्रियघटना नहीं हुई है। उपद्रव से निपटने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग वआंसू गैस का प्रयोग किया गया। सिटी एसपी मध्य,एक महिला पुलिकर्मी व अन्य पुरुष पुलिसकर्मी को चोटें आई हैं। विरोध प्रदर्शन करने वाले दीघा कृषि भूमि बचाओ समिति के अध्यक्ष और सचिव सहित 25 लोगों को अरेस्ट किया गया है। मोबाइल काल डिटेल और वाट्सऐप मैसेज से भू-मा फिया ओं की पहचान कर कार्रवार्ई की जायेगी।वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रव में शामिल लोगों पर कार्रवार्ई की जायेगी। डीएम ने बताया कि जिला प्रशासन को को सूचना है कि हंगामा करने के लिए बाहर से भी लोगों को बुलाया गया था। गिरफ्तार लोगों के काल डिटेल्स एवं वाट्सऐप चैट के आधार पर भ माफियाओं की भी संलिप्तता पाई गई है।
पप्पू यादव को मकान मालिकों से मिलने नहीं दिया गया
जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव आज नेपाली नगर पहुंचे लेकिन उन्हें प्रशासन द्वारा मकान के मालिकों से बातचीत नहीं करने दी गई है।
हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर कब्जे का आरोप
प्रभावित लोगों ने आग लगा कर और प्रशासन पर पत्थर चला कर अभियान रोकने की कोशि की। पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले छोड़े गये। लोगों पर लाठी चार्ज किया गया। कई लोगों को कस्टडी में लिया गया। आरोप है कि ये लोग बिहार हाउसिंग बोर्ड की जमीन कब्जा कर घर बनाये हुए हैं।
प्रशासन ने घर हटाने के लिए दिया था एक हफ्ते का समय
हाउसिंग बोर्ड प्रशासन ने लगभग एक माह पहले ही पहले ही इन सभी मकानों को तोड़कर हटाने के लिए अतिक्रमणकारियों को नोटिस दिया था। इसके बाद प्रभावित लोगों ने आंदोलन शुरू किया था। प्रशासन के पास गुहार लगाई थी। उनका कहना था कि वे मकान के लिए नगर निगम को टैक्स देते हैं, इसी मकान पर बिजली कनेक्शन और अन्य सुविधाएंम हासिल करते हैं ऐेसे में उनका घर कैसे तोड़ा जायेगा।पटना के इस इलाके में हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर यूं तो हजारों मकान खड़े हैं, लेकिन प्रशासन फिलहा ल केवल एक चिन्हात एरिया के 70 घरों को धवस्त करने की कार्रवाई शुरु किया है।