JMM 44वां Foundation Day: झारखंड की खनिज संपदा पर BJP की काली निगाह, सरकार गिराने की कोशिश: हेमंत
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के 44 वां स्थापना दिवस पर गुरुवार को दुमका गांधी मैदान में पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन और कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने शहीद बेदी पर श्रद्धांजलि अर्पित की। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने पार्टी का ध्वज फहराया।
- सेंट्रल के डराने से हम डरने वाले नहीं
दुमका। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के 44 वां स्थापना दिवस पर गुरुवार को दुमका गांधी मैदान में पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन और कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने शहीद बेदी पर श्रद्धांजलि अर्पित की। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने पार्टी का ध्वज फहराया।
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1932 के खतियान आधरित स्थानीयता की उठी मांग, 47 राजनीतिक प्रस्ताव पारित
उपराजधानी दुमका में झारखंड मुक्ति मोरचा का 44वें स्थापना दिवस समारोह में समेत 47 सूत्री प्रस्ताव पारित किया गया। राजनीतिक प्रस्ताव में 1932 के खतियान आधारित स्थानीयता घोषित करने, उप राजधानी दुमका में हाईकोर्ट की खंडपीठ स्थापित करने सरकार की कार्य सूची में प्राथमिकता से शामिल करने की मांग की गयी।
दुमका में झामुमो परिवार के 44वां स्थापना दिवस की सभी को अनेक-अनेक शुभकामनाएं और जोहार।
पार्टी के नेतागण तथा राज्य के कोने-कोने से आये कर्मठ कार्यकर्ता और अन्य लोग रातभर चलने वाले इस कार्यक्रम में शामिल होकर इसे अद्भुत बना देते हैं।
झारखण्ड के वीर शहीद अमर रहें!
जय झारखण्ड! pic.twitter.com/DHO4DDIXQv
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) February 2, 2023
जनहित व राज्यहित में काम करे गवर्नमेंट
झामुमो समर्थकों को संबोधित करते हुए पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन ने कहा कि झारखंड में अकूत खनिज-संपदा है। सरकार इसका इस्तेमाल जनहित व राज्यहित में करे, ताकि यहां के लोग संपन्न हो सकें। उन्होंने कहा कि अफसरों को यहां की जनभावना के अनुरूप नीति तैयार करनी होगी। शिबु सोरेन ने कहा कि राज्य के गरीब-गुरूबों को उनका हक और अधिकार मिले इसी उद्देश्य से हम लोग 44 साल से देर रात तक सभा कर रणनीति बनाते हैं। इसी के दम पर आज सब कुछ है। इसी के दम पर अलग झारखंड राज्य मिला है।
हमारी सरकार को अस्थिर करने का हो रहा प्रयास: हेमंत
झारखंड के सीएम व जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि केंद्र सरकार हमारी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है। साजिश के तहत केस-मुकदमों में फंसाने का धौंस दिखाया जा रहा है। इससे हम डरने वाले नहीं हैं। भाजपा को हरेक साजिश का करारा जवाब मिलेगा। उन्होंने सरकार जनता से किए वायदों को पूरा कर रही है लेकिन केंद्र अडंगा लगाकर यहां के आदिवासी-मूलवासी के हक व अधिकारों को छीनना चाहती है।
गवर्नर ने लौटाया खतियान पर आधारित स्थानीयता नीति विधेयक
सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने 1932 के खतियान पर आधारित स्थानीयता नीति लाने का काम किया लेकिन राज्यपाल ने इसे लौटा दिया है। सरकार इसकी कानूनी पहलूओं पर मंथन फिर से इसे आगे बढ़ाएगी।
