झारखंड: इनकम टैक्स का बिहार का गुंडा बैंक व ज्वेलरी की अवैध खरीद-बिक्री मामले में छह ठिकानों पर रेड
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने गुंडा बैंक व ज्वेलरी की अवैध खरीद-बिक्री के मामले में झारखंड में रांची व देवघर के आधा दर्जन ठिकानों पर रेड कर रही है। देवघर के हरिओम ज्वेलर्स में आईटी टीम की रेड जारी है। बताया जाता है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट बिहार की यह रेड दूसरे राज्यों में भी चल रही है। हालांकि, आइटी अफसर फिलहाल कुछ भी बताने से बच रहे हैं।
रांची। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने गुंडा बैंक व ज्वेलरी की अवैध खरीद-बिक्री के मामले में झारखंड में रांची व देवघर के आधा दर्जन ठिकानों पर रेड कर रही है। देवघर के हरिओम ज्वेलर्स में आईटी टीम की रेड जारी है। बताया जाता है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट बिहार की यह रेड दूसरे राज्यों में भी चल रही है। हालांकि, आइटी अफसर फिलहाल कुछ भी बताने से बच रहे हैं।
आईटी सोर्सेज ने बताया कि गलत तरीके से जमीन पर कब्जा व उसकी खरीद-बिक्री से संबंधित मामले को इनकम टैक्स की भाषा में गुंडा बैंक कहते हैं। इसपर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। इससे संबंधित सर्वाधिक मामला देवघर में बताया जा रहा है। इसी कड़ी में आइटी की टीम देवघर के हरिओम ज्वेलर्स में रेड कर रही है।
बिना वैध कागजात पर ज्वेलरी खरीद-बिक्री के मामले में भी कुछ ज्वेलरी बिजनसमैन के ठिकानों पर भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट बिहार की रेडचल रही है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के सूत्रों के अनुसार गुंडा बैंक के जरिये करोड़ों की संपत्ति जुटाने वाले लोगों को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने चिह्नित किया है। विभाग ने ऐसे कई लोगों को चिह्नित किया है, जिन्होंने एक-दो नहीं बल्कि दर्जनभर से अधिक संपत्तियां अपने नाम खरीदी है।
विदेशी सोना की तस्करी का मामला भी पकड़ाया था पहले
पूर्व में भी विदेशी सोना की तस्करी का मामला सामने आ चुका है। ईडी की टीम ने विगत 10 अगस्त को भी झारखंड-छत्तीसगढ़ में एक साथ 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी। तब ईडी ने 16 किलोग्राम 655 ग्राम सोने के गहने व बिस्कुट के अलावा 671.77 किलोग्राम चांदी बरामद की थी। वहीं, ठिकानों से 1.41 करोड़ रुपये कैश भी जब्त की गई थी। छापेमारी यह स्पष्ट हो गया था कि विदेशी सोना की तस्करी म्यांमार से बांग्लादेश व फिर कोलकाता से झारखंड होते हुए छत्तीसगढ़ तक होती थी। इस बड़े नेटवर्क के खिलाफ ईडी का भी जांच चल रहा है।
क्या है गुंडा बैंक
गुंडा बैंक इलिगल तरीके से होने वाले सूद का धंधा होता है। ये दबंग किसी जरूरतमंद को मोटे इंटरेस्ट पर लोन देते हैं। यदि वे कोई सूद या मूलधन वापस नहीं कर पाते हैं तो उनके जमीन-मकान तक को वह दबंग लिखवा लेता है। ऐसी स्थिति में लोन नहीं चुकाने वाला सुसाइड तक कर लेता है।
पटना हाई कोर्ट के आदेश पर एसआइटी भी कर रही है गुंडा बैंक की जांच
पटना हाई कोर्ट के आदेश पर बिहार के एक एसआइटी भी गठित है जो पूरे मामले की जांच कर रही है। एसआइटी ने गुंडा बैंक से संबंधित सर्वाधिक मामले कटिहार, अररिया व किशनगंज में पाया था। इसके लिए एसआइटी ने बिहार में वर्ष 2016 से 2021 तक के यानी पांच वर्षों में निबंधन विभाग से जमीन-मकान की रजिस्ट्री से संबंधित आंकड़ा निकाला था।