धनबाद:सभी डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर व हॉस्पीटल में एडमिट पेसेंट को निर्बाध ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित करने का डीसी ने दिया निर्देश
डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने जिले के सभी डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर एवं अस्पतालों में इलाजरत मरीजों को निर्बाध ऑक्सीजन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।एसएनएमएमसीएच) में माइक्रो बायोलॉजी लैब के एचओडी डॉ बीके सिंह ने पांच दिन की अच्छी ट्रीटमेंट के बाद वैश्विक महामारी की दूसरी लहर को मात देकर आज दोपहर में हॉस्पीटल से डिस्चार्ज हुए।
- ऑक्सीजन की डिमांड और सप्लाई का करना होगा आकलन
- बफर स्टॉक में रखना होगा ऑक्सीजन भरा हुआ सिलेंडर
- डीवीसी पंचेत हॉस्पिटल डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर के रूप में चिन्हित
- डीसी ने किया सेंट्रल हॉस्पिटल का निरीक्षण
- होम आइसोलेशन प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले को किया गया भूली अस्पताल में शिफ्ट
- पेसेंट की हो रही है टेक्निकल सेल द्वारा मॉनिटरिंग
- होम आइसोलेशन वालों के लिए वरदान साबित हो रहा है हिम्मत एप
- https://isolate.egovdhn.in लिंक से किया जा सकता है डाउनलोड
- डॉ बीके सिंह ने दी पांच दिन में कोरोना को मात
धनबाद। डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने जिले के सभी डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर एवं अस्पतालों में इलाजरत मरीजों को निर्बाध ऑक्सीजन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।इस संबंध में डीसी ने कहा कि विगत दिनों से पूरे राज्य में संक्रमण की रफ्तार में काफी वृद्धि देखी जा रही है। उन्होंने कहा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद लगातार प्रयत्नशील है कि जिले में गंभीर मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त संख्या में आईसीयू बेड एवं ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता अनिवार्य है तथा सभी बेड़ों में आवश्यकता अनुसार मरीजों के लिए निर्बाध ऑक्सीजन की आपूर्ति भी किया जाना आवश्यक है।उन्होंने कहा कि इसलिए जिले के सभी डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर एवं अस्पतालों में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 15 दिनों में ऑक्सीजन की आवश्यकतानुसार डिमांड और सप्लाई का आकलन करते हुए पर्याप्त मात्रा में *बी टाइप* तथा *डी टाइप जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर* की व्यवस्था रखने का निर्देश दिया है। सभी को ऑक्सीजन भरा हुआ सिलेंडर को बफर स्टॉक में भी रखने का निर्देश दिया है। जिससे किसी भी परिस्थिति में मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में बाधा उत्पन्न नहीं हो।
डीवीसी पंचेत हॉस्पिटल डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर के रूप में चिन्हित,21 अप्रैल तक 34 नन आईसीयू कोविड बेड तैयार करने का निर्देश
कोरोना महामारी के फैलाव से बचाव एवं लोगों के उचित स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने डीवीसी पंचेत हॉस्पिटल को डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर के रूप में चिन्हित किया है। उन्होंने बुधवार, 21 अप्रैल 2021, तक संक्रमित मरीजों के लिए 34 नन आईसीयू कोविड बेड तैयार करने का निर्देश दिया है।इस संबंध में डीसी ने बताया कि पूरे राज्य में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में काफी वृद्धि देखी जा रही है। धनबाद जिले में भी पिछले कुछ दिनों से लगातार कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ रही है। कोरोना संक्रमण के उचित प्रबंधन के लिए यह अति आवश्यक है कि अधिक से अधिक लोगों के स्वास्थ्य प्रबंधन के दृष्टिकोण से ट्रीटमेंट, टेस्टिंग तथा ट्रैकिंग को समय रहते पूरा करने के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, कटिबद्ध है।
उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए यह आवश्यक है कि जिला स्तर पर पर्याप्त मात्रा में आईसीयू एवं नन आईसीयू बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इसलिए लोगों की सुरक्षा एवं संक्रमितों को उपचार प्रदान करने के लिए डीवीसी पंचेत हॉस्पिटल धनबाद को डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर रूप में चिन्हित किया है।उन्होंने कहा सीएमओ, डीवीसी पंचेत हॉस्पिटल को 34 नन आईसीयू कोविड बेड 21 अप्रैल तक तैयार करने का निर्देश दिया है। बेड के पास 'बी' टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर, ह्यूमिडिफायर के साथ फ्लॉ मीटर, कनेक्टर व व्रेंच के साथ ऑक्सिजन मास्क, पर्याप्त मात्रा में संसाधन, मानव बल, चिकित्सक, चिकित्सा कर्मी की प्रतिनियुक्त 21 अप्रैल 2021 तक करने तथा कोविड ट्रिटमेंट प्रोटोकॉल के अनुरूप मरीजों को चिकित्सा उपचार सुनिश्चित का निर्देश दिया है।
डीसी ने किया सेंट्रल हॉस्पिटल का निरीक्षण
डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमाा शंकर सिंह ने आज सेंट्रल हॉस्पिटल का निरीक्षण किया।निरीक्षण के बाद उपायुक्त ने बताया कि उन्होंने अपनी पूरी टीम के साथ सेंट्रल हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। इस दौरान मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं को विशेष रूप से देखा। उन्होंने कहा निरीक्षण में ऑक्सीजन व्यवस्था, उसकी सप्लाई तथा ऑक्सीजन प्रेशर को देखा। उन्होंने कहा कि अस्पताल में सभी व्यवस्थाएं कोविड 19 उपचार के प्रोटोकॉल के अनुसार चल रही है। कहीं किसी प्रकार की कोई कमी नहीं मिली है। चिकित्सकों को मरीजों को समय पर ऑक्सिजन सप्लाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।निरीक्षण के दौरान डीसी के साथ डॉ राजकुमार सिंह, डीएमएफटी के शुभम सिंघल, सेंट्रल हॉस्पीटल के डॉक्टर व अन्य लोग उपस्थित थे।
होम आइसोलेशन प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले को किया गया भूली अस्पताल में शिफ्ट,पेसेंट की हो रही है टेक्निकल सेल द्वारा मॉनिटरिंग
डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह के निर्देश पर होम आइसोलेशन प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले रोहित कुमार शाहू का होम आइसोलेशन निरस्त करते हुए उन्हें *रेलवे* अस्पताल भूली में शिफ्ट कराया गया है।इस संबंध में डीसी ने कहा कि वैसे कोरोना संक्रमित मरीज जिनकी उम्र 45 वर्ष से अधिक नहीं है और जिनमें कोरोनावायरस के हल्के लक्षण है या वे एसिंप्टोमेटिक हैं, उनके लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद द्वारा कॉविड 19 प्रोटोकॉल का पालन करने की शर्त पर होम आइसोलेशन की सुविधा प्रदान की जाती है। होम आइसोलेशन के दौरान मरीज को सख्ती से गाइडलाइंस का पालन करना अनिवार्य हैै। उन्होंने कहा होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की टेक्निकल सेल मॉनिटरिंग कर रहा है। वैसे मरीज जो होम आइसोलेशन के एसओपी का उल्लघंन करते पाए जाएंगे उनपर कड़ी करवाई की जायेगी। डीसी ने कहा होम आइसोलेशन के दौरान विभिन्न शर्तों का पालन करना अनिवार्य है। साथ ही जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद यह सुनिश्चित भी करता है कि संक्रमित मरीज गाइडलाइंस का पालन करें, नियमित दवाइयां ले, परिवार के अन्य सदस्यों से दूरी बनाकर रखें और दूसरे लोगों को संक्रमित न करें।इस संबंध में प्रशानिक नोड़ल पदाधिकारी, होम आइसोलेशन, रूपेश मिश्रा ने बताया कि रोहित कुमार साहू द्वारा गलत जानकारियां देकर होम आइसोलेशन की सुविधा ली गई थी। जबकि उनके घर में संक्रमित मरीज के रहने के लिए कोई अलग व्यवस्था नहीं थी। मरीज के साथ घर के अन्य सदस्य भी *रह रहे* थे। मकान में एक राशन की दुकान भी है जो हमेशा खुली रहती थी। इससे संक्रमण फैलने की संभावना भी थी।उन्होंने बताया कि जब कंट्रोल रूम को रोहित कुमार की गतिविधियों की जानकारी मिली तब टीम ने जाकर वास्तविकता का पता लगाया और सभी शिकायतों को सही पाया।डीसी के संज्ञान में जब यह बातें आई तो उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए रोहित कुमार का होम आइसोलेशन आदेश को निरस्त कर दिया और उन्हें क्षेत्रीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थान भूली शिफ्ट कर दिया गया।
होम आइसोलेशन वालों के लिए वरदान साबित हो रहा है हिम्मत एप,https://isolate.egovdhn.in लिंक से किया जा सकता है डाउनलोड
