धनबाद: बीजेपी लीडर कृष्णा अग्रवाल ने MLA राज सिन्हा पर लगाया जातिवाद का आरोप, सोशल मीडिया पर चैट हुआ वायरल
बीजेपी लीडर कृष्णा अग्रवाल ने वाट्सएप पर धनबाद बीजेपी ग्रुप में शनिवार को कमेंट किया कि जिस रवि सिन्हा ने सदस्यता घोटाला किया उसे जिला महामंत्री बनाया जा रहा है। इस पर एमएलए राज सिन्हा ने आपत्ति जताते हुए लिखा कि रवि सिन्हा ने कौन सा घोटाला किया। कितने का किया और उस पर क्या कार्रवाई हुई, नहीं हुई तो क्यों ये कृष्णा अग्रवाल बताएं।
- नसीहत दी कि आपको सभी वर्ग ने वोट देकर जिताया है सिर्फ रवि सिन्हा ने नहीं
धनबाद। बीजेपी जिला कमेटी में पद पाने को लेकर पार्टी नेताओं की बीच सोसळ मीडिया पर जंग चल रही है। पार्टी पदाधिकारियों का नाम लीक होने के बाद विवाद और बढ गया है। महानगर कमेटी में जिला महामंत्री पद पर रवि सिन्हा का नाम लीक होने के बाद से घमासान चल रहा है। बीजेपी लीडर कृष्णा अग्रवाल ने वाट्सएप पर धनबाद बीजेपी ग्रुप में शनिवार को कमेंट किया कि जिस रवि सिन्हा ने सदस्यता घोटाला किया उसे जिला महामंत्री बनाया जा रहा है। इस पर एमएलए राज सिन्हा ने आपत्ति जताते हुए लिखा कि रवि सिन्हा ने कौन सा घोटाला किया। कितने का किया और उस पर क्या कार्रवाई हुई, नहीं हुई तो क्यों ये कृष्णा अग्रवाल बताएं।
जवाब में कृष्णा अग्रवाल ने एमएलए पर जातिवाद करने का आरोप मढ़ते हुए उन्हें नसीहत दी कि आपको सभी वर्ग ने वोट देकर जिताया है, सिर्फ रवि सिन्हा ने नहीं। फिर उसका नाम लेते ही जातिवाद पर क्यों उतर गए। एमएलए ने जवाब दिया कि वे जातिवाद पर नहीं उतरे हैं, लेकिन किसी ने घोटाला किया है तो कौन सा, कितने का घोटाला किया, यह साफ करना होगा। अब तो यह भी बताना होगा कि मैंने किसी का पक्ष लिया।
बीजेपी नेताओं के बीच बहस दूसरे दिन रविवार को भी भी जारी रही कृष्णा अग्रवाल ने साफ तौर पर कहा कि रवि सिन्हा ने जो सदस्यता घोटाला की उसे एमएलए राज सिन्हा व अन्य नेताओं ने अपनी जेब से पार्टी फंड में जमा कराया। उन्होंने जिलाध्यक्ष के नाम एक आवेदन भी लिखाजिसमें कहा कि वे रवि सिन्हा को जिला महामंत्री बनाएं। उनके उज्ज्वल चरित्र से पार्टी के कार्यकर्ता प्रेरणा ग्रहण करेंगे।
दोनों नेताओं के बीच तूतू-मैं-मैं में पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने चुटकी भी ली। एक ने एमएलए का पक्ष लेते हुए कहा कि आप सही राह चल रहे हैं। हाथी चले बाजार, ...भूके हजार। जिला अध्यक्ष के दावेदार रहे मुकेश पांडेय ने लिखा। संगठन गढ़े चलो, सुपंथ पर बढ़े चलो, भला हो जिसमें देश का वह काम सब किए चलो। भूल कर भी मुख से जाति-पंथ की न बात हो...।