बिहार: पटना में सेक्स रैकेट का खुलासा, बैचलर पार्टी के नाम पर जाती थीं लड़कियां, आठ पकड़ायी
बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने सेक्स रैकेट का पर्दाफाश दो एरिया से आठ लड़कियों को पकड़ा है। ये सभी लड़कियां यूपी, बंगाल और छत्तीसगढ़ की रहने वाली हैं। लड़कियों को ऑर्केस्ट्रा में काम करने के नाम पर लिया गया था। पुलिस ने बताया कि जब ऑर्केस्ट्रा में काम नहीं चलता तो ये लोग लड़कियों को कस्टमर्स के पास भेजते थे।
- यूपी, बंगाल और छत्तीसगढ़ से बुलाया था ऑर्केस्ट्रा में नचाने को
पटना। बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने सेक्स रैकेट का पर्दाफाश दो एरिया से आठ लड़कियों को पकड़ा है। ये सभी लड़कियां यूपी, बंगाल और छत्तीसगढ़ की रहने वाली हैं। लड़कियों को ऑर्केस्ट्रा में काम करने के नाम पर लिया गया था। पुलिस ने बताया कि जब ऑर्केस्ट्रा में काम नहीं चलता तो ये लोग लड़कियों को कस्टमर्स के पास भेजते थे।
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पुलिस ने जक्कनपुर पुलिस स्टेशन एरिया के पुराने बस स्टैंड के पास प्रांजल होटल में रेड कर दो लड़कियों के साथ में मैनेजर और एक स्टाफ को भी अरेस्ट किया है। पुलिस पूछताछ में मिली जानकारी के अनुसार गर्दनीबाग पुलिस स्टेशन एरिया के पूरबी सरिस्ताबाद से छह और लड़कियों को पकड़ा। पुलिस ने इस पूरे रैकेट के सरगना को भी दबोच लिया है।सेक्स रैकेट के सरगना संजय सिंह, होटल के स्टाफ बिकु और मनीष को जेल भेजा दिया गया। वहीं सभी लड़कियों को बचपन बचाव आंदोलन संस्थान को दे दिया गया है। यह संस्थान लड़कियों को ले जा कर महिला विकास एवं बाल कल्याण में पेश करेंगे।
लड़कियों ने बताया की शादी में ऑर्केस्ट्रा में काम करने के नाम पर हमें बुलाया गया था। लड़कियों ने यह भी बताया की जो हमें बुलाकर लाया है वो हमें इस गंदे धंधे में भेजने की कोशिश करता है। कभी कहीं रखने के नाम पर किसी के पास भेज देता है। जिसका हम हमेशा विरोध करते हैं। जबकि इस सेक्स रैकेट के सरगना ने बताया की लड़किया ऑर्केस्ट्रा में काम करती हैं।ऑर्केस्ट्रा में जब बुकिंग नही होती है तब होटल और ग्राहकों से डील होने के बाद उन्हें होटलों में या ग्राहक के जगह पर लड़कियों को भेजा जाता है।
बैचलर और डांस पार्टियों में सेक्स रैकेट
पटना में बैचलर और डांस पार्टियों में सेक्स रैकेट चल रहा है। इसके लिए कम उम्र की लड़कियों की सप्लाई हो रही है। डिमांड के लिए चार स्टेट में मानव तस्करों का बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल के साथ बिहार के अलग-अलग जिलों से मजबूर लड़कियों को बैचलर पार्टियों के लिए लाया जा रहा है।उम्र के हिसाब से रेट फिक्स है। 16 से 17 साल तक की लड़कियों की डिमांड सबसे अधिक है। इसके लिए 20 हजार तक की वसूली करते हैं। कम उम्र और सुंदर दिखने वाली लड़कियों के लिए तो एडवांस बुकिंग होती है।
दो वर्ड के कोड से जिस्म का बिजनस
पटना में अलग-अलग वर्ग के लिए सेक्स रैकेट का बड़ा बिजनस चल रहा था। यह बिजनस दो वर्ड के कोड पर चल रहा था। पटना का गुलशन उर्फ विक्कू छत्तीसगढ़ की रामेश्वरी उर्फ छोटी सिंह के साथ मिलकर बड़ा सेक्स रैकेट चला रहा था। गुलशन किंग म्यूजिकल ग्रुप और जादूगर गुलशन किंग के नाम से लड़कियों की सप्लाई कर रहे थे।जादूगर गुलशन किंग मॉडल और लड़की की सप्लाई करने के लिए पूरा नेटवर्क बनाया था। बैचलर और डांस पार्टियों में लड़कियों की सप्लाई के लिए अलग-अलग लड़कों को लगाया गया था, जिससे पुलिस को भी भनक नहीं लग रही थी। पूरा खेल दो वर्ड के कोड से चलता था। कस्टमर तक लड़कियों को लेकर पहुंचाने वाले कोड पर ही काम करते थे। लड़कियों की बुकिंग के समय ही जो कोड दिया जाता है, उसी कोड के आधार पर डिलिवरी की जाती थी।
