Jharkhand : लातेहार में नक्सलियों को बड़ा झटका,10-10 लाख के इनामी दो माओवादियों ने किया सरेंडर

झारखंड गवर्नमेंट की सरेंडर पॉलिसी और पुलिस द्वारा नक्सलवाद के खिलाफ लगातार चलाये जा रहे ऑपरेशन की वजह से 10-10 लाख के इनामी दो माओवादियों ने सरेंडर कर दिया है। लातेहार में सीनीयर पुलिस अफसरों के सामने माओवादियों के दो जोनल कमांडर नीरज सिंह उर्फ संजय खेरवार और सलमान उर्फ लोकेश गंझू ने सरेंडर किया है।

Jharkhand : लातेहार में नक्सलियों को बड़ा झटका,10-10 लाख के इनामी दो माओवादियों ने किया सरेंडर
माओवादियों के खिलाफ पुलिस की सफलता।

लातेहार। झारखंड गवर्नमेंट की सरेंडर पॉलिसी और पुलिस द्वारा नक्सलवाद के खिलाफ लगातार चलाये जा रहे ऑपरेशन की वजह से 10-10 लाख के इनामी दो माओवादियों ने सरेंडर कर दिया है। लातेहार में सीनीयर पुलिस अफसरों के सामने माओवादियों के दो जोनल कमांडर नीरज सिंह उर्फ संजय खेरवार और सलमान उर्फ लोकेश गंझू ने सरेंडर किया है। इन दोनों माओवादियों के ऊपर 10-10 लाख का इनाम था। इस मौके पर पलामू डीआईजी वाइएस रमेश, एसपी अंजनी अंजन और डीसी गरिमा सिंह  मौजूद थे।

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लातेहार में माओवादियों के दस्ते को बड़ा नुक़सान,लातेहार पुलिस को मिली दोहरी सफलता RCM छोटू खैरवार के दस्ता के ज़ोनल कमांडर नीरज सिंह खैरवार उर्फ़ संजय खैरवार (10 लाख के ईनामी)ज़ोनल कमांडर लोकेश उर्फ़ सलमान उर्फ़ राजकुमार गंझु ने पुलिस उपमहानिरीक्षक,पलामू क्षेत्र,उपायुक्त लातेहार pic.twitter.com/c7GbSH70yT

— Latehar Police (@LateharPolice) July 5, 2024

लंबे समय से संगठन में थे एक्टिव थे दोनों माओवादी

पलामू डीआईजी वाई एस रमेश,लातेहार डीसी गरिमा सिंह एसपी अंजनी अंजन,सीआरपीएफ कमांडेंट वेद प्रकाश त्रिपाठी और 214 बटालियन सीआरपीएफ कमांडेंट केडी जोशी ने गुलदस्ता देकर सरेंडर करने वाले नक्सलियों को सम्मानित किया। दोनों नक्सलियों को 10 लाख रुपए का प्रतीकात्मक चेक सौंपा गया। सरेंडर करने वाला में सलमान उर्फ लोकेश उर्फ राजकुमार गंझू व नीरज सिंह खेरवार उर्फ संजय खेरवार पिता पुचु खेरवार (आबून पांकी)का रहने वाला है।सरेंडर के दौरान दोनों नक्सलियों के परिवार, माता-पिता व परिजन मौजूद थे।

सरेंडर करने वाले दोनों माओवादी लंबे समय से प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन में एक्टिव थे। दोनों कई नक्सली घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। जोनल कमांडर राजकुमार गंझू उर्फ लोकेश जहां वर्ष 2002 में इस संगठन में शामिल हुआ था। वहीं नीरज सिंह खरवार वर्ष 2004 में संगठन मं जुड़ा था। दोनों के खिलाफ लातेहार, पलामू और लोहरदगा में 29 मामले दर्ज हैं। नक्सलियों के खिलाफ लगातार चल रहे ऑपरेशन के कारण शुक्रवार को दोनों ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया।

दोनों कई बड़ी हिसक घटनाओं को दे चुके हैं अंजाम

पुलिस सोर्सेज के अनुसार  राजकुमार गंझू साल 2002 में माओवादियों के बढ़ते दबाव और धमकी की वजह से संगठन में शामिल हुआ था। इसके बाद वह नक्सली दिनेश यादव और परमानंद के साथ मिलकर लातेहार में संगठन को मजबूत करने लगा। इस दौरान वह साल 2016 में छोटू खेरवार के संपर्क में आया। छोटू के साथ मिलकर कई बड़ी घटनाओं का अंजाम दिया। माओवादी नीरज सिंह को पलामू में संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी मिली थी। वर्ष 2013 में नीरज के काम की वजह से माओवादियों का जोनल कमांडर बनाया गया। नीरज वर्ष 2015 से बूढ़ा पहाड़ में एक्टिव था। इसके बाद उसने माओवादी के टॉप लीडर निशांत जी और सुधाकरण के साथ काम किया। नीरज ने वर्ष 2018 में झारखंड जगुआर पर हुए हमला का प्रमुख था।

नक्सलियों से मुख्यधारा में लौटने की लातेहार एसपी ने की अपील
एसपी अंजनी अंजन ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ लगातार चलाये जा रहे ऑपरेशन के कारण अब लातेहार जिला नक्सल मुक्त होने की राह पर हैं। जिले में कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां नक्सलियों का प्रभाव है। उन्होंने अन्य नक्सलियों से भी मुख्यधारा में लौटने की अपील की है। एसपी ने बताया कि नीरज पर जिले के विभिन्न पुलिस स्टेशनों  मे 24 तथा सलमान पर पांच क्रिमिनल केस दर्ज हैं।

जंगल के रास्ता में भटक गये थे, सामाजिक कार्य करेंगे:
सरेंडर करने के बाद नीरज सिंह ने कहा कि लंबे समय से जंगल की रास्ता में भटक गये थे। बाद में लगा कि सरकार की सरेंडर पॉलिसी का लाभ उठाते हुए मुख्य धारा में लौट आए। इसके बाद पुलिस अफसर से संपर्क कर सरेंडर करने का मन बनाया। उन्होंने कहा कि 2004 में भाकपा माओवादी के बाल दस्त में शामिल हुए थे। अब सरेंडर के बाद मुख्य धारा पर लौटकर सामाजिक कार्य करेंगे।