रांची। झारखंड के देवघर में नवनिर्मित एयरपोर्ट पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री और गोड्डा एमपी निशिकांत दुबे एक-दूसरे पर ट्वीटर से वार कर ररे हैं। एक दूसरे खिलाफ एफआइआर-एफआइआर खेल रहे हैं। निशिकांत ने खुद ट्विटर पर भी यह सार्वजनिक किया है।
I’d suggest you to study aviation rules again. As an IAS officer, the nation expects better from you. Now the matter is under investigation at all possible levels, please comment further only after reading aviation and airport rules carefully henceforth. सावधानी हटी दुर्घटना घटी। https://t.co/K1h3CII8Id
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) September 2, 2022
एयरपोर्ट पर तैनात डीएसपी सुमन आनंद की कंपलेन पर देवघर पुलिस ने गोड्डा एमपी निशिकांत दुबे, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के एमपी मनोज तिवारी और बीजेपी लीडर कपिल मिश्रा समेत नौ लोगों के खिलाफ कुंडा पुलिस स्टेशन में एफआइआर में दर्ज कराई है। एयरपोर्ट पर तैनात डीएसपी सुमन की ओर से यह प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोप है कि तीनों नेताओं और उनके साथ उपस्थित लोगों ने देवघर एयरपोर्ट में 31 अगस्त को शाम हो जाने के बाद भी एयर ट्रैफिक कंट्रोल के कर्मियों पर दबाव बनाकर नियम विरुद्ध प्लेन उड़ाने का क्लीयरेंस लिया। इस दौरान सभी आरोपितों ने एयरपोर्ट पर हंगामा भी किया। मामले में तीनों बीजेपी लीडर्स के अलावा एयरपोर्ट डायरेक्टर संदीप ढींगरा, मुकेश पाठक, देवता पांडेय, पिंटू तिवारी, चार्टर्ड प्लेन के पायलट व एमपी निशिकांत दुबे के दोनों पुत्रों को भी आरोपित बनाया गया है। 31 अगस्त की घटना के बाद देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने निशिकांत दुबे पर देवघर के कुंडा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है। वहीं निशिकांत दुबे ने डीसी पर दिल्ली में एफआईआर दर्ज करा दिया है। एफआईआर होने के बाद एमपी और डीसी ट्विटर पर जमकर आपस में बहस कर रहे हैं।
1.) I took the necessary permission from the Airport authorities.
2.) As Chairman of the Airport Advisory Committee, I have the right to inspect.
3.) I am in High Court fighting a case for your delay in facilitating night landing facilities. You are in contempt of court. https://t.co/V0AnPcEFcx
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) September 2, 2022
डीएसपी द्वारा एमपी निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी, कपिल मिश्रा, शेषाद्री दुबे, कनिष्क दुबे, महिकांत दुबे और सुनील तिवारी के खिलाफ कंपलेन दर्ज करायी गयी है। डीएसपी की ओर से दर्ज कंपलेन में कहा गया है कि बीते 31 अगस्त को ये सभी लोग शाम 5:25 बजे देवघर एयरपोर्ट पहुंचे। सभी वहां लगे चार्टर्ड प्लेन के अंदर चले गये। इसके कुछ ही देर बाद चार्टर्ड प्लेन का पायलट नीचे उतरा और वह सीधे एटीसी की तरफ चलते हुए चले गये। उन्हें एटीसी की तरफ जाते देखकर सुरक्षा की दृष्टिकोण से मैं पायलट के पीछे चलने लगा।
‘The CCTV information sought by the appellant is not available with the CISF/ state police Moreover, CISF/ state police is not the holder of the information and is entrusted only for providing security cover at the Airport’.
-Supreme Court.
