Jharkhand : 3469 शिक्षकों को CM हेमंत सोरेन ने सौंपा नियुक्ति पत्र

झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा-2016 के माध्यम से अनुशंसित 3,469 माध्यमिक शिक्षकों को शुक्रवार को नियुक्ति पत्र सौपा गया। सीएम हेमंत सोरेन ने खेलगांव स्थित टाना भगत इनडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में सांकेतिक तौर पर 24 नवनियुक्त शिक्षकों को अपने हाथों से नियुक्ति पत्र सौंपा।अनुशंसित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा। इन सभी की नियुक्ति राज्य के माध्यमिक विद्यालयों में हुई है।

Jharkhand : 3469 शिक्षकों को CM हेमंत सोरेन ने सौंपा नियुक्ति पत्र
हेमंत सोरेन ने शिक्षकों को सौंपा नियुक्ति पत्र।
  • बच्चों के भविष्य को निखारने में लगी है झारखंड सरकार

रांची। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा-2016 के माध्यम से अनुशंसित 3,469 माध्यमिक शिक्षकों को शुक्रवार को नियुक्ति पत्र सौपा गया। सीएम हेमंत सोरेन ने खेलगांव स्थित टाना भगत इनडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में सांकेतिक तौर पर 24 नवनियुक्त शिक्षकों को अपने हाथों से नियुक्ति पत्र सौंपा।अनुशंसित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा। इन सभी की नियुक्ति राज्य के माध्यमिक विद्यालयों में हुई है।

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नियुक्ति पत्र पाने के बाद कैंडिडेट के चेहरे खुशी से खिल उठे। नवनियुक्त शिक्षक क्षेत्र के स्कूली बच्चों को उनके क्षेत्रीय भाषा की पढ़ाई भी करायेंगे। सभी शिक्षकों को राज्य के सभी स्कूलों में नियुक्त कर दिया गया है। माध्यमिक शिक्षकों की यह नियुक्ति सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 15 दिसंबर 2022 को पारित आदेश के आलोक में की गयी है। कुल 22 विषयों में शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। सबसे अधिक नियुक्ति इतिहास एवं नागरिक शास्त्र विषय में हुई है।


बच्चों के भविष्य को बेहतर करनेका हो रहा प्रयास
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि वर्तमान सरकार शिक्षा के क्षेत्र में कैसेऔर बेहतर करे, इसपर लगातार काम कर रही है। सीएम ने कहा कि कई आम ऐसे होते हैं जो काफी महत्व के होते हैं। शिक्षक भगवान की भूमिका में होते हैं। बच्चों के भविष्य को बेहतर करने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि अलग राज्य की स्थापना के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी गई। यहां के आदिवासी- मूलवासी ने एक सपना देखा था जो अब पूरा हो रहा है। राज्य गठन के 23 वर्षों बाद भी झारखंड देश का सबसे पिछड़ा राज्य है।
उन्होंने कहा कि झारखंड खनिज संपदा से भरपूर है। यहां के खनिज से देश रोशन हो रहा है। बड़ी-बड़ी कंपनियां संचालित हो रही है, लेकिन यह राज्य पिछड़ा है। झारखंड को मजदूरों का राज्य भी कहा जाता है, लेकिन अब दिन बदल रहे हैं। हम आर्थिक और सामाजिक रूप से विकसित करने का काम कर रहे हैं।
कोरोना के बाद स्टेट में ईडी और सीबीआई की एंट्री हुई
हेमंत ने कहा कि जैसे ही हमारी सरकार बनी दो साल हम कोरोना की चपेट में आ गये। दो साल लोगों को बचाने में लगे रहे। इसके बाद थोड़ा कुछ काम शुरू हुआ ही था कि ED और CBI की एंट्री हो गई। देश में क्या चल रहा है सभी को मालूम है। इसके बावजूद हम राज्यवासियों की सेवा में लगे हैं।
गरीब फैमिली से युवा बन रहे अफसर
उन्होंने कहा कि इससे पहले जब जेपीएससी पास अभ्यर्थियों को नियुक्त पत्र दिया गया। उस समय ऐसे लोग बीडीओ, सीओ और कलेक्टर बने। सीएम ने कहा कि जिनके घर बीपीएल के जरिए चूल्हा चलता था, अब उस परिवार के बच्चे अफसर बनकर क्षेत्र के गरीब लोगों की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ सरकारी नहीं, बल्कि निजी क्षेत्र में भी सरकार अब लोगों को नौकरी लगा रही है। नौकरी लगने के बाद उनका पूरा डाटा सरकार के पास उपलब्ध है।
20 मई से असिस्टेंट इंजीनियर्स की पोस्टिंग की प्रक्रिया होगी शुरू
सीएम ने सभी असिस्टेंट इंजीनियर्स को आश्वस्त किया कि शनिवार 20 मई, 2023 से उनकी पोस्टिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उनका इंतजार अब खत्म हो गया है।उन्होंने कहा कि झारखंड के बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ टेक्नोलॉजी के बारे में भी जानेंगे। उन्हें देश- दुनिया में क्या हो रहा है उसके बारे में जानकारी जरूरी है। आनेवाले दिनों में झारखंड की शिक्षा व्यवस्था देश के सबसे अव्वल स्थान पर लानेका काम करेंगे।
स्टेट में 5000 उत्कृष्ट स्कूल में पढ़ेंगे बच्चे
उन्होंने कहा कि जिस तरह से पहले स्कूल में दो कमरे होते थे। उस दो कमरे में सभी विषयों को एक या दो शिक्षक ही पढ़ाते थे। ऐसी शिक्षा व्यवस्था की वजह से राज्य पिछड़ेपन का शिकार है. लेकिन, अब राज्य की शिक्षा व्यवस्था में नये आयाम जुड़ रहे हैं। इसी कड़ी में फस्ट फेज में 80 उत्कृष्ट स्कूल की शुरुआत की गई। जल्द ही राज्य में 5000 उत्कृष्ट स्कूल में बच्चे पढ़ेंगे। सभी स्कूलों को उत्कृष्ट बनाने का काम किया जायेगा।
पैसे के अभाव में कोई बच्चा शिक्षा से नहीं रहेगा वंचित
सीएम ने कहा कि पैसे के अभाव में कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। चाहे उसे बाहर निजी संस्थानों में शिक्षा हासिल करने की जरूरत होगी, तो उसे भी पूरा करने का काम सरकार कर रही है। झारखंड के बच्चों को विदेश में पढ़ने के लिए पूरा खर्च सरकार उठा रही है।
समारोह को ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता चीफ सेकरटेरी सुखदेव सिंह व शिक्षा सचिव के रवि कुमार ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वंदना डाडेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, जेईपीसी की स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर किरण कुमारी पासी, माध्यमिक शिक्षा निदेशक सुनील कुमार और झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार महतो समेत कई अन्य अफसर उपस्थित थे। 
विषय : शिक्षकों की संख्या
इतिहास और नागरिक शास्त्र : 779
संस्कृत : 398
भूगोल : 341
हिन्दी : 337
अर्थशास्त्र : 260
गणित एवं भौतिकी : 268
अंग्रेजी : 249
जीव एवं रसायन विज्ञान : 232
शारीरिक शिक्षा : 184
वाणिज्य : 118
संगीत : 97
उर्दू : 27
गृहगृ विज्ञान : 50
संताली : 42

बांग्ला : 29
कुड़ुख : 28
नागपुरी : 11
मुंडारी : 11
कुरमाली : 04
उड़िया : 02
पंचपरगनिया : 01
हो : 01