धनबाद: Illegal Coal Smuggling में बंगाल के तस्करों पर कसा शिकंजा, लाला व अल्लाह रखा समेत 20 के खिलाफ एफआइआर
पश्चिम बंगाल से बिहार व उत्तर प्रदेश की मंडियों में इलिगल ले जाते पकड़े गये सात ट्रकों के मामले में निरसा पुलिस स्टेशन में 20 के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया गया है। एफआइआर में बंगाल के कोल फेमस कोल तस्कर लाला उर्फ अनूप मांजी, अल्लाह रखा, मुंशी हुसैन, राजा, छोटू खान समेत 20 लोगों को माइंस एक्ट समेत अन्य सेक्शन में नेम्ड किया गया है।
- धनबाद पुलिस की रडार पर बंगाल का कोल किंग समेत जिले के लाइजनर
- धनबाद का अनिरुद्ध, बंगाल का गजेंद्र व जगदीश,हजारीबाग का प्रधान व साहू के साथ सफेदपोश व पुलिस का सिंडिकेट
धनबाद। पश्चिम बंगाल से बिहार व उत्तर प्रदेश की मंडियों में इलिगल ले जाते पकड़े गये सात ट्रकों के मामले में निरसा पुलिस स्टेशन में 20 के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया गया है। एफआइआर में बंगाल के कोल फेमस कोल तस्कर लाला उर्फ अनूप मांजी, अल्लाह रखा, मुंशी हुसैन, राजा, छोटू खान समेत 20 लोगों को माइंस एक्ट समेत अन्य सेक्शन में नेम्ड किया गया है। हलांकि पुलिस बंगाल के गजेंद्र व तिवारी के अलावा धनबाद के अनिरुद्ध को नेम्ड नहीं की है। एफआइआर में ट्रक ऑनर व ड्राइवरों को भी एक्युज्ड बनाया हया है।
लाला पश्चिम बंगाल का सबसे बड़ा कोल किंग है। धनबाद में पहली बार पुलिस लाला खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। अब तक वह अपनी उंची पहुंच के कारण पुलिस से बचता रहा है। राजनीतक व पुलिस संरक्षण में इलिगल कोलकारोबार कर लाला करोरों की संपत्ति भी अर्जित की है। बंगाल से निकलकर लाला का अवैध कोयला बनानरस की मंडी के साथ-साथ निरसा, गोविंदपुर और हजारीबाग के भट्ठों, ईट भठ्ठों में भी खपाया जाता है। दो-तीन पहले निरसा, गोविंदपुर, चौपारण समेत अन्य पुलिस स्टेशनों में इलिगल कोललदी टर्क पकड़े जाने के बाद सिंडिकेट पर शिकंजा कस गया है।
थाना लेवल पर की थी सेटिंग, 20 रुपये नोट था पासिंग कोड
आरोप है कि लाला ने धनबाद, गिरिडीह, हजारीबाग में थाना व डीएसपी लेवल पर सेटिंग कर इलिगल कोल कारोबार शुरु किया था। बंगाल से जीटी रोड होकर पर डे 50 से अधिक ट्रक बनारस मंडी भेजा जा रहा था। डिस्को पेपर से यह धंधा चल रहा था। 20 रुपये के नोट पर अंकित नंबर पासिंग कोड था। रोड पर 20 रुपये का नोट दिखाते ही ट्रक को पुलिस आगे बढ़ने का पासदे रही थी। आरोप है कि लाला व अल्ला राखा के सिंडिकेट में बंगाल का जगदीश , गजेंद्र व धनबाद के अनिरुद्ध भी शामिल है। पुलिस एफआइआर मेंइन लोगों का नाम नहीं जोड़ी है। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस रेड कर इंटर स्टेट कोल तस्करी के कारोबार पर लगाम लगा दी है।
धनबाद में पोस्टेड रहे एक पुलिस अफसरों का करीबी है तस्कर
बंगाल व झारखंड का कोयला तस्करों का कुछ पुलिस अफसरों से भी बेहतर तालमेल है। बीजेपी के कार्यकाल में धनबाद में लंबे समय तक पोस्टेड रहे एक आइपीएस अफसर के कार्यकाल में बंगाल के सिंडिकेट का इलिगल कोल कारोबार तेजी से चला था। धनबाद में संबंधित आइपीएस के कार्यकाल में इलिगल कोल कारोबार का रिकार्ड टूट गया था। मामले की गवर्नमेंट तक कंपलेन पहुंची। सरकार ने मामले के जांच के आदेश दिये। होम डिपार्टमेंट के निर्देश पर सीआइडी को जांच का जिम्मा मिला। आरोपी आइपीएस अफसर धनबाद से हटा दिये गये। सीआइडी के वरीय अफसर से अपनी नजदीकी के कारण आरोपी आइपीएस अफसर को जांच में कागजी तौर पर राहत दे दी गयी। आरोप है कि धनबाद में पोस्टेड रहे इस आइपीएस का रिलेटिव कोलकाता में कोल तस्करों से रकम रिसीव करता था।