खनिज संपदा पर बीजेपी की काली निगाह
हेमंत सोरेन ने कहा कि बीजेपी पूंजीपतियों की पार्टी है और यहां की खनिज-संपदा पर उसकी काली निगाह है। झामुमो के रहते खनिज-संपदा की लूट नहीं होने दी जायेगी। जल, जंगल और जमीन की रक्षा करना झामुमो की प्राथमिकता है।
आगामी चुनावों के लिए कमर कस लें जेएमएम कार्यकर्ता
उन्होंने कहा कि 2024 में लोकसभा का चुनाव होना है। पार्टी के कार्यकर्ता इसके लिए अभी से कमर कस लें। इस बार झारखंड से भाजपा का सफाया तय है। उन्होंने कहा कि इस बार की लड़ाई अपनी पहचान, अपने सम्मान व अपने अधिकार के लिए होगा पार्टी इस राजनीतिक सभा के जरिए निर्णायक संघर्ष की ओर बढ़ेगा।
बोरियो एमएलए लोबिन हेंब्रम नहीं पहुंचे
झामुमो के 44 वें स्थापना दिवस पर बोरियो के पार्टी एमएलए लोबिन हेंब्रम कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। एमएलए लोबिन हेंब्रम 1932 के खतियान आधारित नियोजन नीति लागू नहीं होने की वजह से हेमंत सोरेन सरकार से नाराज चल रहे हैं।
उपवास पर बैठे हेंब्रम
झामुमो दुमका दो फरवरी को अपना 44 वां स्थापना दिवस समारोह मनाया। पार्टी के सभी शीर्ष नेता दुमका पहुंचे थे। एमएसलए लोबिन हेंब्रम भोगनाडीह में अमर शहीद सिदो कान्हु मुर्मू की प्रतिमा के समक्ष उपवास पर बैठे हैं।
जेएमएम के 44वें झारखंड दिवस पर पारित प्रस्ताव
1. 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीयता नीति घोषित की जाए
2. संताल परगना कास्तकारी अधिनियम एवं छोटानागपुर कास्तकारी अधिनियम को सख्ती से लागू किया जाए
3. संताल परगना प्रमंडलीय मुख्यालय दुमका मेंबिहार राज्य पुर्नगठन विधेयक 2000 की धारा 25 (9) का अवलोकन करते हुए उच्च न्यायालय खंडपीठ की स्थापना की जाए
4. दुमका जिला में ओबीसी के आरक्षण को पूर्ण रूप से लागू किया जाए
5. पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से गांव का विकास करना सुनिश्चित किया जाए
6. झारखंड क्षेत्र के सभी विद्यालयों में संताली, बंगला तथा अन्य सभी क्षेत्रीय भाषा की पढ़ाई शुरू की जाए
7. झारखंड में तृतीय एवं चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के पद को पूर्णरूपेण स्थायी निवासी (जमाबंदी रैयतों) के वंशजों के लिए आरक्षित किया जाए
8. दुमका में अविलंब कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना किया जाए
9. किसानों को आधुनिक तरीके से कृषि करने हेतुअच्छे किस्म के बीज कृषि उपकरण तथा सिचाई की समुचित व्यवस्था की जाय
तथा कृषि को उद्योग का दर्जादिया जाए
10. झारखंड क्षेत्र मेंस्पष्ट विस्थापन एवं पुनर्वास नीति बनायी जायेतथा विस्थापितों को सरकारी तथा गैर सरकारी नौकरियों में
प्राथमिकता देनेके साथ पुनर्वास की व्यवस्था की जाए
11. अल्पसंख्यक वित्त निगम का शीघ्र गठन हो
12. झारखंड क्षेत्र मेंपूर्णरूपेण नशाबन्दी लागू की जाए
13. झारखंड क्षेत्र मेंवित्तरहित शिक्षा नीति समाप्त की जाए
14. झारखंड क्षेत्र मेंजंगलों की सुरक्षा एवंसंवर्धन करतेहुए ग्रामीणों की भागीदारी सुनिश्चित की जायेतथा ग्राम वन प्रबंधन एवं संरक्षण समिति को सशक्त किया जाए
15. झारखंड क्षेत्र में पलायन की समस्या को देखते हुए रोजगार मुहैया कराने की समुचित व्यवस्था की जाये तथा लंबित केंद्रीय योजनाओं में मनरेगा को सख्ती से लागू किया जाए.16. दुमका को पूर्ण रूपेन उपराजधानी का दर्जा दिया जाए
17. दुमका मेंअविलंब मिनी सचिवालय का निर्माण किया जाए
