जमशेदपुर: टाटा स्टील की 110 मीटर ऊंची चिमनी 11 सेकंड में ध्वस्त, जीरो डिग्री पर गिराने का बना वर्ल्ड रिकॉर्ड
टाटा स्टील की 27 साल पुरानी चिमनी को अत्याधुनिक तकनीक की मदद से मात्र 11 सेकंड में रविवार सुबह ध्वस्त कर दिया गया। यह कार्य दिन 11 बजे संपन्न हुआ। टाटा स्टील की ओर से रविवार को यूनाइटेड क्लब में आहूत प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी गई।
जमशेदपुर। टाटा स्टील की 27 साल पुरानी चिमनी को अत्याधुनिक तकनीक की मदद से मात्र 11 सेकंड में रविवार सुबह ध्वस्त कर दिया गया। यह कार्य दिन 11 बजे संपन्न हुआ। टाटा स्टील की ओर से रविवार को यूनाइटेड क्लब में आहूत प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी गई।
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जीरो डिग्री पर चिमनी गिराने का बना वर्ल्ड रिकॉर्ड
टाटा स्टील के अफसरों ने बताया कि चिमनी को जीरो डिग्री, अर्थात पूरी तरह लंबवत गिराया गया। इससे किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हुई। अफसरों ने दावा किया कि जीरो डिग्री पर चिमनी गिराने का यह वर्ल्ड रिकॉर्ड है। अभी तक 4 डिग्री तक गिराने का ही रिकॉर्ड था। उन्होंने भी पहले इसी की तैयारी की थी, लेकिन बाद में इस रणनीति को बदला गया। लोहे की जाली से घेरकर और पानी की बौछार कर फिर चिमनी को गिराया गया। इससे न तो धूल उड़ी और ना ही किसी अन्य ढांचे को कोई नुकसान पहुंचा।
टाटा स्टील कंपनी की चिमनी वर्ष 1992 में बनाई गई थी। चिमनी कोक प्लांट के बैटरी नंबर 5 में स्थित था। चिमनी की ऊंचाई लगभग 110 मीटर थी। इससे पहले सितंबर महीने में भी एक चिमनी ध्वस्त किया गया था। तभी टाटा स्टील ने ऐलान किया था कि बैटरी नंबर 5 में मौजूद चिमनी को भी हटाया जाएये। इसी के तहत आगे और चिमनी को भी हटाया जायेगा। टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट अविनेश गुप्ता ने बताया कि यह सफल प्रयास है। इसका श्रेय टाटा स्टील के अफसर सहित शहर वासियों को जाता है। जिससे पर्यावरण और आगे कंपनी के काम में गुणावता आयेगी।
48 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल, दो करोड़ रुपये हुए खर्च
अफसरों ने बताया कि चिमनी को गिराने के लिए 48 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया और लगभग दो करोड़ रुपये की लागत आई है। प्रेस कांफ्रेस को टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी, वीपी अवनीश गुप्ता सहित अन्य अफसरों ने संबोधित किया।