पेसेंट के स्वास्थ्य की हो रही ऑनलाइन निगरानी*डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमाशंकर सिंह के निर्देश पर होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड संक्रमित मरीजों को उचित उपचार एवं परामर्श उपलब्ध कराने के उद्देश्य से *हिम्मत एप* के माध्यम से टेलीमेडिसिन सेवा दी जा रही है। डीसीने बताया कि जब भी होम आइसोलेशन में रहने वाले कोई मरीज हिम्मत एप से एसओएस का प्रयोग करते हैं तब कंट्रोल रूम में अलार्म के जरिए इसकी सूचना प्राप्त होती है। उन्होंने कहा सभी मरीजों को एक हेल्थ किट प्रदान किया गया है। जिसमें ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर तथा ब्लड प्रेशर इत्यादि नापने की मशीन है। सभी होम आइसोलेट मरीजों को यह निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक 3 घंटे पर अपने वाइटल्स की विवरणी हिम्मत एप के माध्यम से दर्ज करेंगे। यदि किसी मरीज का वाइटल्स यथा शरीर का तापमान, ऑक्सीजन का लेवल, ब्लड प्रेशर इत्यादि अधिक या कम पाया जाता है तब कंट्रोल रूम में अलार्म के जरिए इसकी सूचना प्राप्त होती है। जैसे ही सूचना प्राप्त होती है कंट्रोल रूम से मरीज को फोन द्वारा संपर्क किया जाता है। उनसे उनका हालचाल जाना जाता है तथा आवश्यकता के संबंध में पूछताछ की जाती है। यदि समस्या गंभीर है तो उन्हें अविलंब एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है और यदि समस्या गंभीर नहीं है तो टेलीमेडिसिन स्टूडियो में उपलब्ध चिकित्सक उन्हें उचित परामर्श उपलब्ध करा रहे हैं।डीसी ने बताया कि *https://isolate.egovdhn.in* लिंक के माध्यम से हिम्मत मोबाइल एप डाउनलोड किया जा सकता है।
डॉ बीके सिंह ने दी पांच दिन में कोरोना को मात,डीसी की सांत्वना, अच्छी चिकित्सा, इलाज पर विश्वास और धैर्य के कारण
कहा-घबराने से इम्युनिटी पर पड़ता है गहरा असर,चिकित्सा व्यवस्था और इलाज पर रखे विश्वास
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में माइक्रो बायोलॉजी लैब के एचओडी डॉ बीके सिंह ने पांच दिन की अच्छी ट्रीटमेंट के बाद वैश्विक महामारी की दूसरी लहर को मात दी और आज दोपहर में हॉस्पीटल से डिस्चार्ज हुए।एचएनएमएमसीएच कैथ लैब में इलाजरत डॉ बीके सिंह ने डिस्चार्ज होने के बाद डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह एवं जिला प्रशासन द्वारा प्रदान की गई बेहतरीन चिकित्सा व्यवस्थाओं पर अपनी राय रखी।
डॉ सिंह ने बताया कि वैश्विक महामारी की दूसरी लहर को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद ने चुनौती के रूप में लिया है। प्रत्येक अस्पताल में चिकित्सा की बेहतरीन व्यवस्था की है। गत वर्ष की तरह, इस बार भी जिला प्रशासन की तैयारी बहुत ही अच्छी है। उन्होंने कहा, स्वयं डीसी उमाशंकर सिंह ने उन्हें आकर सांत्वना दी। यह भी कहा कि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें एयरलिफ्ट करके बेहतर उपचार के लिए बाहर भेजा जाएगा। जो उनके लिए वरदान साबित हुआ और मानसिक तौर पर वे हर चिंता से मुक्त हो गये। डॉ सिंह ने बताया कि कैथ लैब एसएनएमएमसीएच के मेडिकल नोडल अफसर डॉ यूके ओझा के नेतृत्व में अन्य पेसेंट के साथ साथ उनका भी बहुत ही अच्छे तरीके से इलाज किया गया। जिस कारण उन्होंने इस वैश्विक महामारी की दूसरी लहर को 5 दिन में मात दे दी और आज स्वस्थ होकर अपने परिजनों के पास जा रहे हैं।
डॉ सिंह ने बताया कि 14 अप्रैल को वे जांच कराने के लिए हॉस्पीटल में गए थे। उनका रिजल्ट पॉजिटिव आया। रिजल्ट पॉजिटिव आते ही उन्हें तुरंत हॉस्पीटल में एडमिट करा दिया गया। तत्काल ऑक्सीजन, दवाइयां का इंतजाम कर ट्रीटमेंट आरंभ कर दी गई।कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए संदेश देते हुए डॉ सिंह ने कहा कि मरीज को कभी भी घबराना नहीं चाहिए। घबराने से इम्युनिटी पर गहरा असर पड़ता है और वह कम होने लगती है। घबराहट में कोई भी कोरोना संक्रमित मरीज अपनी इम्युनिटी को नष्ट न करें।कहा, हमेशा पॉजिटिव सोचे। सकारात्मक ऊर्जा, सकारात्मक सोच से वे इस चुनौती को हरा सकने में कामयाब होंगे। साथ में यह भी कहा कि मरीज को धैर्य रखना है। जिला प्रशासन द्वारा की गई मुकम्मल चिकित्सा व्यवस्था और इलाज पर विश्वास रखना है। जिस अस्पताल में मरीज भर्ती है वहां से अपने को पूरी तरह से स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होना है।