धनबाद: पोती ने लवर के साथ मिलकर दादा के बैंक अकाउंट से निकाले थे 11.30 लाख रुपये, दोनों कोलकाता से अरेस्ट
इबर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने भूली डी ब्लॉक सेक्टर 11 निवासी युगल प्रसाद के बैंक अकाउंट से 11.30 लाख रुपये निकासी का खुलासा कर लिया है। रिटायर्ड बीसीसीएल स्टाफ युगल की पोती ने ही एटीएम कार्ड चोरी कर अपने लवर सह हसबैंड के साथ मिलकर बैंक अकाउंट से 11.30 लाख रुपये निकाली है। पुलिस ने आरोपी सुनिधि सिंह उर्फ जोया इरशाद और उसके लवर मो. इरशाद अंसारी (को कोलकाता से अरेस्ट कर लिया है।
- साइबर पुलिस स्टेशन की पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 8.50 लाख रुपये कैश बरामद
- भूली निवासी रिटायर्ड बीसीसीएल स्टाफ की पोती दूसरे धर्म के युवक से कर चुकी है कोर्ट मैरेज
धनबाद। साइबर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने भूली डी ब्लॉक सेक्टर 11 निवासी युगल प्रसाद के बैंक अकाउंट से 11.30 लाख रुपये निकासी का खुलासा कर लिया है। रिटायर्ड बीसीसीएल स्टाफ युगल की पोती ने ही एटीएम कार्ड चोरी कर अपने लवर सह हसबैंड के साथ मिलकर बैंक अकाउंट से 11.30 लाख रुपये निकाली है। पुलिस ने आरोपी सुनिधि सिंह उर्फ जोया इरशाद और उसके लवर मो. इरशाद अंसारी (पिता मुश्ताक अंसारी भूली बाइपास सिटी कॉलोनी) को कोलकाता से अरेस्ट कर लिया है।
पुलिस ने रिटायर्ड बीसीसीएल स्टाफ की पोती सुनिधि व उसके लवर सह हसबैंड इरशाद के पास से 8.50 लाख रुपये कैश, दो मोबाइल फोन बरामद किया है। साइबर पुलिस स्टेशन ओसी इंस्पेक्टर नवीन राय व इंस्पेक्टर सह केस के आइओ जीतेंद्र कुमार ने सोमवार प्रेस कांफ्रेस में दी। बताया जाता है कि सुनिधि अपने लवर इरशाद से कोर्ट मैरिज कर चुकी है। वह सुनिधि से अपना नाम जोया इरशाद कर चुकी है। दोनों बतौर वाइफ-हसबैंड कोलकाता में किराये के प्लैट में रह रहे थे। पुलिस पूछताछ में दोनों ने कोर्ट मैरिज की बात स्वीकार है। हलांकि अभी तक कोई कागजात नहीं दी है।
10 अगस्त से सात सितंबर के बीच हुई 11 लाख 30 हजार की निकासी
युगल प्रसाद व उनकी वाइफ का बैंक में ज्वाइंट अकाउंट हैं। युगल प्रसाद बीमार रहते हैं इस कारण उनके अकाउंट से वाइफ, बेटा व पोती रकम की निकासी करती थी। गत 10 अगस्त से सात सितंबर के बीच अकाउंट से 11.30 लाख रुपये की निकासी एटीएम से हो गयी। अक्टूबर माह में पासबुक अपडेट कराने के बाद रकम निकासी पता चला। इसके बाद युगल के पुत्र राकेश कुमार ने छह अक्तूबर को अपने पिता व मां की ज्वाइंट अकाउंट से 11.30 लाख रुपये की फर्जी निकासी का एफआइआर साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाया था। कहा गया कि रकम निकासी की सूचना रजिस्टर्ड मोबाइल पर नहीं आयी। इंस्पेक्टर जीतेंद्र कुमार को केस का आइओ बनाया गया।
पुलिस छानबीन में घर के लोगों पर हुआ संदेह
पुलिस जांच के दौरान बैंक जाकर पता लगायी वह अकाउंट में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का डिटेल निकाली तो पता चला कि रकम निकासी का मेसेज मोबाइल पर आया है। सभी मैसेज तत्काल डिलीट कर दिया गया। एटीएम के माध्यम से राशि की निकासी रंगाटांड़, उर्मिला टावर व वासेपुर स्थित एटीएम से निकासी की गयी है।पुलिस घर के मेंबरों पर संदेह हुआ। पुलिस अकाउंट धारक के साथ-साथ उनके बेटे व पोती सुनिधि की मोबाइल नंबर खंगाली।
