झारखंड: CM हेमंत सोरेन को ED ने जारी किया दूसरा नोटिस, 17 नवंबर को हाजिर होने का आदेश
ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए 17 नवंबर 2022 को तलब किया है। ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को दूसरी बार बुधवार को समन किया है।
रांची। ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए 17 नवंबर 2022 को तलब किया है। ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को दूसरी बार बुधवार को समन किया है।
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ईडी ने कहा है कि पूछताछ के लिए रांची रिजनल ऑफिस में सीएम हेमंत सोरेन हर हाल में उपस्थित हों, ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। ईडी ने यह भी कहा है कि सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ कार्रवाई के लिए उसे किसी से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है।
ईडी ने कुछ दिन पहले भी सीएम हेमंत सोरेन को समन जारी किया था। उन्हें पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा था, लेकिन सीएम हेमंत सोरेन ने संदेशवाहक के माध्यम से ईडी कार्यालय को यह सूचना भेज दी कि उन्हें रायपुर में आयोजित आदिवासी महोत्सव में शामिल होने जाना है। इसके उन्होंने ईडी से तीन-चार हफ्ते का समय मांगा था। उस समय ईडी की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया था। आज बुधवार को ईडी ने पुन: सीएम को समन जारी कर 17 नवंबर को हाजिर होने के लिए कहा है। ईडी का यह दूसरा समन है।
सीएम हेमंत सोरेन पर गिरफ्तारी की लटकी तलवार
ईडी ने इस बार भेजे गए समन में साफ तौर पर कहा है कि अगर सीएम हेमंत सोरेन ईडी के समक्ष हाजिर नहीं होते हैं तो उसे कार्रवाई करने के लिए किसी से अनुमति लेने की जरूरत नहीं होगी। ईडी के इस बयान से ऐसा लग रहा कि हाजिर नहीं होने पर अरेस्ट भी हो सकती है।
समन क्यों करते हो, सीधे अरेस्ट क्यों नहीं करते : सीएम
सीएम हेमंत सोरेन ने पिछली बार ईडी के समन के बाद कहा था कि समन क्यों जारी करते हो, अगर उन्होंने गलती की है तो सीधे गिरफ्तार क्यों नहीं करते। ईडी के समन के बाद झारखंड में जमकर सियासी बवाल हुआ था। सत्ताधारी झामुमो और कांग्रेस के एमएलए ने राजभवन पर धरना भी दिया था। सीएम और उनकी पार्टी के विधायकों ने झारखंड के राज्यपाल पर भी जमकर निशाना साधा था।
1000 करोड़ के इलिगल माइनिंग मामले में होगी पूछताछ
सीएम हेमंत सोरेन को ईडी ने दूसरा समन भी भेज दिया है। ईडी उनसे साहिबगंज में 1000 करोड़ के इलिगल माइनिंग मामले मे उनकी सहमति व संलिप्तता के बिंदु पर भी मिली जानकारियों के मुद्दे पर पूछताछ करेगी। पूर्व में हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, निलंबित आइएएस अफसर पूजा सिंघल, पॉलिटिकल लीडर व ब्यूरोक्रैट्स के करीबी प्रेम प्रकाश व अमित अग्रवाल से पूछताछ में मिले तथ्यों के आधार पर उनसे पूछताछ होगी।
पंकज मिश्रा के घर से मिले थे सीएम के चेकबुक
ईडी को पूर्व में रेड के दौरान पंकज मिश्रा के घर से एक लिफाफा मिला था, इसमें सीएम के बैंक खाते से जुड़ा चेकबुक भी मिला था, जिसमें दो चेकबुक हस्ताक्षरित थे। पंकज मिश्रा पर ईडी की हिरासत में इलाजरत रहते हुए सीएम के नाम पर अफसरों को धमकाने का मामला भी सामने आ चुका है। माइंस मिनिस्टर रहते हुए हेमंत सोरेन के कार्यकाल में विभाग की सचिव रहते हुए आइएएस पूजा सिंघल ने इलिगल माइनिंग से अकूत धन एकत्रित की थी। ईडी पिछले छह मई को पूजा सिंघल व उनके सहयोगियों के ठिकानों पर ईडी ने रेडकी थी, रेड में पूजा सिंघल के चार्टर्ड अकाउंटेंट के ठिकाने से 17.49 करोड़ रुपये कैश मिले थे। चार्टर्ड एकाउंटेंट सुमन कुमार ने यह स्वीकार किया था कि बरामद अधिकांश राशि पूजा सिंघल के माध्यम से मिले थे, जिसमें अवैध खनन से मिले रुपये भी शामिल थे।
प्रेम प्रकाश के ठिकाने से मिले थे पुलिस केआर्म्स
पॉलिटिकल लीडर व ब्यूरोक्रैट्स के करीबी प्रेम प्रकाश के ठिकाने से दो एके-47 राइफल व 60 कारतूस जब्त किये गये थे। इसके बाद ईडी की छानबीन में यह खुलासा हुआ था कि सीएम आवास की सुरक्षा में तैनात रांची पुलिस के दो कांस्टेबल को इलिगल तरीके से प्रेम प्रकाश के बॉडीगार्ड के रूप में उपलब्ध कराया गया था। उन्होंने सीएम रहते हुए इन अनियमितताओं को रोकने के लिए कितनी पहल की। भ्रष्ट अफसरों को उनका कितना संरक्षण मिला। इन सभी बिंदुओं पर ईडी सीएम हेमंत सोरेन से सवाल करेगी।