झारखंड: रांची में अमीर-ए-तबलीगी जमात के जनाजे में उमड़ी भीड़, नमाज के दौरान माहौल बिगाड़ने की कोशिश
झाारखंड की राजधानी रांची में शनिवार की रात अमीर-ए-तबलीगी जमात के जनाजे में भारी भीड़ उमड़ी। हरमू रोड के ईदगाह और उसके आसपास अमीर-ए-तबलीगी जमात हाजी गुलाम के जनाजे के नमाज के दौरान रात 10.50 बजे असमाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। हांलाकि पुलिस ने समझा-बुझाकर आक्रोशित लोगों को शआंत करा दिया।
रांची। झाारखंड की राजधानी रांची में शनिवार की रात अमीर-ए-तबलीगी जमात के जनाजे में भारी भीड़ उमड़ी। हरमू रोड के ईदगाह और उसके आसपास अमीर-ए-तबलीगी जमात हाजी गुलाम के जनाजे के नमाज में शामिल भीड़ रात 10.50 बजे उस समय उग्र हो गई, जब असमाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। हांलाकि पुलिस ने समझा-बुझाकर आक्रोशित लोगों को शआंत करा दिया। आरोप है कि पथराव हुआ। आक्रोशित लोगों ने वहां खड़ी पीसीआर वैन और कई वाहनों में तोड़-फोड़ कर दी। हांलाकि पुलिस ने पथराव व तोड़फोड़ की घटना से इनकार किया है।
हरमू रोड मुख्य मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। दोनों ओर से नारेबाजी शुरू हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही सिटी एसपी अंशुमन, सिटी डीएसपी दीपक के अलावा हिंदपीढ़ी, जगन्नाथपुर, डेली मार्केट के पुलिस स्टेशन इंचार्ज पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे। सिटी कंट्रोल रूम से भी अतिरिक्त पुलिस बल मंगवाया गया। पुलिस अफसरों ने आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। गाड़ीखाना और उसके आसपास इलाके में एहतियात के तौर पर पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
होता रहा हंगामा
झारखंड-बिहार के अमीर ए तबलीगी जमात हाजी गुलाम सरवार के जनाजा शनिवार की रात 10.50 में हरमू रोड ईदगाह पहुंचा। जनाजे में भीड़ अधिक होने की वजह से ईदगाह मैदान के बाहर भी हरमू रोड मुख्य मार्ग पर लोग नमाज पढ़ने लगे। आरोप है कि गाड़ीखाना चौक पर स्थित प्रदूषण जांच केंद्र के भवन के ऊपर से किसी ने पत्थर व बोतल फेंकेगये। यह कुछ नमाजियों के ऊपर गिरी। इसके बाद जनाजे में शामिल भीड़ उग्र हो गई। वहां खड़े पीसीआर वैन समेत कई वाहनों में तोड़-फोड़ कर दी। आसपास की कई दुकानों में भी तोड़-फोड़ की गई। लगभग आधे घंटे तक भीड़ ने जमकर हंगामा हुआ।
पुलिस की लापरवाह उजागर
अमीर ए तबलीगी जमात के जनाजे में हजारों की संख्या में भीड़ शामिल हुई थी। इसका आंदाजा रांची पुलिस को नहीं था। इस कारण हरमू रोड और ईदगाह के आसपास में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती नहीं की गई थी। पुलिस के स्तर एहतियाती तौर पर कई अन्य वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई थी। जनाजा लेकर लोग जब वहां पहुंचे, तो उस समय हिंदपीढ़ी थानेदार विनय कुमार, कोतवाली थानेदार शैलेश कुमार और सुखदेवनगर थानेदार ममता कुमारी ही मौजूद थे। उनके साथ चंद पुलिसकर्मी मौजूद थे। जो किसी भी तरह की अप्रिय घटना होने पर भीड़ को कंट्रोल में करने में सक्षम नहीं थे।