बिहार में कोरोना का कहर तेज, पंचायतीराज निदेशक समेत 14 लोगों की मौत, बीते 24 घंटे में मिले 4157 नये मामले
बिहार कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैल रही है। बीते 24 घंटे के दौरान स्टेट में कुल 4157 नये संक्रमित मिले हैं। इसके साथ ही स्टेट में एक्टिव केसों की संख्या 20148 हो गई है। पंचायती राज विभाग के निदेशक (आईएएस) विजय रंजन और रेलवे के लोको पायलट समेत 14 लोगों की मंगलवार को कोरोना से मौत हो गई।
- अब तक एसबीआइ के पांच सौ स्टाफ पॉजिटिव
पटना। बिहार कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैल रही है। बीते 24 घंटे के दौरान स्टेट में कुल 4157 नये संक्रमित मिले हैं। इसके साथ ही स्टेट में एक्टिव केसों की संख्या 20148 हो गई है। पंचायती राज विभाग के निदेशक (आईएएस) विजय रंजन और रेलवे के लोको पायलट समेत 14 लोगों की मंगलवार को कोरोना से मौत हो गई।
राजधानी पटना में सर्वाधिक 1205 नये पॉजिटिव मिले हैं। पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सात, एनएमसीएच में चार और एम्स में चार लोगों की जान चली गई। लोको पायलट रवि कुमार सिंह की मौत दानापुर रेलवे हॉस्पिटल में हुई। कोरोना से पीड़ित होने के बाद उन्हें इलाज के लिए दानापुर रेलवे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। वहीं वैशाली जिले में कार्यरत जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. ललन कुमार राय का पटना एम्स में मंगलवार की शाम को निधन हो गया। डॉ. ललन राय बीते शुक्रवार को कोरोना जांच में पॉजिटिव पाये गये थे। डॉ. राय को नौ अप्रैल को एम्स में एडमिट करवाया गया था। स्टेट में आज कुल 56487 लोगों को कोरोना से बचाव की वैक्सीन भी दी गई।
बिहार विधानसभा सचिवालय के 11 कर्मचारी हुए संक्रमित
बिहार विधानसभा सचिवालय में मंगलवार को 11 अधिकारी व कर्मचारी कोरोना पाजिटिव मिले हैं। बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के आदेश पर मंगलवार को सभी अधिकारी व कर्मचारियों की जांच कराई गई थी। 87 लोगों की जांच में 11 कोरोना संक्रमित पाये गये।विधानसभाध्यक्ष ने ऑफिस आने वाले अफसर-कर्मियों की संख्या को गृह विभाग के आदेश के मुताबिक नियंत्रित करने का आदेश ने दिया है। 30 अप्रैल 2021 तक सभा सचिवालय के अवर सचिव एवं समकक्ष तथा उससे उपर स्तर के पदाधिकारी के शत प्रतिशत कार्यालय आयेंगे जबकि इनके अधीनस्थ कर्मियों को प्रतिदिन बारी-बारी से 33 परसेंट उपस्थित होने संबंधी आदेश भी निर्गत कर दिया गया है।
विधान परिषद के एक और स्टाफ की कोरोना से मौत
बिहार विधान परिषद के एक और कर्मी की मौत कोरोना से हो गई। अब तक परिषद सचिवालय के 18 कर्मी कोरोना संक्रमित मिले।परिषद कार्यालय को 18 अप्रैल तक बंद कर दिया गया। परिषद के जनसंपर्क अधिकारी अजीत रंजन ने बताया की मंगलवार को कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सहायक विजेंद्र कुमार शर्मा की मृत्यु पर शोक सभा आयोजित किया। शोक व्यक्त करने के पश्चात सभापति ने बिहार विधान परिषद् को 18 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया है। सभापति ने सभी कार्यालय कर्मियों के लिए कोरोना जांच की व्यवस्था कार्यालय में की गई थी। अब तक 18 कर्मी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
बढ़ी संक्रमण की दर, रिकवरी रेट भी कम
