Jharkhand:पैदा होने से पहले ही हो गयी नियुक्ति, होमगार्ड फर्जी बहाली मामले में अहम खुलासे

झारखंड में होमगार्ड में फर्जी तरीके से बहाली के मामले में बड़े चौंकानेवाले खुलासे हुए हैं। होमगार्ड में गृहरक्षकों की नियुक्ति उनके जन्म से पहले ही हो जा रही है। विभागीय की जांच में खुलासा हुआ है कि जिस आसिफ अंसारी को धुर्वा पुलिस ने रविवार को जेल भेजा है, उसकी होमगार्ड में बहाली उसके जन्म से पहले ही हो गयी थी।

Jharkhand:पैदा होने से पहले ही हो गयी नियुक्ति, होमगार्ड फर्जी बहाली मामले में अहम खुलासे
रांची। झारखंड में होमगार्ड में फर्जी तरीके से बहाली के मामले में बड़े चौंकानेवाले खुलासे हुए हैं। होमगार्ड में गृहरक्षकों की नियुक्ति उनके जन्म से पहले ही हो जा रही है। विभागीय की जांच में खुलासा हुआ है कि जिस आसिफ अंसारी को धुर्वा पुलिस ने रविवार को जेल भेजा है, उसकी होमगार्ड में बहाली उसके जन्म से पहले ही हो गयी थी।
 होमगार्ड में फर्जी तरीके से बहाल आसिफ का बैच नंबर 15181 है। उसके बैच नंबर में उसकी जन्म तिथि 1984 अंकित की गयी है। जबकि, उसकी वास्तविक जन्म तिथि सितंबर 1993 है। डिपार्टमेंट के डीएसपी कौशिक के अनुसार, आसिफ अंसारी जिसका जन्म 1993 में हुआ था, लेकिन उसे होमगार्ड आरक्षी के रूप में जो बैज नंबर दिया गया था, वो वर्ष 1984 का है। आरोप है कि आसिफ को फर्जी तरीके से नियुक्ति लापता होमगार्ड जवान के रूप में गृहरक्षा वाहिनी के पदाधिकारी और कर्मियों की मदद से की गयी थी।
पिता जाकिर से पहलेबेटा आसिफ अंसारी की बहाली
फर्जी तरीके से बहाल हुए आसिफ अंसारी के पिता जाकिर अंसारी भी होमगार्ड जवान के रूप में कार्यरत हैं, लेकिन उन्हें अपने बेटे के बाद नौकरी मिली है। इस फर्जी बहाली की भनक होमगार्ड जवानों को लोकसभा चुनाव के सम मिली, जिसके बाद मामलेकी जानकारी सीनीयर अफसरों को दी गयी। जांच में  इस मामलेका खुलासा हुआ।
होमगार्ड में आरिफ, जगदेव और निसार की भी नियुक्ति जन्म से पहले
आरिफ अंसारी, जगदेव टोप्पो और निसार अहमद की भी नियुक्ति फर्जी तरीके से होमगार्ड में की गयी है। विभागीय जांच में इस बात का खुलासा हुआ है। तीनों की भी नियुक्ति में उनकी जन्म की तिथि 1984 ही अंकित है। होमगार्ड डीएसपी कौशिक ने बताया कि  तीनों के पकड़े जाने पर ही उनकी जन्म तिथि के बारेमें पता चल पायेगा। अब तक की जांच में यह स्पष्ट है कि तीनों की नियुक्ति फर्जी तरीके सेकी गयी है।
कंपनी कमांडर सस्पेंड
होमगार्ड में फर्जी तरीके से गृहरक्षक पद पर बहाल करने के मामले का सरगना कंपनी कमांडर कैलाश यादव को सोमवार को सस्पेंड कर दिया गया है। इस संबंध में होमगार्ड डीजी अनिल पालटा ने आदेश जारी किया है। कंपनी कमांडर कैलाश वर्तमान में दुमका जिले में पोस्टेंड थे। डीजी ने कंपनी कमांडर के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। मामले में जल्द ही कंपनी कमांडर से पूछताछ होगी। उल्लेखनीय है कि होमगार्ड विभाग की ओर से धुर्वा पुलिस स्टेशन में कंपनी कमांडर कैलाश यादव, आसिफ समेत पांच लोगों पर फर्जी नियुक्ति मामले में एफआइआर दर्ज करायी थी। इसके बाद धुर्वा पुलिस ने आसिफ को अरेस्ट कर रविवार को जेल भेज दिया था।
होमगार्ड डीएसपी कौशिक ने धुर्वा पुलिस स्टेशन में दो जवानों के खिलाफ सोमवार को फिर से एफआइआर दर्ज करायी है। इस एफआइआर में रांची निवासी अशोक टोप्पो और नौशाद कादरी को आरोपी बनाया गया है। डीएसपी नेआवेदन मेंकहा हैकि इन दोनों की भी नियुक्ति फर्जी तरीके से होमगार्ड में की गयी है। विभागीय जांच में इस बात की जानकारी मिली है।