धनबाद: PMCH में 30 बेड के अत्याधुनिक ICU का उद्घाटन
कोयला राजधानी धनबाद में कोरोनावायरस के संक्रमित पेसेंट को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच कैथ लैब के ग्राउंड फ्लोर में वर्ल्ड क्लास 30 बेड के इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) बनाया गया है। डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह की उपस्थिति में एसीसी लिमिटेड के प्लांट डायरेक्टर मनोज कुमार शर्मा, एचआर हेड दिनेश पाठक एवं नोडल अफसर डॉ यूके ओझा ने संयुक्त रूप से फीता काटकर उद्घाटन किया।
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद में कोरोनावायरस के संक्रमित पेसेंट को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच कैथ लैब के ग्राउंड फ्लोर में वर्ल्ड क्लास 30 बेड के इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) बनाया गया है। डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह की उपस्थिति में एसीसी लिमिटेड के प्लांट डायरेक्टर मनोज कुमार शर्मा, एचआर हेड दिनेश पाठक एवं नोडल अफसर डॉ यूके ओझा ने संयुक्त रूप से फीता काटकर उद्घाटन किया।
इस दौरान डीसी ने कहा कि जिले के मरीजों को सर्वोत्तम उपचार देने के लिए इस नवनिर्मित वर्ल्ड क्लास आईसीयू में 30 बेड के साथ 10 वेंटीलेटर भी उपलब्ध है। भविष्य में आवश्यकता अनुसार वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया जायेगा। आईसीयू में आईसीएमआर की गाइड लाइन के अनुसार सर्वश्रेष्ठ उपकरण लगाये गये हैं। यहां पेसेंट की देखभाल करने के लिए पर्याप्त संख्या में मेडिकल स्टाफ भी उपलब्ध है।
एसीसी लिमिटेड के सीएसआर फंड से बना है वार्ड
डीसी ने कहा कि जिस तरीके से मेडिकल स्टाफ और डॉक्टर्स लगातार जज्बे के साथ कोरोना पेसेंट को अपनी सेवा दे रहे हैं, ऐसे में बहुत ही जल्द आने वाले दिनों में कोरोना को हराने में हम सफल होंगे.डीसी ने एसीसी लिमिटेड का भी धन्यवाद देते हुए कहा कि 30 बेड में ऑक्सीजन की सप्लाई की सुविधा एसीसी लिमिटेड के सीएसआर फंड से की जा रही है। डीसी ने कहा कि कोरोना संक्रमितों के लिए अब जिले में कुल 14 वेंटीलेटर हो गए हैं, पहले से हमारे पास कोविड-19 हॉस्पीटल (सेंट्रल हॉस्पीटल) में चार वेंटिलेटर मौजूद हैं। कैथ लैब में 10 वेंटीलेटर उपलब्ध करा दिए गये हैं।आगे आने वाले दिनों में अगर जरूरत होगी तो और भी वेंटिलेटर की व्यवस्था की जायेगी।उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन लगातार कोरोना संक्रमण को रोकने की दिशा में और मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए प्रयासरत है। आने वाले दिनों में और भी बेहतर सुविधा कोरोना मरीजों को प्रदान की जायेगी।
धनबाद में अब प्लाज्मा थेरेपी से होगा कोरोना पेसेंट का इलाज
धनबाद में कोविड-19 पेसेंट का अब प्लाजमा थेरेपी से इलाज होगा। डीसी उमा शंकर सिंह ने कहा कि कि प्लाज्मा थेरेपी के उपचार के लिए कोलकाता से एक टीम धनबाद पहुंची थी और उन्हें इलाज के लिए सारा उपकरण उपलब्ध करा दिया गया है।डीसी ने कहा कि एक वीक के अंदर ही धनबाद में प्लाज्मा थेरेपी से कोविड-19 पेसेंट का इलाज होगा। इसके लिए एनजीओ के माध्यम से डोनर को मोटिवेट किया जा रहा है। जिला प्रशासन तमाम प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि धनबाद की जनता को कोरोना संक्रमण से बचाने, संक्रमण के बाद उनका उपचार करने, चिकित्सा कर्मी और पारा मेडिकल कर्मी की सुरक्षा की जिम्मेवारी सहित उन तमाम चीजों पर जिला प्रशासन लगा हुआ है। बेहतर तरीके से इन सब चीजों पर आपसी सामंजस्य के अनुसार नजर बनाए हुए हैं।
डीसी ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिले के बॉर्डर इलाकों में विशेष चौकसी बरती जा रही है, ताकि बाहर से कोरोना संक्रमित व्यक्ति को आने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले व्यक्ति में कोरोना संक्रमण पाये जाने पर उन्हें होम आइसोलेशन की भी सुविधा दी जा रही है। जरूरत पड़ने पर उन्हें कोविड-19 हॉस्पीटल में एडमिट भी कराया जा रहा है।उन्होंने कहा कि मरीजों के साथ डॉक्टर, पारा मेडिकल कर्मी तथा अन्य सभी कोरोना वॉरियर्स को संक्रमण से बचाने का जिला प्रशासन का उद्देश्य है। डीसी ने आगे कहा कि आगामी एक सप्ताह के अंदर यहां प्लाजमा थेरेपी से उपचार शुरू किया जायेगा। इसके लिए सभी आवश्यक उपकरण उपलब्ध करा दिया गया है। केवल लाइसेंस मिलने की प्रतीक्षा है। जैसे ही लाइसेंस प्राप्त हो जायेगा प्लाज्मा थेरेपी से उपचार शुरू कर दिया जाएगा। प्लाज्मा डोनेट करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है आईसीयू के नोडल अफसर डॉ यूके ओझा ने बताया कि यहां वेंटिलेटर, पाइप लाइन से ऑक्सीजन सप्लाई, ईसीजी मशीन, एक्सरे मशीन सहित सभी आवश्यक उपकरण उपलब्ध है। आईसीयू के संपूर्ण प्रभार में डॉ उमेश कुमार ओझा एवं डॉ के विश्वास रहेंगे। दोनों पदाधिकारी आईसीएमआर एवं स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्धारित लाइन ऑफ ट्रीटमेंट एवं क्लिनिकल मैनेजमेंट प्रोटोकॉल का अक्षरशः अनुपालन करेंगे।
डीसी ने किया पीएमसीएच में 96 आरएनए एक्सट्रैक्शन वेल का निरीक्षण
डीसी उमा शंकर सिंह ने आज पीएमसीएच में 96 आरएनए एक्सट्रैक्शन वेल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद डीसी ने कहा कि आरएनए (राइबोन्यूलिक एसिड) भी उतनी ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जितनी डीएनए।कोविड जांच में आरटी-पीसीआर निष्पादित करने के लिए, आरएनए निष्कर्षण पहले किया जाना चाहिए। आरएनए निष्कर्षण जैविक नमूनों से आरएनए की शुद्धि है। कोविड-19 का संक्रमण अलग-अलग लोगों में अलग-अलग प्रकार का पाया जाता है। इस पद्धति से मरीज में कोविड-19 के संक्रमण के प्रकार की जानकारी मिलेगी, जो मरीज के उपचार में लाभदायक साबित होगी। इस मशीन से प्रतिदिन 500 से अधिक सैंपल की जांच की जा सकेगी परिणाम स्वरूप पीएमसीएच में 1200 से अधिक टेस्ट संभव होंगे।