धनबाद: कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष रवींद्र वर्मा पार्टी से निलंबित, अनुशासनिक कार्रवाई से कसा राजनीति शिकंजा
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह और कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र वर्मा के बीच चल रहे विवाद में अनुशासन का डंडा चला है।अनुशासनहीनता के आरोप में कार्यकारी जिलाध्यक्ष रवींद्र वर्मा को कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया है। रवींद्र वर्मा पर अनुशासहीनता समेत कांग्रेस जिलाध्यक्ष की अनुमति के बगैर संगठनात्मक कांग्रेस चलाने के आरोप लगे थे।
- अनुशासनहीनता के आरोप में कांग्रेस की जिला अनुशासन समिति ने की है कार्रवाई
धनबाद। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह और कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र वर्मा के बीच चल रहे विवाद में अनुशासन का डंडा चला है।अनुशासनहीनता के आरोप में कार्यकारी जिलाध्यक्ष रवींद्र वर्मा को कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया है। रवींद्र वर्मा पर अनुशासहीनता समेत कांग्रेस जिलाध्यक्ष की अनुमति के बगैर संगठनात्मक कांग्रेस चलाने के आरोप लगे थे। इसकी जांच के लिए जिला अनुशासन समिति कर रही थी। वर्मा का पक्ष लेने के लिए समिति ने नोटिस जारी किया था तो उन्होंने जवाब नहीं दिया।
अनुशासन समिति को दी चुनौती
अनुशासन समिति ने कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिन के अंदर में रवींद्र वर्मा से जवाब मांगा था। उन्होंने जवाब तो नहीं ही दिया। मीडिया में बयान जारी कर दिया कि जवाब नहीं देंगे। अनुशासन समिति को ही वर्मा ने चुनौती दे डाली। इसके बाद वर्मा को निलंबित करने की अनुशंसा की गई।
अनुशासन समिति ने पुराने मामले को भी उठाया
धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी के दूसरे नंबर के कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र वर्मा को अनुशासन समिति के अध्यक्ष ने अनुशासनहीनता के आरोप में जारी शोकॉज में पुराने मामलों का भी उल्लेख किया था। रवींद्र वर्मा के खिलाफ वर्ष 2012 में भारत सरकार के गृह मंत्रालय सलाहकार समिति के फर्जी सदस्य होने का प्रमाण प्रस्तुत कर गाड़ी में लाल बत्ती लगाने के आरोप में धनबाद में धनबाद थाना कांड संख्या 1052 / 12 एवं दिल्ली क्राइम ब्रांच ने कांड संख्या 140 / 12 के तहत एफआइआर दर्ज किया था। रवींद्र वर्मा ने ही कांग्रेस नेता एवं प्रसिद्ध व्यवसायी शिवरतन डोकानिया को पीएमओ कार्यालय से फर्जी राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग के सदस्य का प्रमाण पत्र दिलवाया था। इस कारण उन पर भी धनबाद पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज हुआ था।वं कांग्रेस पार्टी ने दोनों को 6 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। नोटिस में इस पर भी स्थिति स्पष्ट करने को कहा था।
रवींद्र वर्मा पर दूसरी बार हुई अनुशासनात्मक कार्रवाई
रवींद्र वर्मा पर दूसरी बार अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई है। इससे पहले भी उन्हें एक बार अनुशासनहीनता के आरोप में छह साल के लिए पार्टी से निकाला गया था। हालांकि बाद में फिर निष्कासन वापस ले लिया गया। जिला कांग्रेस की अनुशासन समिति के प्रसिडेंट सुरेश चंद्र झा ने वर्मा को निलंबित करने की अनुशंसा करते हुए पार्टी और जिलाध्यक्ष को रिपोर्ट की है।