धनबाद: पाथरडीह में रेलवे की जमीन पर बने 49 आवास और 51 झोपड़ी, खटाल, गोदामों पर चला बुलडोजर
पाथरडीह लोको बाजार डाउन ट्राफिक कालोनी में मंगलवार को रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। 49 आवास और 51 झोपड़ी, खटाल, गोदाम आदि को दो जेसीबी मशीन व मजदूरों ने ध्वस्त किया गया।
धनबाद। पाथरडीह लोको बाजार डाउन ट्राफिक कालोनी में मंगलवार को रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। 49 आवास और 51 झोपड़ी, खटाल, गोदाम आदि को दो जेसीबी मशीन व मजदूरों ने ध्वस्त किया गया।
अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान कई बार हो हंगामा भी हुआ। लेकिन रेलवे के अभियान पर ब्रेक नहीं लगा। रेलवे की ओर से चार दिनों से लगातार अवैध कब्जाधारियों से आवास को खाली करने के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्र से प्रचार किया जा रहा था। लेकिन वर्षो से कब्जा जमाए लोगों ने आवास खाली नहीं किया। लोगों ने सोचा था कि अप ट्राफिक कालोनी में रेलवे स्टेशन का निर्माण करना है, इसलिए पहले उसे खाली कराया जायेगा।
घरों के सामान लेकर भागने लगे लोग
अतिक्रमण हटाओ अभियान का डाउन ट्राफिक से शुरु होते ही कब्जेधारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अपने-अपने घरों के सामान, कर्कट शीट आदि को निकालने लगे। कइयों ने रेलवे अफसरों से थोड़ा समय मांगा तो उन्होंने सामान निकालने के लिए कुछ समय दे दिया। वहीं दर्जनों लोगों के घरों को सामानों के साथ ही तोड़कर ध्वस्त कर दिया गया।
लोग दबंग व्यक्तियों के आवास व किराये पर लगाये गये दर्जनों घरों को ध्वस्त करने की मांग पर अड़े रहें। बाद में इन आवासों को भी तोड़ दिया गया। नरेंद्र पांडेय व अन्य लोगों ने रेल अफसरों पर पैसा लेने का आरोप लगाए। कतिपय लोगों की मिलीभगत से कब्जा के रेलवे आवासों से प्रतिमाह लाखों के भाड़ा वसूली होती है। वैसे आवासों को नहीं तोड़ा जा रहा है। लाचार, मजबूर लोगों के आवासों को तोड़ा जा रहा है।