You breached national security https://t.co/mIrm1SEn7o
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) September 2, 2022
उल्लेखनीय है कि देवघर एयरपोर्ट पर नाइट टेक ऑफ लैंडिंग की फैसिलिटी अभी उपलब्ध नहीं है, जिस वजह से एयरक्राफ्ट को एटीसी क्लीयरेंस संभव नहीं था। डीएसपी ने कहा कि मैं एटीसी कंट्रोल रूम पहुंचा तो वहां एयरपोर्ट के डायरेक्टर संदीप धींगरा और चार्टर्ड प्लेन के पायलट पहले से उपस्थित थे। पायलट की ओर से एटीसी कर्मियों पर दबाव डालकर बोला जा रहा था कि चार्टर्ड प्लेन के पैसेंजर्स को आज ही वापस जाना अति आवश्यक है। इसलिए एटीसी क्लीयरेंस दिया जाये।
यह एक अपराधी का अंदाज़ है जो ज़बरदस्ती बिना अनुमति के सुरक्षा घेरा तोड़कर घुसता है ।आप एयरपोर्ट के अंदर किस हैसियत से गए ? आपको CCTV देखने की इजाज़त किसने दी ? आप फरषटाईया गए हैं,मुख्यमंत्री की चमचागिरी करिए व मस्त रहिए। pic.twitter.com/gERdX21gFx
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) September 2, 2022
निशिकांत दुबे समेत कई लोग एटीसी के अंदर घुसे
डीएसपी ने कंपलेन में कहा है कि कुछ ही देर बाद एमपी निशिकांत दुबे समेत कई अन्य लोग एटीसी के अंदर घुसे। पायलट और पैसेंजर्स द्वारा दबाव दिया जा रहा था कि हमें जल्दी क्लीयरेंस दिया जाये। इसके बाद इन्हें एटीसी क्लीयरेंस मिल गया। पायलट और पैसेंजर्स एटीसी रूम से बाहर की ओर प्रस्थान किये। इस दौरान मै एटीसी रूम से एयरपोर्ट की सुरक्षा का अवलोकन कर रहा था। इसके थोड़ी देर बाद पायलट दोबारा चार्टर्ड प्लेन के अंदर गये। इसके बाद चार्टर्ड प्लेन टेक ऑफ कर गया।
SP देवघर @DeogharPolice मैंने @DCDeoghar के खिलाफ देशद्रोह,आपारिधक जान से मारने का कृत्य,चेयरमैन देवघर एयरपोर्ट के नाते मेरे काम में बाधा,एयरपोर्ट डाइरेक्टर के अनुमति के बिना सिक्योरिटी एरिया में जाना,ATC बिल्डिंग में बिना अनुमति प्रवेश पर FIR करने का पत्र भेजा है pic.twitter.com/Zd2hk0UMVX
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) September 2, 2022
डीएसपी ने कंपलेन में कहा है कि उक्त सभी तथ्यों को देखते हुए स्पष्ट है कि एयरपोर्ट संचालक के सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करते हुए सभी पैसेंजर्स द्वारा एटीसी में प्रवेश किया गया। नाइट ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध नहीं रहने के बावजूद पैसेंजर्स के जानमाल की सुरक्षा को नजरअंदाज करते हुए एटीसी क्लीयरेंस के लिए दबाव बनाया गया। पैसेंजर्स द्वारा सुरक्षा मानकों का उल्लंघन किया गया। इसलिए इन सभी लोगों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में एफआइआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाये।
निशिकांत देवघर एसपी से डीसी के खिलाफ की शिकायत, एफआइआर नहीं हुई, दिल्ली में किया केस
एमपी निशिकांत दुबे ने भी देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के लिए देवघर के एसपी को मेल कर आवेदन दिया। इसमें उन्होंने कहा कि कार्य में बाधा पहुंचाने, बिना इजाजत डीआरडीओ क्षेत्र में जाने व एयरपोर्ट डायरेक्टर को धौंस दिखाने, देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने, कार्य में बाधा, फौजदारी ट्रेस पास व मुझे जान से मारने के लिए झारखंड पुलिस को उकसाने के लिए संबंधित धारा में डीसी देवघर पर केस किया जाए। उचित धाराओं में झारखंड पुलिस पर भी केस हो। देवघर पुलिस द्वारा मामला दर्ज नहीं किए जाने के बाद दुबे ने ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्होंने देवघर डीसी के खिलाफ दिल्ली में धारा 124बी, 353, 120बी, 441, 448, 201, 506 व ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट की धारा 2/2 के तहत एफआइआर दर्ज कराने की जानकारी दी।
मैं देवघर एयरपोर्ट की एडवायजरी कमेटी का चेयरमैन: एमपी
एमपी ने एफआइआर के आवेदन में लिखा है कि भारत सरकार के नियमों के अंतर्गत देवघर एयरपोर्ट के एडवाइजरी कमेटी का चेयरमैन हूं। 31 अगस्त की शाम सवा पांच बजे देवघर एयरपोर्ट पर दिल्ली का विमान पकडऩे के लिए पहुंचा। मेरे साथ नागरिक विमानन विभाग के अध्यक्ष सह भाजपा के सांसद मनोज तिवारी भी थे। देवघर एयरपोर्ट पर मैं एयरपोर्ट डायरेक्टर से जानकारी लेने के लिए उनके ऑफिस जा रहा था। इस दौरान झारखंड पुलिस के अधिकारी व कर्मचारियों ने मुझे जाने से रोका व मेरे दोनों पुत्रों के साथ गाली गलौज की। मेरे कार्य में बाधा पहुंचाने का काम उन्होंने देवघर के जिला उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री के कहने पर किया।
प्रतिबंधित क्षेत्र में कैसे घुस गये
एमपी ने अपने आवेदन में देवघर डीसी के बिना इजाजत के देवघर एयरपोर्ट के सुरक्षा क्षेत्र में तथा डीआरडीओ के प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने पर भी आपत्ति जताई है। इसपर सांसद ने ट्वीट किया। वहीं देवघर डीसी ने उनके ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा कि माननीय एमपी महोदय, मैं एंट्री पास लेकर घुसा था। देवघर एयरपोर्ट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का मैं भी सदस्य हूं। इस पर एमपी ने उनसे पूछा है कि आपको सीसीटीवी रूम, एप्रन और एटीसी टावर में जाने की अनुमति किसने दी। आपने प्रावधानों का उल्लंघन किया है।