धनबाद: DC ने IMA से मांगी डॉक्टरों की लिस्ट, कोरोना पेसेंट की इलाज में लगाया जायेगा
डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने कोविड 19 संक्रमित पेसेंट के इलाज में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए पहल शुरु कर दी है। डीसी ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, धनबाद को अपने लेवल से समीक्षा करते हुए प्राइवेट डॉक्टरों की लिस्ट रूप से अविलंब समर्पित करने का निर्देश दिया है।
- पहले 20 नामी डॉक्टरों को सिविल सर्जन ऑफिस में योगदान का दिया गया था आदेश
- आइएमए ने बताया-इनमें कुछ बाहर, कुछ उम्रदराज, कुछ शारीरिक रूप से अयोग्य
धनबाद। डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने कोविड 19 संक्रमित पेसेंट के इलाज में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए पहल शुरु कर दी है। डीसी ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, धनबाद को अपने लेवल से समीक्षा करते हुए प्राइवेट डॉक्टरों की लिस्ट रूप से अविलंब समर्पित करने का निर्देश दिया है।
डीसी ने कहा कि कोविड-19 पेसेंट की इलाज के लिए स्पेसलिस्ट कटेगरी के डॉक्टरों की जरूरत पड़ती है। आवश्यकता पड़ने पर ही लिस्टेड डॉक्टरों को कोविड-19 पेसेंट के इलाज में लगाया जायेगा। इसके लिए सेवा प्रदान करने वाले डॉक्टरों को सेंट्रल गवर्नमें व स्टेट गवर्नमेंट की गाइडलाइंस के तहत पारिश्रमिक भी दिए जायेंगे। डीसी ने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार जिले में उपलब्ध सभी सरकारी, अर्द्ध-सरकारी, निजी संस्थानों और वहां उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम संग्रहण करते हुए वैश्विक महामारी से लड़ने की तैयारी की है। इसके तहत अशर्फी हॉस्पिटल लिमिटेड, एशियन द्वारकादास बर्न सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, प्रगति मेडिकल एंड रिसर्च सेंटर को कोरोना संक्रमित व्यक्ति के डायलिसिस के लिए दो-दो बेड रिजर्व करने का आदेश निर्गत किया गया था।
टाटा, बीसीसीएल जैसे संस्थान भी जिला प्रशासन को आवश्यक सहयोग प्रदान कर रहे हैं, लेकिन धनबाद जिला में कोविड-19 संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए यह बहुत जरूरी है कि आने वाली सभी चुनौती से लड़ने के लिए उपलब्ध सभी सरकारी, अर्द्ध-सरकारी, निजी संस्थानों में उपलब्ध मानव संसाधनों को संग्रहित कर आवश्यक तैयारी की जाए. इसी उद्देश्य से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से प्राइवेट डॉक्टरों की स्वैच्छिक सेवा का अनुरोध किया गया है।डीसी ने कहा कि पूरे विश्व में कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए सभी सरकारी, अर्द्ध-सरकारी, निजी संस्थानों के विशेषज्ञ एक साथ मिलकर कुशल समन्वय के साथ इस महामारी से निपटने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन भी हमेशा से ऐसी चुनौतीपूर्ण स्थिति में सरकार और प्रशासन को जरूरत पड़ने पर अपनी सेवाएं उपलब्ध कराते हैं। इसकी सभी लोग सराहना भी कर रहे हैं. हमारे देश के अंदर और अन्य राज्यों में भी प्राइवेट डॉक्टरों की ओर से इस महामारी में स्वैच्छिक सेवा दी जा रही है। डीसी ने कहा कि उपरोक्त सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से अविलंब सभी निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने और सहयोग की अपेक्षा रखता है।
उल्लेखनीय कि 22 जुलाई को कोरोना वायरस के संक्रमित पेसेंट की इलाज डॉक्टरों की कमी को देखते हुए डीसी ने 20 प्राइवेट डॉक्टर, जो इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, धनबाद के अंतर्गत रजिस्टर्ड है, को 24 घंटे के अंदर सिविल सर्जन ऑफसि में योगदान देना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था। आईएमए ने बताया था कि कुछ डॉक्टर धनबाद में निवास नहीं करते हैं। कुछ शारीरिक रूप से अक्षम हैं और कुछ डॉक्टर्स की उम्र काफी ज्यादा है।