Bihar: क्राइम पेट्रोल और सीआईडी’ की स्टोरी को देख मर्डर व बड़ी ठिकाने लगाने का आइडिया आया, तीन अरेस्ट

बिहार के पटना रेलवे स्टेशन पर 14 फरवरी को 13331अप धनबाद -पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन से बक्से में बंद युवक के बॉडी की पहचान कर रेल पुलिस ने घटना की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने मर्डर के तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर जेल भज दिया है। 

Bihar: क्राइम पेट्रोल और सीआईडी’ की स्टोरी को देख मर्डर व बड़ी ठिकाने लगाने का आइडिया आया, तीन अरेस्ट
  • पटना-धनबाद इंटरसिटी एक्सप्रेस से बक्सें में बंद मि‍ले बॉडी मामले की गुत्थी सुलझी

पटना। बिहार के पटना रेलवे स्टेशन पर 14 फरवरी को 13331अप धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन से बक्से में बंद युवक के बॉडी की पहचान कर रेल पुलिस ने घटना की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने मर्डर के तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर जेल भज दिया है। 

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दोस्त की वाइफ से अवैध संबंध की वजह से जगत महतो की मर्डर की गयी थी। बॉडी को बक्से में रखकर ट्रेन में चढ़ा दिया था। रेल पुलिस ने इस मामले में महिला निशा कुमारी, उसके हसबैंडविक्की कुमार और ट्रेन में बॉडी रखवाने वाले दोस्त बिट्‌टू को अरेस्ट किया है। मृतक विक्की शेखपुरा जिले का रहने वाला था। जगत और विक्की बचपन उसके दोस्त थे।पटना रेल शएपी अमृतेन्दु शेखर ठाकुर ने यह जानकारी दी है। 

पटना जंक्शन पर 13 फरवरी की शाम में ट्रेन से बंद बक्से में युवक की बॉडी मिली थी।  यह बॉडी धनबाद से पटना आई इंटरसिटी एक्सप्रेस में इंजन के बाद से जनरल डिब्बे की तीसरी कोच में रखी हुई थी। इस मामले में पटना रेल थाना में FIR नंबर 86/23 दर्ज किया गया था। यह ब्लाइंड केस रेल पुलिस के लिए चुनौती था। बॉडी की पहचान के लिए रेल पुलिस की तरफ से आसनसोल और धनबाद तक के RPF कमांडेंट से कांटैक्ट किया गया। साथ ही वायरलेस के जरिए पटना से लेकर धनबाद के रास्ते पड़ने वाले हर स्टेशन के रेल थाना को मैसेज किया गया। कुछ जगहों पर विज्ञापन भी छपवाये गये। वहीं मृतक जगत के परिवार वाले भी परेशान थे, क्योंकि 12 फरवरी को जगत कोलकाता से अपने के लिए चला था। लेकिन 13 फरवरी को वो वहां पहुंचा नहीं। इसके बाद परिवार ने लोकल पुलिस स्टेशन में एक कंप्लेन भी दर्ज कराई थी। इस दौरान परिवार को पटना में बंद बक्से में बॉडी मिलने की जानकारी हुई। परिवार ने रेल पुलिस से कांटैक्ट किया। इसके बाद बॉडी की पहचान जगत कुमार महतो के रुप में हुई। शेखपुरा जिले के कमालपुर का रहने वाला जगत  कोलकाता में रह कर मजदूरी करता था।

