धनबाद :जेल में मिलीभगत से चल रहा था अमन सिंह का आतंक, जेलर सस्पेंड, सुपरिटेंडेंट होंगे ट्रांसफर
कोयला राजधानी में आतंक का पर्याय बने जेल में बंद अमन सिंह अफसरों की मिलीभगत रंगदारी वसूली कर रहा था। पुलिस की पहल पर कोर्ट के आगदेश के बाद अमन को दुमका जेल ट्रांसफर कर दिया गया है। जेल आइजी मनोज कुमार ने जेलर अश्विनी तिवारी को सस्पें ड कर दिया है। जेल सुपरिटेंडेंट अजय कुमार को ट्रांसफर करने की अनुशंसा की गयी है।
- कोयलांचल को डिस्टर्ब करने करने की प्लान धवस्त
- पुलिस ने ताश के पत्तों की तरह बिखेर दिया अमन का किला
धनबाद। कोयला राजधानी में आतंक का पर्याय बने जेल में बंद अमन सिंह अफसरों की मिलीभगत रंगदारी वसूली कर रहा था। पुलिस की पहल पर कोर्ट के आगदेश के बाद अमन को दुमका जेल ट्रांसफर कर दिया गया है। जेल आइजी मनोज कुमार ने जेलर अश्विनी तिवारी को सस्पें ड कर दिया है। जेल सुपरिटेंडेंट अजय कुमार को ट्रांसफर करने की अनुशंसा की गयी है।
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सुपरिटेडेंट व जेल पर जेल में अमन सिंह को संरक्षण देने के आरोप है। जेल आइजी मनोज कुमार ने जेलर अश्विनी तिवारी को सस्पेंेड कर दिया है। होम डिपार्टमेंट से जेलर अजय कुमार को धनबाद से हटाने की अनुशंसा किया है। जेल में बंद अमन सिंह द्वारा लोगों से रंगदारी मांगने और धमकी देने के मामले को आइजी ने दोनों अफसरों की घोर लापरवाही माना है।
एसएसपी ने खोली जेल सुपरिटेंडट की पोल
धनबाद के एसएसपी संजीव कुमार ने जेल आइजी को पत्र लिखकर बताया था कि जेल से अमन सिंह खौफ का कारोबार चला रहा है और इसमें जेल अफसरों की भूमिका संदिग्ध है। इस मामले में गोविंदपुर थाना में सात मई को अमन सिंह, उसके दोनों भाई, पिता और ससुर सहित नौ लोगों के खिलाफ दर्ज कराई गई FIR में उल्लेख है कि अमन सिंह जेल के अंदर रहकर ही वर्चुअल नंबरों से फोन पर लोगों को रंगदारी के लिए धमका रहा था। पुलिस जांच में उसका मोबाइल नंबर भी जेल के अंदर सक्रिय पाया गया था।
अमन गैंग को धवस्त करने के लिए पुलिस एक्टिव
अमन को धनबाद से दुमका भेजे जाने के साथ ही अब अमन गैंग धवस्त होने के कागार पर है। पुलिस अमन के किले को ताश के पत्ते की तरह बिखेर दिया है। अमन के भाई व बिजनस पार्टनर को भी अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया है। अब रंगदारी व क्राइम से अर्जित की गयी अमन की चल-अचल संपत्ति का पता लगाया जा रहा है। इंडियन बैंक का अकाउंट, उत्तर प्रदेश के मिर्जपुर आदि जगहोंपर खरीदी गयी जमीन आदि की जानकारी पुलिस को मिल गयी है। अमन की संपत्ति जब्त करने के लिए पुलिस सेंट्रल एजेंसी की मदद लेने की तैयारी में है।
बताया जाता है कि धनबाद जेल में सीसीटीवी कैमरों का डायरेक्शन इस ढंग से रखा गया था कि जेल के बहुत सारे हिस्से कैमरे में कवर नहीं हो रहे थे। जेल हॉस्पिटल का कुछ हिस्सा कैमरे में आ रहा था जबकि बाकी हिस्से को कैमरे कवर नहीं कर पा रहे थे।ऐसा अमन एंड कंपनी की मदद के लिए जेल अफसरों ने किया था।
छोटू को खोजने मे पुलिस विफल
अमन सिंह के नाम पर आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह ने डाॅक्टर समीर समेत कई लोगों से रंगदारी मांगी है। नीरज तिवारी की मर्डर के बाद से छोटू सिंह पुलिस की नजरों से ओझल है। धनबाद पुलिस उसे पकड़ने विफल है। छोटू के साथ अमर रवानी भी रहता है।