धनबाद: जज की मौत मामले में सुराग देने वालों को मिलेगा 10 लाख इनाम, साजिश तक पहुंचने के लिए बढ़ाई गयी राशि
धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत मामले की जांच कर रही सीबीआइ ने मामले में जानकारी देने वालों के लिएइनाम की राशि को पांच लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपए कर दिया है। सीबीआई ने बुधवार को टउन के विभिन्न चौक चौराहों पर पोस्टर चिपका कर लोगों से जज मर्डर के विषय में सुराग देने की अपील की है।
धनबाद। धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत मामले की जांच कर रही सीबीआइ ने मामले में जानकारी देने वालों के लिएइनाम की राशि को पांच लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपए कर दिया है। सीबीआई ने बुधवार को टउन के विभिन्न चौक चौराहों पर पोस्टर चिपका कर लोगों से जज मर्डर के विषय में सुराग देने की अपील की है।
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इसके पूर्व स्वतंत्रता दिवस के दिन सीबीआई के स्पेशल सेल ने जज के मौत से संबंधित जानकारी देने वालों के लिए पांच लाख रुपए इनाम की घोषणा की थी। सीबीआई ने शहर के सभी चौक चौराहों पर पोस्टर लगाकर लोगों से अपील की है कि यदि कोई व्यक्ति न्यायाधीश के हत्यारों या ,उससे संबंधित कोई भी जानकारी रखता हो तो वह सीबीआई स्पेशल क्राइम ब्रांच वन नई दिल्ली कैंप सीएसआईआर सत्कार गेस्ट हाउस धनबाद मे इसकी सूचना दें या सीबीआई के एसपी सह मामले के अनुसंधानकर्ता विजय कुमार शुक्ला को मोबाइल नंबर पर फोन कर इसकी जानकारी दें। जानकारी देने वालों को सीबीआई 10 लाख का इनाम देगी । तथा सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जायेगा।
सीबीआई ने जारी किया नंबर
टाउन में चिपकाये गये पोस्टरों में तीन मोबाइल नंबर सीबीआई ने जारी किया जिस पर सूचना देने की अपील की गई है वह नंबर है 7827728856, 011- 24368640, 011-24368641.
नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग करायी गयी
सीबीआइ ने मामले में दोनों आरोपी राहुल वर्मा और लखन वर्मा को गुजरात गांधीनगर ले जाकर नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग कराई गयी थी। इसके बाद दोनों आरोपियों को फिर से धनबाद कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था। बताया जाता है कि नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग के दौरान सीबीआई को कुछ ज्यादा कामयाबी हाथ नही लगी है। उल्लेखनीय है कि 28 जुलाई को मॉर्निंग वॉक के दौरान धनबाद कोर्ट के जज उत्तम आनंद की ऑटो से टक्कर लगने से मौत हो गयी थी। जज उत्तम आनंद घर से सुबह पांच बजे के लगभग मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। घर वापस नहीं आने पर वाइफ कीर्ति सिन्हा ने रजिस्ट्रार को फोन कर इसकी सूचना दी। रजिस्ट्रार ने मामले की सूचना एसएसपी धनबाद को दी, जिसके बाद पुलिस जज को ढूंढने में रेस हो गयी।
जज रणधीर वर्मा चौक के पास जज घायल मिले। एसएनएमएमसीएच ले जाने पर मृत घोषित कर दिये गये। पहले इसे रोड ए्क्सीडेंट माना गया लेकिन सीसीटीवी फुटेज में एक ऑटो को जानबूझकर धक्का मारते दिखने पर सनसनी फैल गई।सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई थी।झारखंड नेतृत्व में एडीजी के नेतृत्व में एसआईटी की टीम मामले की जांच कर रही थी। हाई कोर्ट ने मामले पर संज्ञान लिया। पुलिस ने देर रात ड्राइवर लखन वर्मा और उसके साथ बैठे राहुल वर्मा को अरेस्ट किया था। स्टेट गवर्नमेंट की अनुशंसा और हाईकोर्ट के निर्देश पर पूरे मामले की तहकीकात सीबीआई कर रही है। चार अगस्त को सीबीआई ने एफआइआर दर्ज कर ली थी