झारखंड:चाईबासा टाउन एरिया में नक्सलियों ने पोस्टर चिपकाया, बैनर टांगा,सारंडा एक्शन प्लान का विरोध
प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों ने चाईबासा टाउन एरिया के मंगलाहाट और बस स्टैंड रोड में पोस्टर साट व बैनर टांग कर सनसनी फैला दी है।नक्सलियों की सतर्कता से लोगों में दहशत है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची सदर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने बैनर उतार लिया। हालांकि, एसपी अजय लिंडा ने इसे असामाजिक तत्वों की शरारत बताया है।
रांची। प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों ने चाईबासा टाउन एरिया के मंगलाहाट और बस स्टैंड रोड में पोस्टर साट व बैनर टांग कर सनसनी फैला दी है।नक्सलियों की सतर्कता से लोगों में दहशत है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची सदर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने बैनर उतार लिया। हालांकि, एसपी अजय लिंडा ने इसे असामाजिक तत्वों की शरारत बताया है।
माओवादियों ने दो जगह बड़े-बड़े बैनर लगाया था। माओवादियों ने बस स्टैंड के सामने डेली मार्केट मंगलाहाट में एक लाल रंग के बैनर टांगा था। सफेद रंग का बैनर बस स्टैंड रोड में क्रिकेट स्टेडियम के सामने टांगा था।एसपी अजय लिंडा ने कहा कि इस बैनर को किसी असामाजिक तत्वों द्वारा लोगों को पैनिक करने के उद्देश्य से लगाया गया प्रतीत होता है।फिलहाल सदर एसडीपीओ को मामले की जांच करने का निर्देश दिया गया है।एसडीपीओ अमर कुमार पांडेय ने भी बैनर को लगाने के पीछे असामाजिक तत्व का हाथ होने की आशंका जतायी है। उन्होंने कहा कि कि मामले की टेक्निकल सेल एवं ह्यूमन विंग द्वारा जांच की जा रही है।
बैनर में हो भाषा में गांव-गांव में नक्सली फौज खड़ा करने एवं संयुक्त मोर्चा बनाने की अपील की है। साथ ही गांव में पुलिस कैंप हटाने के लिए एकजुट होने का आह्वान भी किया है। लोगों से सारंडा एक्शन प्लान का विरोध करने एवं पेशा कानून के तहत ग्रामसभा करने की भी अपील की गयी है। हो भाषा में लिखा गया बैनर के माध्यम से नक्सलियों ने गांव-गांव में सरकार के खिलाफ पार्टी और फौज खड़ा कर संयुक्त मोर्चा बनाने और गांवों में बने पुलिस कैम्पों को हटाने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया है। सफेद बैनर में नक्सलियों ने सारंडा एक्शन प्लान का विरोध करने, 5 वीं अनुसूची और पेशा कानून के तहत ग्राम सभा का आयोजन योजना को अनुमति देने का आह्वान किया है। लाल रंग के बैनर में माओवादियों ने 16 वीं वर्षगांठ के अवसर पर अपने दो शीर्ष नेता चारू मजूमदार और कन्हाई चटर्जी को लाल सलाम कर अभिवादन किया है। मंगलाहाट एवं क्रिकेट स्टेडियम शहर के बीचो- बीच होने के कारण इन स्थानों पर नक्सली बैनर मिलने से लोग डरे हुए हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विरोध में भी उतरे माओवादी
प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी अब ग्रामीणों को उनकी भाषा में ही आंदोलन के लिए उकसा रही है। चक्रधरपुर प्रखंड में शाम को भाकपा माओवादियों ने बैनर लगाकर जनजातीय भाषा हो में स्लोगन लिखकर शिक्षा नीति का विरोध जताया। चक्रधरपुर ब्लॉक के गुलीकेड़ा पंचायत अंतर्गत टोयबो पुल एवं आसपास रोड के किनारे माओवादियों ने बैनर लगाये हैं। लाल बैनर में जनजातीय भाषा में नई शिक्षा नीति को नई बोतल में पुरानी शराब करार दिया। सभी वर्गों के लिए रोजी-रोजगारपरक शिक्षा के लिए लोगों से अब आंदोलन तेज करने की अपील की गई है। साथ ही दुश्मनों को चावल की तरह भूनने की बात कही गई है।