झारखंड: 15 लाख के इनामी नक्सली अमन गंझू ने किया सरेंडर
प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के 15 लाख के इनामी अमन गंझू उर्फ अनिल गंझू उर्फ प्रमुख सिंह भोक्ता उर्फ काजू भोक्ता ने सरेंडर कर दिया है। भाकपा माओवादी संगठन में रिजनल कमांडर अमन ने बुधवार को रांची में पुलिस एवं सीआरपीएफ के अफसरों के समक्ष सरकार के सरेंडर एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सरेंडर किया है।
रांची। प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के 15 लाख के इनामी अमन गंझू उर्फ अनिल गंझू उर्फ प्रमुख सिंह भोक्ता उर्फ काजू भोक्ता ने सरेंडर कर दिया है। भाकपा माओवादी संगठन में रिजनल कमांडर अमन ने बुधवार को रांची में पुलिस एवं सीआरपीएफ के अफसरों के समक्ष सरकार के सरेंडर एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सरेंडर किया है।
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मोस्ट वांटेड 15 लाख का इनामी नक्सली अमन गंझू ने रांची जोनल आईजी ऑफिस में आयोजित कार्यक्रम में सरेंडर किया। मौके पर आईजी ऑपरेशन एवी होमकर, रांची जोनल आईजी पंकज कंबोज, गढ़वा एसपी अंजनी झा और सीआरपीएफ के अफसर उपस्थि थे। माओवादी संगठन में रिजनल कमांडर अमन के उपर झारखंड की सरकार ने 15 लाख रुपये का इनाम और एनआईए ने चार लाख का घोषित किया था। अमन लंबे वक्त से झारखंड के लातेहार, लोहरदगा, गुमला के इलाके में सक्रिय था। अमन गंझू साल 2004 में माओवादी संगठन में शामिल हुआ है। उसके खिलाफ गढ़वा जिले में 10 और लातेहार जिले में सात मामले दर्ज है।
बिहार के औरंगाबाद जिले के ढिबरा पुलिस स्टेशन एरिया के झरना गांव का रहने वाला नक्सली अमन गंजू झारखंड के लातेहार, लोहरदगा व गुमला के इलाकों में सक्रिय था।लोहरदगा जिले के बुलबुल जंगल में माओवादियों के खिलाफ आठ फरवरी 2022 से लेकर लगातार 10 दिनों तक सुरक्षा बलों द्वारा चलाया गया आपरेशन डबल बुल चलाया गया था। इस आपरेशन में कुख्यात माओवादी कमांडर रवींद्र गंझू के दस्ते को बड़ा नुकसान हुआ था। पुलिस और सुरक्षा बलों की टीम ने 11 माओवादियों को अरेस्ट किया था। दो माओवादियों ने सरेंडर किया था। भारी मात्रा में हथियार, कारतूस, दैनिक उपयोग के सामान बरामद किये गये थे। पुलिस के इस आपरेशन में नक्सली रवींद्र गंझू और अमन गंझू बचकर भाग भाग निकले थे।
एनआईए ने किया है मोस्ट वांटेड
एनआईए ने 2019 में लातेहार के चंदवा में हुए नक्सली हमले के मामले में अमन गंझू समेत 22 नक्सलियों के खिलाफ इनाम की घोषणा की है। एनआईए की जांच में जिन नक्सलियों के नाम सामने आये हैं, उन सभी नक्सलियों पर इनाम की घोषणा की गई है। इनाम की राशि एक लाख से 10 लाख तक है। एनआईए ने झारखंड में एक करोड़ के इनामी पतिराम मांझी पर 10 लाख, अजीत उरांव उर्फ चार्लस, सौरभ दा पर पांच लाख, नवीन, रवींद्र गंझू, छोटू खेरवार, अमन गंझू, नीरज सिंह खेरवार और मृत्युंजय भुईंया पर चार लाख, मनीष यादव, संटू भुईयां, नागेंद्र यादव, शीतल मोची, नेशनल गंझू, कुंदन खेरवार पर तीन- तीन लाख, खतेश गंझू, रंथू उरांव, अनिल तुरी, प्रदीप सिंह खेरवार पर दो-दो लाख, राजेश उरांव, लजीम अंसारी, जितेंद्र नागेशिया पर एक-एक लाख रुपये इनाम की घोषणा की है।. एनआईए ने सभी को फरार घोषित करते हुए इनाम राशि की घोषणा की है।
झारखंड में तीन सालों में 40 नक्सलियों ने किया सरेंडर
झारखंड में पिछले तीन सालों के दौरान पुलिस के समक्ष 40 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इस दौरान 1300 से अधिक नक्सली अरेस्ट किये गये हैं। वर्ष 2022 में 10 नक्सलियों ने झारखंड पुलिस के समक्ष सरेंडर किया। पिछले तीन सालों में 30 नक्सली भी मारे गये। बुढा पहाड़, ट्राई जंक्शन, चतरा गया बॉर्डर पारसनाथ, और कोल्हान क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ लगातार चलाये गये ऑपरेश के दौरान सुरक्षा बलों कोसफलता भी हाथ लगी है। इस साल बीस से अधिक कोर एरिया में सुरक्षाबलों का कैंप स्थापित किये गये हैं।