Dhanbad :सिंह मेंशन समर्थक धनंजय यादव मर्डर केस दो दोषियों को आजीवन कारावास की सजा
कोयला राजधानी धनबाद के झरिया में सिंह मेंशन समर्थक धनंजय यादव की मर्डर मामले में कोर्ट ने दो आरोपी कैलाश धिक्कार और विक्की वर्मा को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास और एक लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनायी है।

धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद के झरिया में सिंह मेंशन समर्थक धनंजय यादव की मर्डर मामले में कोर्ट ने दो आरोपी कैलाश धिक्कार और विक्की वर्मा को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास और एक लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनायी है। मामले में कुल नौ आरोपी बनाये गये थे। जिसमें सात आरोपी अब भी फरार चल रहे हैं।
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कोर्ट में अभियोजन की ओर से 11 लोगों की गवाही हुई। एफएसएल रिपोर्ट भी अदालत के समक्ष साक्ष्य के तौर पर प्रस्तुत की गयी। लोक अभियोजक ने बताया कि 31 जुलाई 2023 को झरिया पुलिस स्टेशन एरिया के सिंह नगर के रहने वाले धनंजय यादव की घर में घुसकर निर्मम हत्या कर दी गयी थी। उसके बॉडी व गर्दन पर पर चाकू से कुल 56 वार किये गये थे। गोली भी मारी गयी थी, जिसमें उसकी मौत हो गई थी। मृतक की बहन एना कोलियरी के रहने वाली मीना देवी की कंपलेन पर झरिया पुलिस स्टेशन में मर्डर की एफआइआर दर्ज की गयी थी।
एफआइआर में कैलाश धिक्कार, विक्की वर्मा और रामबाबू धिक्कार समेत कुल नौ आरोपी बनाये गये थे। कोर्ट ने कैलाश धिक्कार और विक्की वर्मा को आजीवन कारावास और एक लाख जुर्माने की सजा सुनायी है। रामबाबू धिक्कार समेत कुल सात आरोपी इस मामले में अब भी फरार चल रहें है।
बाउंड्रीवाल फांदकर आरोपी घर में दाखिल हुए थे। आरोपियों ने अंदर के कमरे का दरवाजा खुलवाया। धनंजय की वाइफ पूनम देवी दरवाजा खोलकर बाहर निकलीं. जिसके बाद पिस्टल के दम पर उसे बंधक बना लिया गया था। वाइफ और दोनों बेटियों को भुजाली से मौत के घाट उतारने की बात कह रहे थे। जिसके बाद धनंजय ने खुद को सरेंडर कर दिया। वाइफ और बच्चों के सामने ही भुजाली से कई वार धनंजय के ऊपर किये गये थे। उसे गोली भी मारी गयी थी। जाते जाते बम भी फेंका गया, लेकिन वह ब्लास्ट नहीं हुआ था।
सिंह मेंशन समर्थक धनंजय यादव और रघुकुल समर्थक रामबाबू धिक्कार के दोनों गुटों के बीच पिछले सात सालों से अवैध कोयले के वर्चस्व को लेकर आपस में विवाद चल रहा था। 19 जनवरी 2023 को झरिया सिंह नगर गुलगुलिया पट्टी में धनंजय यादव और रामबाबू धिक्कार गुट के बीच खूनी संघर्ष की घटना घटी थी, जिसमें निरंजन तांती की मर्डर हुई थी। छह महीने बाद ही फिर धनंजय की मर्डर कर दी गयी। धनंजय यादव और निरंजन तांती दोनों सिंह मेंशन समर्थक हैं।