धनबाद: जज को धक्का मारने के लिए 30 डिग्री तक घुमाया गया था ऑटो, ऑटो कैड तकनीक से घटना को किया गया रीक्रियेट

ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा ने एडीजे 8 उत्तम आनंद को धक्का मारने के लिए लगभग 30 डिग्री तक अपने ऑटो घुमाया था। एसआइटी ने शनिवार को घटनास्थल पर शनिवार को ऑटो कैड टेकनीक से घटना को रीक्रियेट किया।

धनबाद:  जज को धक्का मारने के लिए 30 डिग्री तक घुमाया गया था ऑटो, ऑटो कैड तकनीक से घटना को किया गया रीक्रियेट

धनबाद। ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा ने एडीजे 8 उत्तम आनंद को धक्का मारने के लिए लगभग 30 डिग्री तक अपने ऑटो घुमाया था। एसआइटी ने शनिवार को घटनास्थल पर शनिवार को ऑटो कैड टेकनीक से घटना को रीक्रियेट किया।

सीन रीक्रियेट के लिए अत्याधुनिक रोड की मापी करने और डिजाइन तैयार करने वाले उपकरण का सहारा लिया गया।रणधीर वर्मा चौक से घटना स्थल की दूरी को भी मापी गयी। आटो की स्पीड देखी गयी। लगाया गया कि किस स्पीड पर पैसेंजर रहित ऑटो इतना कैसे मुड़ा। कितनी डिग्री के कोण पर वह मुड़ा और कितना जोरदार धक्का मारा। अत्याधुनिक टेकनीक से 10 घंटे तक जांच की गयी।एसआइटी ने सुबह पांच बजे से अपनी कार्रवाई शुरू की। पहले घटना स्थल का मुआयना किया गया. इसके बाद ऑटो से उसकी स्पीड, मोड़ने का तरीका, दिशा, धक्का मारने और जज के जमीन पर गिरने आदि का अध्ययन किया गया। ऑटो से धक्का लगने के बाद न्यायाधीश जहां गिरे थे, उसे जगह पर सफेद रंग से घेरा बनाया गया। इसके बाद लाल रंग से उसे प्वाइंट किया गया। यहां से रणधीर वर्मा चौक तक मीटर टेप से नापी की गयी?घटना स्थल पर सीन को रीक्रियेट करने के लिए ट्रैफिक रुट  को यहां वन वे कर दिया गया था।
ऑटो मालिक रामदेव लोहार की खोज में बिहार में रेड, ड्राइवर पुलिस कस्टडी में

धनबाद। एडीजे-18 उत्तम आनंद मौत मामले में पाथरडीह व सुदामडीह पुलिस ऑटो मालिक रामदेव लोहार की गिरफ्तारी के लिए कामिनी कल्याण व गुलगुलिया पट्टी के दर्जनों घरों में छापेमारी की। पुलिस ने रामदेव लोहार की दूसरी पत्नी नीलम देवी से पूछताछ की।नीलम देवी ने पुलिस को बताया कि तीन दिन पहले ही रामदेव लोहार घर आया था। इसके बाद वह कहां गया मुझे पता नहीं है। इसके बाद पुलिस ने रामदेव लोहार के भाई मुन्ना लोहार के घर से भी पूछताछ की। पाथरडीह पुलिस ने रामदेव लोहार के ऑटो ड्राइवर गोपाल सोनार को उसके घर परघाबाद एनबीसीसी कॉलोनी से पकड़ पुलिस स्टेशन लाकर पूछताछ कर रही है।रामदेव लोहार की गिरफ्तारी के लिए सिंदरी डीएसपी अभिषेक कुमार के नेतृत्व में गठित टीम धनबाद व जोड़ापोखर पुलिस को लेकर विभिन्न एरिया में रेड कर रही है। पुलिस की दो टीम रामदेव की खोज में बिहार में उसके घर व संबंधियों यहां रेड की है। हलांकि पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।

ज्युडिशियल मजिस्ट्रेट की सुरक्षा का प्रबंध नहीं

धनबाद जिले में कई संवेदनशील मुकदमे अदालतों में चल रहे हैं, लेकिन इनकी सुनवाई कर रहे ज्युडिशियल मजिस्ट्रेट की सुरक्षा का प्रबंध नहीं है। धनबाद सिविल कोर्ट में 29 न्यायिक पदाधिकारी हैं, जिनमें 11 पदाधिकारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश स्तर के, चार अवर न्यायाधीश और 14 प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी हैं। प्रशासन ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अवर न्यायाधीश स्तर के अधिकारियों को बॉडीगार्ड उपलब्ध कराया है। थम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारियों के पास कोई बाडीगार्ड नहीं है। जज उत्तम आनंद के साथ हुई घटना के बाद न्यायकि दंडाधिकारियों की सुरक्षा का मुद्दा चर्चा में है।

जज उत्तम आनंद को बॉडीगार्ड को शोकाज

जज उत्तम आनंद 28 जुलाई को मार्निग वाक पर निकले थे। उनके साथ सरकारी बॉडीगार्ड नहीं था। यदि बॉडीगार्ड साथ होता तो शायद घटना को टाला जा सकता था। एसएसपी ने जज की सुरक्षा में तैनात बॉडीगार्ड सौरव कुमार को शो कॉज किया है। 
'जस्टिस फार उत्तम आनंद' मुहिम

उत्तम आनंद की मर्डर के बाद न्यायिक पदाधिकारियों ने इंटरनेट मीडिया पर जस्टिस फार उत्तम आनंद मुहिम शुरू की है। विभिन्न न्यायिक पदाधिकारियों ने अपने फेसबुक-वाट्सएप की डीपी व प्रोफाइल पिक्चर में जस्टिस फार उत्तम आनंद का लोगो लगाकर अपनी संवेदना व्यक्त की और उनके लिए न्याय की मांग की। वहीं न्यायिक अफसरों  की इस मुहिम में काफी संख्या में अधिवक्ता भी जुड़ गये हैं।

जज की रोड एक्सीडेंट में मौत या साजिश कर मर्डर, पुलिस नहीं खोल सकी राज
 
धनबाद सिविल कोर्ट के जज उत्तम आनंद की 28 जुलाई की सुबह मॉनिघ वॉक के दौरान हुई ऑटो के धक्के से हुई मौत की कहानी अनसुलझी बनी हुई है। जज की मौत रोड एक्सीडेंट है या फिर साजिश के तहत उनकी मर्डर की गयी है इसका खुलासा पुलिस नहीं कर सकी है। पुलिस ने इस मामले में ऑटो चला रहे लखन वर्मा दूसरे दिन गिरिडीह में पकड़ा गया था। पुलिस ने घटना में शामिल ऑटो भी जब्त कर चुकी है। ऑटो में बैठे ड्राइवर के साथी राहुल वर्मा को धनबाद रेलवे स्टेशन से अरेस्ट किया गया है। पुलिस दोनों को पांच दिनों के रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
एसआइटी प्रमुख संजय आनंद लाठकर लगातार टीमों की कार्रवाई कर विभिन्न बिंदुओं पर जांच करवा रहे हैं। बावजूद इसके पुलिस के हाथ अब तक ऐसे कोई ठोस साक्ष्य हाथी नहीं लगे हैं जिससे पुलिस किसी निष्कर्ष पर पहुंच सके। ऑटो मालिक सुगनी देवी का हसबैंड  रामदेव विश्वकर्मा फरार है।