धनबाद: वीएचपी के जिला मंत्री रमेश पांडेय 2100 गरीब कन्याओं का विवाह कारयेंगे, हेल्पलाइन नंबर जारी किया
विश्व हिंदू परिषद (बीएचपी) के जिला मंत्री रमेश पाण्डेय ने अपने खर्च पर 2100 गरीब कन्याओं की शादी कराने का फैसला किया है। कोयलांचल में कोरोना वायरस के कहर के बीच में लॉकडाउन में शुरू से ही रमेश गरीब और असहाय लोगों की मदद के लिए बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं।
धनबाद। विश्व हिंदू परिषद (बीएचपी) के जिला मंत्री रमेश पाण्डेय ने अपने खर्च पर 2100 गरीब कन्याओं की शादी कराने का फैसला किया है। कोयलांचल में कोरोना वायरस के कहर के बीच में लॉकडाउन में शुरू से ही रमेश गरीब और असहाय लोगों की मदद के लिए बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं।लॉकडाउन के दौरान भी जिले के विभिन्न इलाकों में गरीब और असहाय लोगों के बीच खाद्य सामग्रियों का वितरण कर सहायता पहुंचाई है।
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बड़ी संख्या में लोगों क रोजी-रोजगार छीन गया
रमेश पांडेय ने प्रेस कांफ्रेस में कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बड़ी संख्या में लोगों क रोजी-रोजगार छीन गयी है। गरीब व असहाय लोग अपनी बेटी और बहन की शादी को लेकर चिंतित हैं और आत्महत्या के लिए विवश हो रहे हैं। वह अपने खर्च पर 2100 गरीब कन्याओं का विवाह कराने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने एक हेल्पलाइन नंबर (7282950595) भी जारी किया है। इस नंबर पर किसी भी समुदाय के लोग जो अपनी बेटियों या बहन की शादी करा पाने में असमर्थ हैं। विवाह सिर्फ आर्थिक संकट के कारण रुका हुआ है, वो लोग इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। संपर्क अपनी दिक्कतों को दूर कर अपनी बेटी या बहन की विवाह संपन्न करा सकते है।
कन्याओं की शादी में नहीं होगी कोई परेशानी
रमेश पांडेय ने कहा कि कोरोना के कारण लोगों का रोजगार छिन गया है। लोग आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहे हैं क्योंकि उन्हें अपने बेटी, बहन की शादी की चिंता और साथ ही साथ घर के सभी लोगों के खानपान की चिंता हो रही है। लोग अपने घर की दिनचर्या को ही नहीं निभा पा रहे हैं, तो ऐसे में वह अपनी बेटी और बहन की शादी कैसे कर पायेंगे। मानसिक तनाव के कारण लोग आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहे हैं।इस कारण उन्होंने निजी खर्च पर 2100 कन्याओं का विवाह संपन्न कराने का मन बनाया है। कन्याओं को शादी का जोड़ा के साथ-साथ उन्हें पलंग और बर्तन आदि भी दी जायेगी। दूल्हे को भी विवाह का कपड़ा दिया जायेगा। विवाह में किसी जाति धर्म की बंदिशें नही है। जरूरतमंद हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर इस आयोजन से जुड़ कर लाभ ले सकते हैं।