पुलिस को घरवालों ने बताया कि सुनिधि की कोलकाता में रहकर एयर होस्टेस का कोर्स कर रही है। साथ ही जब-जब राशि की निकासी हुई है उस समय वह घर में मौजूद थी। सुनिधि के मोबाइल सीडीआर में उसका लोकेशन घर के आसपास ही दिख रहा था। सुनिधि एक मोबाइल नंबर पर लगातार बात करती थी। साथ ही निकासी के दिन उसकी संबंधित नंबर से भी काफी देर बात हुई थी। पुलिस उस मोबाइल नंबर का डिटेल खंगाली तो पता चला कि उसका लोकेशन निकासी वाले एटीएम के पास मिला।
पुलिस व परिजनों को बरगलाती रही युवती
इसके बाद पुलिस सुनिधि से पूछताछ की तो वह बरगलाती रही। परिजनों को भी वह बरगलाती रही। लॉकडाउन समाप्त होने के बाद वह कोलकाता चली गयी। सुनिधि के साथ ही फ्लैट में उसका लवर इरशाद भी रह रहा था। परिजन एक बार अचानक कोलकाता गये तो फ्लैट में इरशाद मिल गया। वहां भी बरगलाने की कोशिश की। धनबाद साइबर पुलिस स्टेशन की पुलिस अफसर मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर कोलकाता में दबिश दी। दोनों प्रेमी युगल पुलिस से बचने के लिए फ्लैट बदल लिया था। पुलिस ब्रोकर को पकड़ सख्ती दिखायी तो वह दोनों को नया ठिकाना दिखा दिया। साथ ही आठ लाठ 50 हजार रुपये के साथ दोनों को पुलिस से पकड़वा दिया। पकड़ने जाने के बाद दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। साइबर पुलिस की जिले में बैंक अकाउंट से निकासी गयी राशि से संबंधित किसी केस में पहली बार इतनी रकम बरामद की गयी है।
दादा के एटीएम लवर को देकर पैसा निकलवाती थी पोती
सुनिधि सिंह अपने दादा का एटीएम अपने प्रेमी इरशाद जाकर दे देती थी। इरशाद एटीएम से रकम निकासी कर उसे लौटा देता था। निकासी की मैसेज दादा के मोबाइल पर आते ही पोती तत्काल डिलीट कर देती थी।एटीएम को फिर दादा जहां रखते थे वहीं रख देती थी।
फेसबुक से हुई दोस्ती, साथ रहने के लिए कोलकाता ठिकाना बनाया
सुनिधि व इरशाद की फेसबुक से माध्यम से दोस्ती हुए थे। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इरशाद कुछ नहीं करता है। वह झांसा देकर युवती को प्रेम जाल में फंसाया। प्लानिंग कर युवती को बरगलाकर कोलकाता एयरहोस्टेस की पढ़ाई के नाम पर शिफ्ट कराया। इरशाद वहीं साथ में रहता था। एक ही फ्लैट में दोनों रहते थे। लव अफेयर के बाद दोनों काफी पहले ही कोर्ट मैरेज कर चुके हैं।
दिल्ली से जयपुर तक गये घूमने
पुलिस का कहना है कि युवती इरशाद के साथ कोर्ट मैरेज कर साथ किराये के फ्लैट में रह रही थी। घर में झूठ बोलती थी कोलकाता में एयर होस्टेस का कोर्स कर रही है। दादा के अकाउंट से निकली गयी 11.30 लाख रुपये में 2.80 लाख रुपये खर्च कर दिये। इस पैसे से वह इरशाद के साथ नयी दिल्ली, जयपुर, अजमेर सहित कई स्थानों पर घूमने गयी थी। पुलिस पूछताछ में युवती ने कहा कि जरुरत थी क्या करते पैसा निकाल लिये। युवती ने पुलिस अफसरों से कहा कि वह इरशाद के साथ रहती है और रहेगी। अगर जेल भेजाना है तो दोनों को भेज दिजीए। छोड़ देना है तो दोनों को छोड़ दिजीए।