दुमका: हंसडीहा में प्रतिबंधित कफसिरप व गांजा के साथ एक अरेस्ट, प्रेस रिलीज में नाम नहीं होने से एसडीपीओ नाराज
हंसडीहा पुलिस स्टेशन की पुलिस ने सोमवार को प्रतिबंधित कपसिरप और गांजा के साथ चंदन कुमार नामक युवक को अरेस्ट किया है। धावाटांड़ का राजीव प्रसाद यादव भागने में सफल रहा। पुलिस ने आरोपित के घर से 153 बोतल कफसिरफ और लगभग दो केजी गांजा बरामद किया है।
दुमका। हंसडीहा पुलिस स्टेशन की पुलिस ने सोमवार को प्रतिबंधित कपसिरप और गांजा के साथ चंदन कुमार नामक युवक को अरेस्ट किया है। धावाटांड़ का राजीव प्रसाद यादव भागने में सफल रहा। पुलिस ने आरोपित के घर से 153 बोतल कफसिरफ और लगभग दो केजी गांजा बरामद किया है।
एसपी अंबर लकड़ा को सूचना मिली थी कि हंसडीहा इलाक में प्रतिबंधित नशीली ड्रग्स का इलिगल कारोबार किया जा रहा है। पटना से कफसिरप और मणिपुर से गांजा लाकर हंसडीहा व आसपास के इलाके में खपाया जा रहा है। एसपी ने हेडक्वार्टर डीएसपी विजय कुमार के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम बनाकर कार्रवाई का निर्देश दिया। डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस ने रविवार रात हंसडीहा के बढ़ैत और धावाटांड़ में रेड कर एक युवक को नशीले पदार्थो के साथ पकड़ा। दो बाइक भी जब्त की गई। इंस्पेक्टर संजय सुमन ने बताया कि फरार आरोपित की राजीव की खोज में रेड की जा रही है। पुलिस टीम में हंसडीहा थाना प्रभारी आकृष्ट अमन व एसआइ उत्तम पासवान सहित अन्य शामिल थे।
प्रेस रिलीज में नाम नहीं होने पर एसडीपीओ उठकर चले गये
गांजा व सिरप बरामदगी को लेकर सोमवार को हंसडीहा पुलिस स्टेशन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पहुंचे जरमुंडी एसडीपीओ उमेश कुमार सिंह तैयार प्रेस रिलीज में अपना नाम नहीं देखकर भड़क गये। वह बिना से बात किये ही वहां से निकल गये। एसडीपीओ को ही मामले में मीडिया जानकारी देनी थी। लेकिन एसडीपीओ ने जब प्रेस रिलीज में अपना नाम नहीं देखा तो थाना प्रभारी पर भड़कते हुए प्रेस कान्फ्रेंस करने से इन्कार कर दिया। वह पुलिस स्टेशन कैंपस से उठकर चले गये। हालांकि कुछ देर बाद वह वापस लौटे, लेकिन पत्रकारों को बाद में आने को कहा। बाद में मामले में सर्किल इंस्पेक्टर संजय सुमन ने प्रेस को जानकारी दी।
रेड में पुलिस टीम के साथ नहीं गये एसडीपीओ, डीएएसपी के नेतृत्व की गयी रेड
बताया जाता है कि एसपी के निर्देश के आलोक में हंसडीहा थानेदार आकृष्ट अमन ने रविवार को गांजा और सिरप जब्त करने के लिए रेड में चलने के लिए एसडीपीओ से बात की। एसडीपीओ रेड में नहीं आये। बाद में एसपी के कहने पर डीएसपी विजय कुमार के नेतृत्व में रेड की गई। इसी कारण एसडीपीओ का नाम शामिल नहीं किया गया था, लेकिन इस बात पर वे नाराज हो गये।
बोले एसपी-एसडीपीओ का व्यवहार उचित नहीं
एसपी अंबर लकड़ा ने कहा है कि एसडीपीओ का यह व्यवहार ठीक नहीं था। अगर उन्हें थानेदार से किसी तरह की शिकायत थी तो प्रेस कांफ्रेस के बाद उन्हें लिखकर देना चाहिए था। मामला समझकर कार्रवाई की जाती। लेकिन प्रेस कांफ्रेस से उठकर जाने से पुलिस की छवि खराब होती है।