18. ग्राम प्रधानों की मानदेय राशि का बढ़ोतरी की जाए
19. संताल परगना प्रमंडल मुख्यालय दुमका मेंस्पोर्टस कॉम्पलेक्स का निर्माण अविलंब कराया जाए
20. कृषकों को खेती के लिए 365 दिन पानी खेतों के लिए उपलब्ध करायी जाय तथा मार्केटिंग की व्यवस्था की जाए
21. सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाए
22. दुमका को महानगरों से सीधी रेल सेवा से जोड़ा जाए
23. राज्य में महिलाओं के अधिकार, मान-सम्मान एवं सुरक्षा सुनिश्चित की जाए
24. कोल इंडिया एवं डीवीसी समेत सभी पीएसयू कंपनियों के मुख्यालय झारखंड लायी जाए
25. ग्राम शिक्षा समिति तथा ग्राम स्वास्थ समिति को सशक्त एवं पारदर्शी बनायी जाए
26. झारखंड में मदरसा बोर्ड का गठन किया जाय। आलिम एवंफाजिल डिग्री का सरकारी नियुक्तियों में बराबर कि मान्यता दी जाए
27. झारखंड मेंअल्पसंख्यकों की माली हालत को देखतेहुए शिक्षा की समुचित व्यवस्था की जाए
28. रैयतों को खनिजों मेंमालिकाना हिस्सेदारी दी जाए
29. झारखंड राज्य में ओड़िसा के साथ-साथ संताली, मुंडारी, हो, कुटुम्ब, खोरठा,अंगिका, सादरी, कुरमाली एवंअन्य स्थानीय भाषाओं को भी द्वितीय राजभाषा का सम्मान दिया जाए
30. झारखंड राज्य के आंदोलनकारियों के लम्बित आवेदनों को अविलम्ब सम्पादित की जाय तथा स्वतंत्रता सेनानी की दर्जा दिया जाय एवं पेंशन की राशि बढ़ायी जाए.
31. गोड्डा सुंदर जलाशय योजना को सिंचाई हेतु अविलंब चालू किया जाए
32. संताल परगना प्रमंडल मेंक्षेत्रीय प्राधिकार का गठन किया जाए
33. झारखंड क्षेत्र के प्रत्येक पंचायत मेंउप स्वास्थ्य केन्द्र को नियमित करेतथा पेयजल की समुचित व्यवस्था की जाए
34. झारखंड मेंहड़पी गयी जमीन वापस करनेका विधि संगत प्रक्रिया प्रारंभ की जाए
35. झारखंड क्षेत्र के चासा जाति में एकरूपता कायम करते हुए पिछड़ी जाति का दर्जा दी जाए
36. पुनासी जलाशय योजना से विस्थापित रैयतों को उचित मुआवजा दिया जाये एवं उनके पुनर्वास की व्यवस्था करते हुए अविलम्ब पुनासी जलाशय योजना को चालू की जाए
37. साहेबगंज मेंखासमहल की व्यवस्था को समाप्त की जाए
38. मलुटी (शिकारीपाड़ा), मसानजोर, हिजला, तातलोई, भालसुमर, शुमेश्वरनाथ, नुनवील, सिरसा, दानीनाथ, चुटोनाथ,
पाण्डेश्वरनाथ तथा मडपा को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाए
39. सोहराय, बंदना एवं टूसू को राजकीय पर्व घोषित किया जाए
40. दुमका में फ्लाईंग अकादमी को बड़े पैमानेपर चालू किया जाए
41. राज्य में खेल नीति लागू की जाये एवं खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की जाए
42. झारखंड की ग्राम सभा को सशक्त एवं पारदर्शी बनाया जाय तथा ग्राम प्रधान, गुडैगु डैत के अधिकारों मेंछेड़छाड़ बंद किया जाए
43. झारखंड राज्य मेंजल नीति बनायी जाए
44. वनाधिकार कानून को सख्ती से लागू किया जाय तथा ग्राम सभा के शक्ति को बरकरार रखी जाए
45. जल पंचायत को सशक्त एवं पारदर्शी बनाया जाय एवं नदियों का संरक्षण किया जाए
46. हिजला मेला को पर्यटनस्थल घोषित करते हुए राष्ट्रीय मेला का दर्जा दिया जाए और
47. सीएए एवं एनआरसी को झारखंड क्षेत्र में पुर्ण रूपेन खारिज किया जाए
राज्यसभा सांसद महुआ माजी, राजमहल एमपी विजय हांसदा, मिनिस्टर हफीजुल हसन, एमएलए बसंत सोरेन, सीता सोरेन, दिनेश विलियम मरांडी बिनोद पांडेय, सुप्रियो भट्टचार्य समेत कई एमएलए व पार्टी नेताओं ने सभा को संबोधित किया।