स्टेट में पिछले पांच दिनों में कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर में तीन फीसदी की गिरावट आयी है।जबकि संक्रमण दर में दो फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। संक्रमण दर पिछले वर्ष अप्रैल 2020 की तुलना में भी अधिक है। राज्य में 7 अप्रैल, 2021 को 85,050 सैंपल की जांच की गई। इनमें 1527 नए संक्रमित मिले थे। राज्य में इस दिन संक्रमण की दर 1.79 फीसदी रही। वहीं, संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 97.24 फीसदी थी। इनमें पांचवें दिन 11 अप्रैल को काफी अंतर आ गया। उस दिन राज्य में 99023 सैंपल की जांच की गई, जबकि 3756 संक्रमित मिले। संक्रमण दर बढ़कर 3.79 फीसदी हो गयी। वहीं, स्वस्थ होने की दर कम होकर 94.24 फीसदी हो गयी।
एसबीआइ के 500 कर्मचारी संक्रमित, टीकाकरण शिविर लगाने की मांग
भारतीय स्टेट बैंक के पटना सर्कल (बिहार- झारखंड) में तक 500 स्टाफ संक्रमित पाये गये हैं। हालांकि किसी की मौत की खबर नही है। एसबीआइ के बिहार और झारखंड स्थित शाखाओं में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। अधिकृत सूत्रों ने कहा कि राहत की बात यह है कि अब तक किसी की मौत नहीं हुई है। किसी भी शाखा को बंद नहीं किया गया है। सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए सभी शाखाओं में कामकाज चल रहा है। केंद्र सरकार की ओर से वैसे कार्यालयों में टीकाकरण शिविर लगाने का निर्देश जारी किया गया है जहाँ पर 100 की संख्या में स्टाफ हैं। कर्मचारियों ने कहा कि इसके बावजूद बिहार सरकार की ओर से इस पर पहल नहीं की गयी है। कर्मचारियों का कहना है कि केंद्र सरकार के निर्देश का बिहार सरकार को तुरंत पालन करना चाहिए और टीकाकरण शिविर लगाने के लिए विशेष प्रबंध करना चाहिए।
कोरोना गाइडलाइन पर सख्ती के निर्देश
कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए पिछले दिनों जारी गाइडलाइन के तहत लगाये प्रतिबंधों का राज्यभर में सख्ती से पालन कराया जाएगा। सभी डीएम, एसएसपी और एसपी को सख्ती से इसके पालन का टास्क सौंपा गया है। गृह विभाग के विशेष सचिव विकास वैभव की ओर से मंगलवार को इस बाबत निर्देश भी जारी कर दिया गया। गृह विभाग ने नौ अप्रैल को कोरोना के रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे। इसके तहत कई प्रतिबंध लगाये गये हैं। हाल के दिनों में कोरोना के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि के मद्देनजर 12 अप्रैल को आपदा प्रबंधन समूह की बैठक हुई थी। इसमें कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव और संक्रमितों की संख्या में तेजी से हो रहे इजाफे को देखते हुए नौ अप्रैल को लगाए गए प्रतिबंधों की समीक्षा की गई। इस दौरान निर्णय लिया गया कि गृह विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराया जाए।
नगर निकायों और पंचायतों को मास्क वितरण की जिम्मेदारी
गृह विभाग की ओर से डीएम-एसपी को जारी पत्र में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मास्क और साबुन का वितरण कराने को कहा गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह जिम्मेदारी पंचायती राज संस्थाओं की होगी, जबकि शहरी इलाके में नगर निकायों के माध्यम से मास्क और साबुन का वितरण होगा। गृह विभाग ने अधिकारियों से कहा कि आदेश का पालन सुनिश्चित कराने के लिए जरूरी कार्रवाई करें और विभाग को इससे अवगत कराएं।