धनबाद: लाठी चार्ज में घायल स्टूडेंट्स से मिला बीजेपी डेलीगेशन, सीपी सिंह बोले- मामला विधानसभा में उठायेंगे
जैक बोर्ड के फेल छात्र-छात्राओं पर लाठी चार्ज की घटना की जांच लिए बीजेपी की कमेटी रविवार को धनबाद पहुंची। एक्स मिनिस्टर सीपी सिंह के लीडरशीप में यह कमेटी घायलों से मुलाकात की। जांच टीम ने विद्यार्थी परिषद से जुड़े घायल छात्रों से भी घटना के बाबत जानकारी ली।
- जैक चेयरमैन से भी मिलेंगे
धनबाद। जैक बोर्ड के फेल छात्र-छात्राओं पर लाठी चार्ज की घटना की जांच लिए बीजेपी की कमेटी रविवार को धनबाद पहुंची। एक्स मिनिस्टर सीपी सिंह के लीडरशीप में यह कमेटी घायलों से मुलाकात की। जांच टीम ने विद्यार्थी परिषद से जुड़े घायल छात्रों से भी घटना के बाबत जानकारी ली।
किस आधार पर बगैर परीक्षा लिये उन्हें बारहवीं में फेल किया गया
धनबाद सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत में सपी सिंह ने कहा कि धनबाद में एक हजार छात्र - छात्राओं को बारहवीं में फेल कर दिया गया है। पूरे स्टेट में यह आंकड़ा 34 हजार है। एक बड़ा सवाल है कि जब दसवीं से ग्यारहवीं में बच्चो को पास किया जाता है तो फिर आखिर किस आधार पर बगैर परीक्षा लिये उन्हें बारहवीं में फेल किया गया है। इस मामलें में मंगलवार को चार सदस्यीय कमिटी जैक के चेयरमैन से मिलेगी। इस समस्या का समाधान क्या है इसपर जोर रहेगा।
उन्होंने कहा कोविड़ -19 महामारी के समय सेंट्रल गवर्नमेंट ने छात्र छात्राओं के हितों को ध्यान में रखकर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड दसवीं से बारहवीं के लिए फार्मूला बनाया। रिजल्ट प्रकाशन के लिए तीन फार्मूला तय हुआ जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने भी सहमति दी। उसी फार्मूले पर अलग -अलग राज्यों ने अपने बोर्ड के आधार पर तय किया।उसी फार्मूले में रिजल्ट प्रकाशन के लिए झारखं में जैक है। यह बेहद महत्वपूर्ण विषय है कि यहां रिजल्ट का प्रकाशन उसी फार्मूले पर हुआ है अथवा नही।
शांतिपूर्वक प्रदर्शन पर बर्बरता
उन्होंने कहा की लाठी चार्ज में घायल छात्र -छात्राओं से बात हुई। सभी ने बताया शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया जा रहा था। समाहरणालय में मिनिस्र से मिलने ले जाया गया। समाहरणालय में पुलिस की अपनी तैयारी थी। समाहरणालय पहुंचते ही ताबड़तोड़ लाठियां बरसाई गई। एसडीएम स्वंय लाठी भांज रहे थे। उन्होंने कहा समाहरणालय में हेल्थ मिनिस्टर बैठक कर रहे थे। मिनिस्टर को संस्कार दिखाना चाहिए था। छात्र - छात्राओं से उन्हें बात करनी चाहिए थी पर ऐसा नही हुआ।फेल हुए स्टूडेंट्स में से तीन पूरी तरह से तनाव में है। सोनू कुमार , सूरज और श्रुति कुमारी ने कहा है कि न्याय नही मिलने पर आत्महत्या कर लेंगे। हालांकि उन सभी को समझाया भी है कि ऐसा कदम बिल्कुल नही उठाएं। उन्होंने कहा झारखण्ड सरकार बर्बरतापूर्ण व्यवहार कर रही है। प्रतिरोध बर्दाशत करने की क्षमता इस सरकार में नही है।