जय श्री राम, झारखंड में हो गया काम? BJP एमपी निशिकांत दूबे के ट्विटर बम से राजनीतिक अटकलों तेज

बीजेपी एमपी ने रविवार को एक बड़ा ट्विटर बम फोड़ा है। निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया जोहार, जय श्री राम आख़िर झारखंड में हो गया काम ? निशिकांत के इस ट्वीट ने झारखंड में राजनीतिक अटकलों को और तेज कर दिया है। एक लाइन के इस ट्वीट के बाद लोग तरह-तरह के सवाल कर रहे हैं। अनुमान लगा रहे हैं। हालांकि, दुबे ने ट्वीट में कुछ स्पष्ट नहीं किया है।

जय श्री राम, झारखंड में हो गया काम? BJP एमपी निशिकांत दूबे के ट्विटर बम से राजनीतिक अटकलों तेज

रांची। बीजेपी एमपी ने रविवार को एक बड़ा ट्विटर बम फोड़ा है। निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया जोहार, जय श्री राम आख़िर झारखंड में हो गया काम ? निशिकांत के इस ट्वीट ने झारखंड में राजनीतिक अटकलों को और तेज कर दिया है। एक लाइन के इस ट्वीट के बाद लोग तरह-तरह के सवाल कर रहे हैं। अनुमान लगा रहे हैं। हालांकि, दुबे ने ट्वीट में कुछ स्पष्ट नहीं किया है।

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ट्वीट पर यूजर्स ने निशिकांत दुबे से पूछा कि आखिर पूरी बात क्या है? वहीं कुछ लोगों ने मजाकिया अंदाज में भी कमेंट किया। एक यूजर ने लिखा, ''देख रहा है ना विनोद क्या हो रहा है आजकल झारखंड में।'' प्रदीप पांडेय नाम के एक यूजर ने पूछा , ''सरकार गिरा दी क्या।'' डॉ. शिवानी सिंह ने लिखा, ''तौबा... तुम्हारे ये इशारे।'' कुछ लोगों ने यह भी पूछा कि क्या चुनाव आयोग का फैसला वही लिख रहे हैं। वहीं कुछ ने आरोप लगाये हैं कि बीजेपी झारखंड में सरकार गिराने की कोशिश कर रही है।

भाभीजी के नाम पर झामुमो के वरिष्ठ विधायक व कॉंग्रेस सहमत नहीं दिखाई दे रही है,कारण पंचायत चुनाव के नोटीफिकेशन के अनुसार भाभीजी आदिवासी सीट पर चुनाव लड़ने के काबिल नहीं हैं । बसंत भैया व सीता भाभीजी भी चिन्तित

— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) August 20, 2022

झारखंड में राजनीतिक हलचल काफी तेज है।आशंकाओं और अटकलों का दौर चल रहा है। सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ खनन लीज केस में चुनाव आयोग के फैसले का इतंजार किया जा रहा है, जिसपर सरकार का भविष्य निर्भर करता है। निशिकांत दुबे ने यह ट्वीट ऐसे समय पर किया है जब किसी भी दिन सीएम हेमंत सोरेन व बसंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता मामले में चुनाव आयोग का फैसला आ सकता है। माइंस आवंटन मामले में हेमंत सोरेन को अयोग्य घोषित करने की मांग की गई है। बसंत सोरेन के खिलाफ भी एक माइनिंग कंपनी में पार्टनर होने के मामले में कंपलेन की गयी है। दोनों कंपलेन बीजेपी की ओर से ही की गयी है। 
बताया जाता है कि यदि चुनाव आयोग का फैसला सोरेन के पक्ष में नहीं आता है तो उन्हें कुर्सी छोड़नी पड़ेगी। अटकलें हैं कि हेमंत सोरेन और उनके भाई बसंत सोरेन के खिलाफ फैसला आने पर सीएम अपनी पिता या वाइफ को सीएम की कुर्सी सौंप सकते हैं।