धनबाद:प्रतिमाह 30-35 लाख रुपये रंगदारी वसूल रहा है अमन सिंह, भाई अजय ने पुलिस पूछताछ में किया खुलासा
धनबाद के एक्स डिप्टी मेयर समेत चार लोगों की मर्डर में शामिल शूटर अमन सिंह के भाई अजय सिंह ने धनबाद पुलिस पूछताछ में अहम खुलासा किया है।अजय ने पुलिस को बताया कि उसका भाई अमन प्रतिमाह कोयलांचल से 30से 35 लाख रुपये रंगदारी वसूल रहा है।
- नीरज सिंह की मर्डर के एवज में मिली राशि को बेटी के नाम पर किया फिक्स
धनबाद। एक्स डिप्टी मेयर समेत चार लोगों की मर्डर में शामिल शूटर अमन सिंह के भाई अजय सिंह ने धनबाद पुलिस पूछताछ में अहम खुलासा किया है।अजय ने पुलिस को बताया कि उसका भाई अमन प्रतिमाह कोयलांचल से 30से 35 लाख रुपये रंगदारी वसूल रहा है।
झारखंड: ED की पूछताछ में CA सुमन सिंह का खुलासा, कहा- मेरे पास जब्त की गयी रकम मैडम पूजा सिंघल का पुलिस ने कोर्ट में पेशी के बाद अजयसिंह को जेल भेज दिया है। अजय ने उसका स्वीकारोक्ति बयान भी कोर्ट में समर्पित किया है।
अजय सिंह ने पुलिस को बताया है कि आशीष उर्फ छोटू के नाम पर उसके भाई अमन सिंह ने डॉक्टर समीर कुमार से रंगदारी मांगी थी। जेल में बंद अमन सिंह एवं अभिनव सिंह ने रंगदारी के पैसे से मिर्जापुर में अभिषेक प्रताप सिंह के नाम से दो बीघा जमीन खरीदी है। अमन सिंह ने दूसरे लोगों के नाम पर भी कई जगह अचल संपत्ति जुटाई है।
नीरज मर्डर के एवज में मिली ्राशि को बेटी के नाम पर किया जमा
अजय सिंह ने बताया कि नीरज सिंह की मर्डर के बाद भी उसके भाई अमन सिंह को मोटी रकम मिली थी। उसी राशि में से 10 लाख रुपये अमन ने अपनी बेटी गरिमा सिंह उर्फ गुड्डी के नाम पर बैंक में जमा किया है। नीरज की मर्डर के बाद भाई अमन पकड़ा गया था तो उससे मिलने के लिए वह धनबाद आया था, लेकिन तब अमन से मुलाकात नहीं हो सकी थी। लेकिन मोबाइल फोन के जरिए वह हमेशा अमन के संपर्क में रहा।
झरिया के जावेद के साथ अजय ने किया था कोल बिजनस
अजय सिंह ने पुलिस को स्वीकारोक्ति बयान में कहा कि 2020 में अमन सिंह के सहयोगी वीर बहादुर के कहने पर वह झरिया के मोहम्मद जावेद से मिलने के लिए जगदीशपुर के कादीपुर आया था। उसने जावेद के साथ तीन महीने तक कोल बिजनस किया था। बिजनस करने के लिए अमन ने ही रंगदारी से मिली राशि भेजी थी। 2021 में जावेद वापस झरिया चला आया था। इसके बाद कोयले का काम बंद हो गया।
अमन के रंगदारी के पैसे से आजमगढ़ का वीर बहादुर का चला रहा ट्रांसपोर्ट
धनबाद पुलिस ने डॉक्टर समीर कुमार से रंगदारी मांगने व धमकी मामले में उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ के रहने वाले वीर बहादुर को भी अरेस्ट कर जेल भेजा है। अजय सिंह ने स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि अमन द्वारा वसूली गई रंगदारी की रकम से ही वीर बहादुर उर्फ वीरू अमन ट्रांसपोर्ट का धंधा चला रहा था। इंडियन बैंक में अमन का सबसे अधिक पैसा है। रंगदारी की रकम भाई होने के नाते उसे भी भेजी जाती रही है।
अमन का भाई अजय गया जेल