प्राइवेट कंपनी की तरह था सेक्स रैकेट का पूरा खेल
जक्कनपुर और गर्दनीबाग पुलिस स्टेशन एरिया में चल रहा सेक्स रैकेट का पूरा खेल एक प्राइवेट कंपनी की तरह ही था। डीलिंग और डिलीवरी से लेकर कैश की वसूली अलग-अलग व्यक्ति के जिम्मे थी। लड़कियों को ले जाने वाले कस्टमर्स को पहले उम्र के साथ पूरी प्रोफाइल बताई जाती थी। पसंद आने पर रेट की बात होती थी। माइनर की डिमांड के कारण ऐसी लड़कियों की प्रोफाइल अधिक संख्या में होती थी।
दीदी की सहेली ने पटना बुला दलालों से कर ली डीलिंग
बैचलर और डांस पार्टियों के नाम पर सप्लाई होने वाली उत्तर प्रदेश के कानपुर की 16 साल की लड़की को उसकी दीदी के दोस्त ने इस धंधे में उतार दिया है। पीड़िता ने बताया कि दो साल पहले उसके माता-पिता की मौत हो गई थी। इसके बाद परिवार वालों के व्यवहार से वह परेशान हो गई।पटना में ब्याही बड़ी बहन की एक दोस्त ने उसे नौकरी के नाम पर पटना बुला लिया। दो चार दिन घर में रखने के बाद गुलशन के हाथों उसकी डीलिंग कर दी। गुलशन घर में ले जाने के बाद पहले डांस पार्टियों के साथ अन्य प्रोग्राम में भेजने लगा। इस दौरान छोटी सिंह ने पैसे का लालच देकर उसे देह व्यापार के लिए प्रेरित कर दिया। इसके बाद वह लगभग एक साल से ऐसे ही पार्टियों और होटलों के लिए बुक होने लगी।
20 हजार वसूली कर मात्र पांच सौ देते थे लड़कियों को
पटना में सेक्स रैकेट के खुलासे में में पता चला है किगुलशन और छोटी सिंह लड़कियों को बैचलर व डांस पार्टियों के लिए 500 रुपये देते थे। जबकि कस्टमर्स से उम्र के हिसाब से पैसा वसूलते थे। बचपन बचाओ आंदोलन के स्टेट कोआर्डिनेटर अर्जित अधिकारी का कहना है कि पटना इंटर स्टेट मानव तस्करों का बड़ा गैंग काम कर रहा है।मजबूर लड़कियों को नौकरी के नाम पर लाया जाता है। इसके बाद उनसे देह व्यापार कराया जाता है। अर्जित का कहना है कि अगर वह स्टिंग ऑपरेशन नहीं कराते तो पकड़ में नहीं आते। यहां लड़कियों के साथ बच्चियों को भी लाया जा रहा था। बिहार में उन्हें मोटिवेट करने के बाद सेक्स रैकेट में काम करने के लिए तैयार कर दिया जाता था। जितनी भी लड़कियां पकड़ी है, हर कोई मजबूर हैं। अर्जित का कहना है कि पांच से छह हजार का रेट एक नाइट की डीलिंग करते हैं। मोबाइल में मिले डिटेल में पता चला है कि माइनर के लिए 20 हजार तक वसूले गये हैं।
पार्टियों के साथ होटलों में बड़ा नेटवर्क
गर्दनीबाग पुलिस स्टेशन के सरिस्ताबाद से ही लड़कियों की सप्लाई अलग-अलग पार्टियों और होटलों में की जाती थी। सरिस्ताबाद में नन्हें कुमार यादव के तीन मंजिला मकान के फर्स्ट फ्लोर को गुलशन ने 15 हजार रुपये महीना किराये पर ले रखा था। यहां दो यूपी, छत्तीसगढ़ और बंगाल के साथ बिहार के अलग-अलग जिलों से आने वाली लड़कियों को रखा जाता था। पुलिस ने यहां से गुलशन की पार्टनर छोटी सिंह को अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने यहां से पांच लड़कियों को बरामद किया। इसमें एक लड़की माइनर बताई जा रही है।
पुलिस का कहना है कि एक कमरे में गुलशन और छोटी सिंह रहते थे। दूसरे कमरे में व हॉल में सप्लाई वाली लड़कियों की व्यवस्था की गई थी। लड़कियों को छोटी सिंह के धंधे में उतारने के लिए मोटिवेट करती थी। नौकरी के नाम पर लाई जाने वाली लड़कियों को मॉडलिंग का सपना दिखाकर धंधे में लाया जा रहा था। हालांकि गुलशन पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया। धंधे की पार्टनर छोटी सिंह को पुलिस ने पकड़ा है। लड़कियों को लेकर होटल आया दलाल फरार हो गया। अब पुलिस गुलशन की तलाश में रेडकर रही है।