बिहार: CM नीतीश के खिलाफ अमर्यादित बयान देने मामले में एक्स एमपी अरुण कुमार को तीन साल की सजा
बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर अमर्यादित बयान देने के मामले में जहानाबाद के एक्स एमपी अरुण कुमार को कोर्ट ने तीन साल की सजा एवं पांच हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है। वहीं मधेपुरा के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया है।
- पप्पू यादव को मिली राहत
जहानाबाद। बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर अमर्यादित बयान देने के मामले में जहानाबाद के एक्स एमपी अरुण कुमार को कोर्ट ने तीन साल की सजा एवं पांच हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है। वहीं मधेपुरा के एक्स एमपी राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को साक्ष्य के अभाव में कोर्ट ने बरी कर दिया है।
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जहानाबाद व्यवहार न्यायालय के एमएलए एमपी कोर्ट के जज आरके रजक ने शनिवार को लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुण कुमार के विरुद्ध आइपीसी की धाराओं 153 ए एवं 505 में दोषी पाते हुए यह फैसला सुनाया। कोर्ट ने उन्हें पांच हजार रुपए के मुचलके पर जमानत दे दिया।
एक्स एमपी अरुण कुमार ने वर्ष 2015 में सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ सीना तोड़ने का अमर्यादित बयान दिया था। वहीं जाप सुप्रीमो एक्स एमपी राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव एवं नीतीश कुमार के विरुद्ध अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया था। लालू के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के मामले में मधेपुरा के एक्स एमपी और जाप सुप्रीमो पप्पू यादव को कोर्ट ने बरी कर दिया है।
दोनों के खिलाफ जहानाबाद कोर्ट में जिले के शिक्षाविद चंद्रिका प्रसाद यादव ने वर्ष 2015 में परिवाद पत्र दायर किया था। इसमें एक्स एमपी अरुण कुमार के द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सीना तोड़ देने के बयान का हवाला देते हुए परिवाद पत्र दायर कराया था l वहीं जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो के ऊपर लालू समेत अन्य नेताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी किये जाने का परिवाद पत्र दाखिल किया था।इस मामले में न्यायालय के द्वारा लगातार सुनवाई की जा रही थी।
मैं भ्रष्टाचारियों एवं दलालों के खिलाफ बोलते रहा हूं: अरूण
सजा मिलने के बाद जहानाबाद के एक्स एमपी अरुण कुमार ने कहा कि न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं। अरुण कुमार ने कहा कि मैं भ्रष्टाचारियों एवं दलालों के खिलाफ बोलते रहा हूं। इसीलिए मेरे खिलाफ मुकदमा किया गया है। कोर्ट का सम्मान करता हूं, लेकिन मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता रहूंगा।