पुलिस ने अमन सिंह के भाई अजय सिंह को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया है। पुलिस ने बिजनसमैन व बिल्डर से रंगदारी मांगने दहशत फैलाने वाले शूटर अमन सिंह पर नकेल कसने के लिए अमन सिंह, वीर बहादुर सिंह, अजय सिंह, अमर सिंह (भाई), विवेक सिंह, छोटू ऊर्फ आशीष रंजन सिंह, उदयभान सिंह (पिता), सुरेंद्र प्रताप सिंह (ससुर) व सिम रिटेलर सिराजुद्दीन अहमद के भाई के खिलाफ सात मई को गोविंदपुर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की है। गोविंदपुर इंस्पेक्टर उमेश कुमार सिंह के प्रतिवेदन पर यह FIR दर्ज गई है। वहीं उत्तर प्रदेश के आंबेडकर नगर से 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर लाये गये अमन सिंह के भाई अजय सिंह को पुलिस ने गुरुवार को कोर्ट में पेश किया। धनबाद के फस्ट क्लास ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट विवेक राज की कोर्ट ने अजय सिंह को 14 दिनों के ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया।
पहली बार 2010 में जेल गया था अमन सिंह
अमन सिंह भाई अजय सिंह के स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि यूपी के कुख्यानत मुन्नाल बजरंगी (अब मृत) के कहने पर अमन सिंह ने 2015 में उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ के अतरोलिया में डॉक्टर सरोज पांडेय को गोली मारी थी। डाॅक्टर सरोज के पास पूरे आजमगढ़ से लोग इलाज कराने जाते थे। इसमें अमन सिंह अरेस्ट होने के बाद जेल गया था। दो साल तक वह आजमगढ़ जेल में रहा था। जेल से बाहर निकला तो धनबाद में नीरज सिंह मर्डर केस को अंजाम दिया। अमन सिंह के भाई अजय सिंह के स्वीकारोक्ति बयान में अमन सिंह के बारे में कई ऐसी बातें सामने आई हैं जो चौंकानेवाली हैं। स्वीकारोक्ति बयान के अनुसार अमन सिंह मारपीट के केस में पहली बार 2010 में जेल गया था। उस समय गांव में ही दो गुटों के बीच हुई मारपीट में उसे फैजाबाद जेल भेजा गया था। इस जेल में उसकी मुलाकात उत्तर प्रदेश गोसाईगंज के एमएलए अभय सिंह और एक सिपाही अजय सिंह से हुई। जेल में रहने के दौरान कुछ ही दिनों में वह एमएलए का खास बन गया। अमन इस केस में तीन माह के बाद जेल से बाहर आ गया, लेकिन इस दौरान सिपाही अजय सिंह को सुल्ताकनपुर जेल भेज दिया गया। जेल से बाहर आने के बाद भी अमन सिंह सिपाही अजय सिंह से मिलने के लिए सुल्तांनपुर जेल जाता रहा। उस वक्त सुल्ताईनपुर जेल में यूपी का हार्डकोर क्रिमिनल मुन्नाद बजरंगी (अब मृत) व रिंकु सिंह भी बंद था। पहली बार अमन सिंह की मुलाकात मुन्नाप बजरंगी से यहीं हुई थी।
मुन्ना बजरंगी को खुश करने के लिए डॉक्टर पर चलाई थी गोली
अमन के भाई अजय सिंह ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि अमन सिंह मुन्नाए बजरंगी से मिलने के बाद उसके शूटर के रूप में काम करने लगा था। बजरंगी के आदेश पर उसने 2015 में चर्चित डॉक्टर सरोज पांडेय पर गोली चलाई थी। दो साल तक इस मामले में जेल में रहने के बाद जब अमन बाहर आया तो उसने धनबाद में नीरज सिंह हत्याकांड में शूटर की मुख्य भूमिका निभाई। इस मामले में वह पांच साल से धनबाद की जेल में बंद है। अमन सिंह ने मिर्जापुर के प्रधान राजेश यादव का भी मर्डर किया था। इसमें मुन्नान बजरंगी का खास रिंकु सिंह भी शामिल था। उल्लेखनीय है कि रिंकु सिंह ने ही नीरज हत्याकांड के लिए अमन सहित अन्य शूटरों को उपलब्ध कराया था।