मृतक व आरोपी दोनों बचपन तके दोस्त

विक्की भी कोलकाता में रहकर मजदूरी करता था। विक्की और जगत दोनों बचपन के दोस्त थे। क्लास सात से दोनों कोलकाता में पढ़ाई कर चुके हैं। पिछले साल मई महीने में निशा के साथ विक्की की दूसरी शादी हुई थी। शादी के बाद पत्नी को किरायेके मकान में लखीसराय के केवैया में रखे हुए था। रेल पुलिस की जांच में पता चला कि कुछ महीने पहले जगत ने अपने दोस्त विक्की से बात करने के लिए उसके मोबाइल नंबर पर कॉल किया था। मगर, उस वक्त बात निशा से हो गई। यहीं से दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ, जो अवैध संबंध में बदल गया। जगत चारफरवरी को विक्की के गैर मौजूदगी में लखीसराय स्थित उसके घर आया था। इसकी जानकारी पड़ोसी से विक्की को हो गई। फिर वो अपने घर आया। उसने पत्नी से पूछा। तब असलियत सामने आई। इस पर पत्नी के सामने उसने दो विकल्प दिया। एक ये कि तुम जगत के साथ रहो या उसे मारने में मेरा साथ दो। 
‘क्राइम पेट्रोल और सीआईडी’ की स्टोरी को देख आया आइडिया
रेल पुलिस के अनुसार क्राइम शो ‘क्राइम पेट्रोल और सीआईडी’ की स्टोरी को देख कर विक्की कुमार को मर्डर और बॉडी को ठिकाने लगाने का आइडिया आया था। निशा ने हसबैंड के दिए दो में से एक विकल्प चुन लिया । उसने अपने हसबैंड का साथ दिया। कोलकाता से 12 फरवरी को घर के लिए निकले जगत को निशा ने कॉल किया। उसे अपने घर बुलाया। हसबैंड विक्की घर पर है, इस बात की भनक उसे नहीं लगने दी। जगत 13 फरवरी को जब निशा के पास पहुंचा तो उस समय उसका हसबैंड विक्की घर के बाहर नहीं बल्कि छत पर था। बातों में बहला फुसलाकर निशा जगत को बेड पर सुला रही थी। तभी विक्की आया और गला में रस्सी बांध कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। जगत की बॉडी को ठिकाना लगाने के लिए आरोपी विक्की एक बैग खरीदकर लाया, लेकिन बॉडी उसमें समायोजित नहीं हो सकी।  इसके बाद विक्की ने अपनी मां के पुराने बक्से के ताले को तोड़ा। इसमें रखे पुराने सामान निकासलकर जगत की बॉडी को उसमें रखा। बक्सा भारी हो चुका था। इस कारण उसे ले जाने के लिए अपने दोस्त बिट्‌टू की उसने मदद ली।

सीसीटीवी फुटेज से मिले सबूत

विक्की ने बॉडी को ठिकाने लगाने से पहले लखीसराय स्टेशन की रेकी की थी। वहां लगे हर एक CCTV की पड़ताल की। तब इन्हें पता चला कि अधिकतर CCTV काम नहीं कर रहे हैं। इसके बाद ही बक्से में बॉडी रखने के बाद उसे अपने सिर पर लेकर विक्की लखीसराय स्टेशन पहुंचा था। रेलवे स्टेशन विक्की के  घर से एक किलोमीटर की दूरी पर है। विक्की की प्लानिंग पहले विक्रमशिला एक्सप्रेस में बक्से में बंद बॉडी को रखने की थी। ताकि दिल्ली जाकर वो उतरे। बॉडी की पहचान नहीं हो सके। लेकिन उस टाइम पर विक्रमशीला की जगह स्टेशन पर धनबाद से पटना आ रही इंटरसिटी पहुंच गई। बक्से को उसमें रख वे निकल गये। जब जगत के परिवार ने रेल पुलिस से कांटैक्ट किया था तब उसका मोबाइल नंबर रेल पुलिस को मिला। फिर कॉल डिटेल और टावर लोकेशन निकाला गया। इसके बाद लखीसराय स्टेशन के CCTV को खंगालने पर ज्यादा कुछ मिला नहीं। मगर, जब स्टेशन के बाहर एक दवा दुकान में लगे CCTV के फुटेज को रेल पुलिस ने खंगाला तो उसमें सिर पर बक्सा लेकर स्टेशन की तरफ जाते हुए विक्की और उसका दोस्त दिख गया। इसके बाद रेल पुलिस ने दोनों को अरेस्ट कर लिया। 
रेस एसपी ने  ब्लाइंड केस के खुलासे के लिए डीएसपी मुख्यालय सुशांत कुमार चंचल, दानापुर डीएसपी प्रशांत कुमार और पटना जंक्शन रेल थानेदार रंजीत कुमार सिंह की एक स्पेशल टीम बनाई थी। इस टीम ने जगत के सामान के साथ ही मर्डर में इस्तेमाल किए गए रस्सी और दूसरे सामानों को बरामद कर लिया है।