Deoghar airport controversy: MP निशिकांत दूबे व मनोज तिवारी के खिलाफ दर्ज केस की जांच CID करेगी
देवघर एयरपोर्ट के एटीसी में जबरन प्रवेश करने के मामले में बीजेपी एमपी निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी समेत नौ लोगों पर दर्ज केस की जांच सीआईडी करेगी। सीआईडी ने इस मामले में देवघर के कुंदा पुलिस स्टेशन में दर्ज केस को टेकओवर कर लिया है।
रांची। देवघर एयरपोर्ट के एटीसी में जबरन प्रवेश करने के मामले में बीजेपी एमपी निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी समेत नौ लोगों पर दर्ज केस की जांच सीआईडी करेगी। सीआईडी ने इस मामले में देवघर के कुंदा पुलिस स्टेशन में दर्ज केस को टेकओवर कर लिया है।
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अब सीआईडी चार्टर प्लेन के पायलट, गोड्डा एमपी निशिकांत दुबे, उनके बेटों कनिष्क कांत दुबे, माहिकांत दुबे, एमपी मनोज तिवारी, मुकेश पाठक, देवता पांडेय, पिंटू तिवारी व एयरपोर्ट डायरेक्टर संदीप ढिंगरा पर दर्ज केस की जांच करेगी। दुमका सीआईडी टीम के प्रभारी को केस का आइओ बनाया गया है।
एमपी निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी, दिल्ली के भाजपा नेता कपिल मिश्रा समेत अन्य लोग चार्टर प्लेन से देवघर आये थे। दुमका की पीड़िता के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सहायता राशि दी थी। इसके बाद सभी देवघर से नई दिल्ली लौट गये थे। देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री का आरोप था कि सभी पैसेंजर व पायलट एटीसी बिल्डिंग में चले गये थे। डीसी ने गोड्डा एमपी समेत अन्य पर वहां जबरन एटीसी क्लीयरेंस लेने का आरोप लगाया था। एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद एमपी व डीसी में जम कर विवाद भी हुआ था।
यहा है मामला
एफआइआर में उल्लेख है कि 31 अगस्त को दोपहर 1:50 बजे दिल्ली से देवघर एयरपोर्ट पर एक चार्टर प्लेन उतरी। उसमें एमपी निशिकांत दुबे, एमपी मनोज तिवारी, एक्स एमएलए कपिल मिश्रा, निशिकांत के दोनों पुत्रों के अलावा शेषाद्री दुबे, सुनील तिवारी सहित कुछ अन्य लोग सवार थे। पुन: शाम 5:25 सभी पैसेंजर एयरपोर्ट पहुंचे। सभी चार्टेड प्लेन के अंदर चले गये गेट बंद हो गया। देवघर एयरपोर्ट में नाइट टेकऑफ, लैंडिंग व आईएफआर सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण लो विजिबिलिटी, खराब मौसम, सूर्यास्त के बाद एयरक्राफ्ट को एटीसी क्लीयरेंस सामान्यत: संभव नहीं था। कुछ देर बाद दरवाजा खुला व पायलट उतरकर एटीसी की तरफ चले गये। सुरक्षा के दृष्टिकोण से वहां तैनात डीएसपी भी उनके पीछे गये। एटीसी कंट्रोल रूम में डायरेक्टर संदीप ढींगरा व पायलट की बात हो रही थी। कर्मियों पर दबाव डालकर बोला जा रहा था कि पैसेंजर्स का आज ही वापस जाना अति आवश्यक है इसलिए एटीसी क्लीयरेंस दिया जाये। कुछ देर बाद एमपी निशिकांत दुबे व मनोज तिवारी सहित अन्य भी एटीसी रूम के अंदर पहुंच गये। दबाव के बाद उन्हें एटीसी क्लीयरेंस मिल गया व सभी लोग वहां से निकल गये।
डीएसपी ने चार्टर प्लेन के पायलट, एमपी निशिकांत दुबे, उनके दोनों पुत्रों, एमपी मनोज तिवारी,कपिल मिश्रा, मुकेश पाठक, देवता पांडेय, पिंटू तिवारी पर सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने व एयरपोर्ट के डायरेक्टर संदीप ढींगरा पर अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाही व यात्रियों को अप्रत्यक्ष रूप से एटीसी रूम में प्रवेश व उपस्थिति के लिए समर्थन करने के लिए एफआइआर दर्ज करायी है।